Swachh Survekshan 2022: स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 की गाइडलाइन जारी, 7500 अंकों का होगा सर्वे, डिजिटल तरीके से होगी ट्रैकिंग
स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 का परिणाम नहीं आया है। केंद्र सरकार ने वर्ष 2016 में स्वच्छता सर्वेक्षण कार्यक्रम शुरू किया था। उस समय देश के 73 शहरों को सर्वे में शामिल किया गया था। मगर 2021 में किए गए सर्वे में 4320 शहरों की स्वच्छता को जांचा गया था।
जागरण संवाददाता, सिरसा। केंद्र सरकार ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 की गाइडलाइन जारी कर दी है। इस बार सर्वे छह हजार की बजाय 7500 अंक का होगा। सर्वे में डिजिटल ट्रैकिंग व सफाई सुरक्षा मित्र को भी शामिल किया गया है। सफाई मित्र सुरक्षा के तहत कर्मियों के लिए महामारी बचाव के लिए वैक्सीनेशन, पीपीई किट, मास्क या अन्य सुरक्षा संसाधनों के इंतजाम, स्वास्थ्य जांच, बीमा आदि बातें परखी जाएंगी। डिजिटल ट्रैकिंग के तहत फीडबैक, मानिटरिंग, पब्लिक-कम्युनिटी टायलेट और सालिड वेस्ट मैनेजमेंट की मानिटरिंग अब कंप्यूटर के जरिये होगी।
हालांकि अभी स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 का परिणाम नहीं आया है। वर्णनीय है कि केंद्र सरकार ने वर्ष 2016 में स्वच्छता सर्वेक्षण कार्यक्रम शुरू किया था। उस समय देश के 73 शहरों को सर्वे में शामिल किया गया था। मगर 2021 में किए गए सर्वे में 4320 शहरों की स्वच्छता को जांचा गया था।
ये होगी कैटेगरी
सर्टिफिकेशन : इस कैटेगरी के 2250 अंक निर्धारित किए गए हैं। इसके तहत स्टार रेटिंग, ओडीएफ प्लस प्लस व वाटर प्लस प्लस को शामिल किया गया है। स्टार रेटिंग के 1250 अंक और ओडीएफ प्लस प्लस व वाटर प्लस प्लस के 1000 अंक रहेंगे।
सिटीजन फीडबैक : इस कैटेगरी के भी 2250 अंक रखे गए हैं। इसके तहत छह विभिन्न चैनलों के माध्यम से सिटीजन फीडबैक के 600 अंक रहेंगे, जिसमें स्वच्छता एप, 1969, क्यूआर कोड, वोट फार यूअर सिटी व फेस टू फेस फीडबैक शामिल है। इसके अलावा सिटीजन इंगेजमेंट (जागरूकता अभियान) के 160 अंक, बेस्ट प्रेक्टिस इनोवेशन के 150, स्वच्छता एप के 400 व सफाई सुरक्षा मित्र के 375 अंक निर्धारित किए गए हैं।
सर्विस लेवल प्रोग्रेस-इस कैटेगरी के 3000 अंक निर्धारित किए गए हैं। इसमें सेग्रीगेशन के 900 अंक, सस्टेनेबल के 900 अंक व डिस्पोजल के 1200 अंक रहेंगे।
ये हुए हैं बदलाव, तीन फेज में होगा असेसमेंट
सर्विस लेवल प्रोग्रेस-पहले इस कैटेगरी के 2000 अंक रखे गए थे, जिन्हें अब बढ़ाकर 3000 कर दिया है। पहले सस्टेनेबल सैनिटेशन के 600, सेग्रीगेटिड कलेक्शन के 600 और प्रोसेसिंग व डिस्पोजल के 800 अंक थे। वहीं अब सस्टेनेबल सैनिटेशन व सफाई सुरक्षा मित्र के 900 व सेग्रीगेटिड कलेक्शन के 900 अंक और प्रोसेसिंग व डिस्पोजल के 1200 अंक निर्धारित किए गए हैं। मतलब अब डोर टू डोर कचरा उठाने से लेकर उसे अलग-अलग करना व उसके निपटान करने पर अधिक जोर रहेगा। इसका तीन फेज में असेसमेंट किया जाएगा। पहला असेसमेंट जुलाई-अगस्त (400 अंक), दूसरा सितंबर-अक्तूबर (600) व तीसरा असेसमेंट नवंबर से जनवरी (2000 अंक) तक होगा। ये रिपोर्ट सभी आनलाइन भेजनी होंगी।
सर्टिफिकेशन-पहले इस कैटेगरी के तहत 1800 अंक थे, जो अब 2250 कर दिए गए हैं।
सिटीजन फीडबैक (सिटीजन वायस)- इस कैटेगरी के तहत दिए अब अंक 1800 की बजाय 2250 में से दिए जाएंगे, जो कुल अंकों का 30 फीसद है। सिटीजन फीडबैक 1 जनवरी 2022 से 28 फरवरी 2022 तक लिया जाएगा।
स्वच्छता पर दिया जा रहा है जोर
सिरसा शहर में स्वच्छता को लेकर नगर परिषद द्वारा अच्छे प्रयास किए जा रहे हैं। हाल ही में शहर में सार्वजनिक जगहों व मुख्य बाजारों में 500 बड़े डस्टबिन लगवाए हैं, जिनमें सूखा और गीला कूड़ा अलग अलग डालने के निर्देश है। दुकानदारों को भी डस्टबिन दिये गए है। शहर में रात के समय सफाई भी होती है लेकिन वर्तमान में सफाई कर्मचारियों की कमी के चलते सफाई कार्य प्रभावित हो रहा है। शहर के बाहरी इलाकों में गंदगी है।
पिछले वर्षों में यह रही सिरसा की रैंकिंग
2019- 176
2018 - 270
2017 -294
स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 को लेकर टूल किट जारी कर दी गई है। इस टूल किट में सर्वे को लेकर पूरी गाइड लाइन दी गई है। हमारा प्रयास रहेगा कि स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग में सुधार हो।