मजदूरों के गांवों को उजाड़ने पर तुली सरकार
जागरण संवाददाता, हिसार : पांच गांवों को मालिकाना हक दिलाने के लिए संयुक्त संघर्ष समिति का प
जागरण संवाददाता, हिसार : पांच गांवों को मालिकाना हक दिलाने के लिए संयुक्त संघर्ष समिति का पारिजात चौक पर चल रहा धरना 15 वें दिन में प्रवेश कर गया। मंगलवार को धरने की अध्यक्षता गुरदयाल ¨सह पूर्व सरपंच ने कि व संचालन राजीव नगर के नंदकिशोर ने किया।
धरने पर वक्ताओं ने कहा कि यहां पर बसे लोगों में 99 फीसद अपनी मेहनत मजदूरी करने वाले लोग हैं उनके पास कोई स्थाई रोजगार नहीं है, बड़ी मुश्किल से अपने रहने के लिए आशियाने बनाए हैं। आज की महंगाई के जमाने में जमीन खरीदना व मकान बनाना कितना मुश्किल है। जिस जमीन पर हम बसे हुए हैं वो हरियाणा सरकार पशुपालन विभाग की जमीन है 1955 में पंजाब, हरियाणा के संयुक्त राज्य के मुख्यमंत्री प्रताप ¨सह कैरो थे। उन्होंने हमें यहां पीरांवाली से शुरुआत की थी, पाकिस्तान से उजड़कर आए थे। हरियाणा के लोग यहां पर शहर के नजदीक मेहनत मजदूरी करते थे धीरे-धीरे करके पांचों गांव में उन्होंने भी यहीं अपना आशियाना बना लिया तब से लेकर आज तक 63 वर्ष हो चुके हैं शुरू में एक पंचायत होती थी अब यहां पर पांच पंचायतें चुनी हुई कार्य कर रही है। 1955 से लेकर अब तक किसी सरकार ने हमें अवैध नहीं बताया था। भाजपा सरकार ने आते ही हमें अवैध घोषित कर दिया है। आज के धरने को सीआइटीयू के जिला सचिव एंव पूर्व जिला पार्षद कामरेड सुरेश कुमार, मोहन लाल, मनोज सरपंच, मुनीष मिलगेट, सतपाल इल्ला, हवा¨सह,का .रामकिशन, हनुमान बिश्नोई, जगदीश मंत्री, सुनील शर्मा, महावीर, बलबीर इंदौरा, रूघबीर, रामनिवास, संदीप सिवाच, टेकचंद पेंटर, जरनैल ¨सह, सुरेंद्र छिन्दा, जसवंत ¨सह, भजन ¨सह, सन्नी पाल, धर्मपाल, डा. सुभाष, रमेश नापा आदि ने संबोधित किया।