सरकारी शिक्षिका लाखों बच्चों के जीवन में कर रही उजाला, यूट्यूब व एजुसेट के माध्यम से करा रही पढ़ाई
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खरैंटी में अर्थशास्त्र प्राध्यापिका के पद पर कार्यरत दयावती विद्यालय के साथ-साथ यूट्यूब व एजुसेट के माध्यम से आनलाइन पढ़ाकर परिश्रम व कर्तव्यनिष्ठा की मिसाल पेश कर रही है। यूट्यूब के माध्यम से वे हजारों बच्चों का जीवन संवार रही हैं।
जागरण संवाददाता, रोहतक : शिक्षिका दयावती लाखों बच्चों के जीवन में उजाला कर रही है। यूट्यूब व एजुसेट के माध्यम से वे विद्यार्थियों की पढ़ाई करा रही हैं। नौवीं से बारहवीं कक्षा के लिए उनके 301 लेक्चर प्रसारित हो चुके हैं। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खरैंटी में अर्थशास्त्र प्राध्यापिका के पद पर कार्यरत दयावती विद्यालय के साथ-साथ यूट्यूब व एजुसेट के माध्यम से आनलाइन पढ़ाकर परिश्रम व कर्तव्यनिष्ठा की मिसाल पेश कर रही है। यूट्यूब के माध्यम से वे हजारों बच्चों का जीवन संवार रही हैं। अब तक उनके नौंवी से बारहवीं कक्षा के लिए 301 लेक्चर यूट्यूब पर प्रसारित हो चुके हैं। इनका स्कूल का परीक्षा परिणाम निरंतर शत प्रतिशत रहा है।
मार्च 2020 में कोरोना महामारी के कारण विद्यालय बंद हो जाने के बाद जब प्रदेश सरकार ने घर पर ही बच्चों को आनलाइन पढ़ाने के लिए अध्यापकों का आह्वान किया तो दयावती ने घर पर ही अपने मोबाइल फोन से स्वयं की वीडियो बनाकर विद्यालय के व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से बच्चों को आनलाइन पढ़ाना शुरू किया था। बच्चों द्वारा इनकी वीडियोज को पसंद किए जाने पर सेक्टर तीन निवासी दयावती ने अपने पति डा. सुदामा प्रसाद जो हिंदी के प्राध्यापक हैं, के साथ मिलकर ‘स्कूल आफ इकोनामिक्स एंड हिंदी’ नाम से अपना यूट्यूब चैनल शुरू करके उसके माध्यम से पढ़ाना शुरू किया।
इनके विद्यालय के विद्यार्थियों के साथ-साथ देश भर से हजारों विद्यार्थियों ने इनकी वीडियोज को लाइक किया एवं कमेंट के माध्यम से उन्हें बहुत उपयोगी बताया। इसके बाद एससीईआरटी गुरुग्राम के अधिकारी भी इनकी वीडियोज को देखकर बहुत प्रभावित हुए।
एससीईआरटी के एजुसेट चैनल के लिए बनाई वीडियो :
इन्हें एससीईआरटी के एजुसेट चैनल के माध्यम से भी पढ़ाने को कहा तो इन्होंने एससीईआरटी के एजुसेट चैनल के लिए भी अर्थशास्त्र विषय की कई वीडियो बनाई। जिनका प्रसारण एजुकेट चैनल पर हो चुका है। स्कूल खुलने के बाद कई बच्चों ने इन्हें फोन व यूट्यूब पर कमेंट के माध्यम से कहा कि हमारे विद्यालय में अर्थशास्त्र का शिक्षक नहीं है तो कईयों ने कहा कि आपका पढ़ाया हुआ हमें बहुत अच्छे से समझ में आता है। इन्हें निरंतर पढ़ाते रहने के लिए आग्रह किया। इन्होंने कक्षा 11वीं व 12वीं के अर्थशास्त्र विषय के पाठ्यक्रम की चैप्टर वाइज वीडियो बनाकर यूट्यूब पर अपलोड कर दी हैं जिसका लाभ अर्थशास्त्र विषय के हजारों विद्यार्थियों को मिल रहा है।
सरकारी विद्यालय की छात्रा रही हैं दयावती
दयावती स्वयं जिला झज्जर के डीघल गांव के सरकारी विद्यालय की छात्रा रही हैं। वह अर्थशास्त्र विषय में यूजीसी नेट परीक्षा पास कर चुकी हैं और पीएचडी डिग्री पूरी कर चुकी हैं। इस प्रकार उन्होंने इस मिथक को भी तोड़ने का प्रयास किया है कि गांव के रहने वाले और सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थी किसी भी प्रकार से शहरी विद्यार्थियों एवं महंगे प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों से किसी प्रकार कम होते हैं।