निजी स्कूल की तरह ही गिनवाई जाएंगी सरकारी स्कूल की खूबियां, रोल मॉडल के तौर पर होगी पहचान
जिले के सरकारी स्कूलों को निजी स्कूलों से भी बेहतर बनाने की दिशा में एक नई पहल की जाएगी। मगर जिला प्रशासन ने पहल करते हुए सिर्फ उन दो स्कूलों का चयन किया है जो भाजपा विधायकों के हलकों में पड़ते हैं।
जेएनएन, हिसार : जिले के सरकारी स्कूलों को निजी स्कूलों से भी बेहतर बनाने की दिशा में एक नई पहल की जाएगी। मगर जिला प्रशासन ने पहल करते हुए सिर्फ उन दो स्कूलों का चयन किया है जो भाजपा विधायकों के हलकों में पड़ते हैं। शहर हलके के विधायक डा. कमल गुप्ता और नारनौंद के विधायक कैप्टन अभिमन्यु के हलके का एक-एक स्कूल को प्राइवेट स्कूल की तरह आधुनिक बनाया जाएगा। इसके तहत जहाजपुल स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय और गांव पेटवाड़ के राजकीय कन्या स्कूल का चयन किया गया है जिसे रोल मॉडल के रूप में विकसित किया जाएगा। यह बात उपायुक्त अशोक कुमार मीणा ने शुक्रवार को लघु सचिवालय के जिला सभागार में आयोजित सक्षम हरियाणा (शिक्षा) के तहत सक्षम योजना क्रियान्वयन की प्रगति की समीक्षा करते हुए शिक्षा अधिकारियों को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि वे स्वयं इस कार्य की सफलता की
मॉनिट¨रग करेंगे और जिला के दो स्कूलों में सफलता प्राप्त कर इस मॉडल को अन्य स्कूलों में लागू करेंगे।
उपायुक्त अशोक कुमार मीणा ने कहा कि शिक्षा सुधार की यह प्रक्रिया जिला के दो स्कूलों से शुरू की जाएगी जिसके लिए जहाजपुल के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय और पेटवाड़ के कन्या विद्यालय को विकसित किया जाएगा। मॉडल स्कूल में ये होगा खास
- दोनों स्कूलों का पूरा डाटाबेस डिजिटलाइज्ड किया जाएगा
- हर बच्चे का भोजन, मेडिकल रिकॉर्ड, हाजरियां, छुट्टियां, गृह कार्य, मासिक टेस्ट और हर प्रकार के प्रदर्शन का रिकॉर्ड रखा जाएगा
- आइटी का नया मॉडयूल शामिल करते हुए स्मार्ट क्लासिज चलाई जाएंगी।
- पढ़ाई के अलावा शिक्षक बच्चों से
प्रतिदिन कम से कम एक घंटा व्यक्तिगत बातचीत करेंगे
- विद्यार्थी की घरेलू समस्याओं व मानसिक स्थिति का अध्ययन किया जाएगा।
- दोनों मॉडर्न स्कूलों में प्रत्येक कक्ष का थीम बनाया जाएगा
- प्रत्येक कमरे का एक इंचार्ज होगा
- देश के महापुरुषों के नाम व शिक्षाओं के आधार पर थीम तैयार किए जाएंगे।
- कक्ष का इंचार्ज अपनी स्वविवेक व नवाचार के आधार पर इन कक्षों को विकसित करेगा।
- आधारभूत सुविधाओं के साथ-साथ सुंदरता को भी बढ़ाया जाएगा।
- स्कूलों में खेल के मैदान, वाटर हार्वे¨स्टग, सोलर आधारित
प्रणाली विकसित की जाएगी।
- प्रदर्शन के आधार पर अच्छा कार्य करने वाले शिक्षकों को
सम्मानित भी किया जाएगा। अधिकारियों को दिए आदेश
उन्होंने मात्रश्याम स्थित डाइट की प्रधानाचार्य को निर्देश दिए कि वे संस्थान द्वारा स्कूलों की गुणवत्ता के लिए किए जाने वाले अनुसंधान के परिणामों का उपयोग स्कूली शिक्षा के स्तर को और बेहतर बनाने के लिए करें। इसके अलावा वे अपने संस्थान के प्रशिक्षुओं को सभी स्कूलों में नियमित रूप से भेजकर शिक्षकों की कमी को पूरा करने और गुणवत्ता बढ़ाने के लिए नए उपाय लागू करें। उन्होंने सभी बीईओ से कहा कि वे नियमित रूप से अपने अधीन आने वाले स्कूलों का निरीक्षण करें और जहां परिणामों का स्तर औसत से नीचे है, उनके कारणों का अध्ययन करके वहां के शिक्षा स्तर को सुधारने व परिणामों को बेहतर बनाने का प्रयास करें।
डीसी बोले- प्राइवेट की तरह बनाए जाएंगे सरकारी
उपायुक्त ने कहा कि वे स्वयं हर महीने जिला के स्कूलों का निरीक्षण करेंगे और यहां शिक्षा की गुणवत्ता का जायजा लेंगे। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों के परिणामों और बेहतर बनाने के लिए प्राचार्यों के साथ-साथ अध्यापकों व प्रशिक्षुओं को स्व-प्रेरित होना जरूरी है तभी हम सरकारी स्कूलों को निजी स्कूलों से बेहतर बना सकेंगे। हमारा लक्ष्य है कि आने वाले समय में लोगों को सरकारी स्कूलों व निजी स्कूलों में कोई फर्क नजर न आएं।
इस अवसर पर सर्व शिक्षा अभियान के नोडल अधिकारी अतिरिक्त उपायुक्त अमरजीत ¨सह मान, एसीयूटी स्वपिल पाटिल, सीटीएम शालिनी चेतल, बरवाला एसडीएम पृथ्वी ¨सह, हांसी एसडीएम राजीव अहलावत, डीईईओ बलजीत ¨सह, बीईओ ज्ञान ¨सह व चंद्रबाला सहित अन्य शिक्षा अधिकारी भी मौजूद थे।
सरकार को प्रत्येक गांवों के स्कूलों के रोल मॉडल की तरह बनाना चाहिए सिर्फ दो स्कूलों को रोल मॉडल बनाकर क्या होगा। जहाजपुल के जिस सरकारी स्कूल का चयन किया गया है वह अपने आप में रोल मॉडल है।
- दुष्यंत चौटाला, सांसद, हिसार।