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Sirsa Government school: राजकीय माडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में भवन बनाने के लिए होगी फिजिकल वेरिफिकेशन, CBSE से दिलाई मान्यता

सिरसा जिले में राजकीय माडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में भवनों की कमी है। जिले में 7 राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल बनाए गये हैं। 86 राजकीय माडल प्राथमिक स्कूल बनाए गये हैं। जिनको सीबीएससी से मान्यता दिलाई गई है।

By Naveen DalalEdited By: Published: Wed, 22 Sep 2021 08:50 AM (IST)Updated: Wed, 22 Sep 2021 01:41 PM (IST)
Sirsa Government school: राजकीय माडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में भवन बनाने के लिए होगी फिजिकल वेरिफिकेशन, CBSE से दिलाई मान्यता
सिरसा के राजकीय माडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में नही रहेगी भवनों की कमी।

सिरसा, जागरण संवाददाता। सिरसा जिले में राजकीय माडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में भवनों की कमी है। स्कूलों में कमरों की कमी को देखते हुए। शिक्षा विभाग के अधिकारी स्कूलों में जाकर फिजिकल वेरिफिकेशन करने का कार्य करेंगे। जिससे स्कूलों में पर्याप्त कमरों को बनाने का प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। इसके बाद स्कूलों में भवन बनाने के लिए बजट मांगा जाएगा। गौरतलब है कि जिले में 93 राजकीय स्कूलों को राजकीय माडल संस्कृति स्कूल बनाए गये हैं। जिसके तहत 7 राजकीय माडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल व 86 राजकीय माडल प्राथमिक स्कूल बनाए गये हैं। जिनको सीबीएससी से मान्यता दिलाई गई है।

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इन स्कूलों में भवनों की कमी

जिले में 7 राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल बनाए गये हैं। जिसके तहत सिरसा शहर में अनाज मंडी स्थित राजकीय माडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल, डबवाली राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय डबवाली, ऐलनाबाद राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ऐलनाबाद, नाथूसरी चौपटा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय चौपटा, बड़ागुढ़ा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बप्पा, ओढ़ां राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कालांवाली व रानियां राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय रानियां स्कूलों में भवनों की कमी है।

डिजिटल लैब भी स्कूलों में हो रही है तैयार

राजकीय मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल में आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके तहत स्कूलों में साइंस, गणित के साथ-साथ डिजिटल लैब भी होगी। डिजिटल लैब पर कार्य शुरू हो चुका है और लैब संबंधी उपकरण विद्यालय में पहुंचना शुरू हो चुके है। स्कूलों में लैब के अंदर कंप्यूटर व टैब होंगे। स्कूलों में डिजिटल लैब से विद्यार्थियों को आनलाइन पढ़ाई में भी काफी फायदा मिलेगा। इसी के साथ विद्यार्थियों को किसी भी प्रकार की सूचना देने व पढ़ाई से संबंधित कार्य आसानी से हो सकेगा। आनलाइन पढ़ाई करवाने के लिए अध्यापकों को विशेष तौर पर प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

वर्दी भी अलग होगी

स्कूलों में अंग्रेजी माघ्यम से पढ़ाई करवाई जा रही है। स्कूल में पढ़ने वाले सभी विद्यार्थियों की वर्दी भी अलग से होगी। विद्यार्थियों के गले में आई कार्ड व टाई लगी होगी। इसके अलावा बैठने के लिए ड्यूल डेस्क, आधुनिक कंप्यूटर लैब व खेलों का सामान दिया जाएगा। शिक्षा विभाग द्वारा मॉडल संस्कृति स्कूलों के लिए अलग से बजट जारी किया जाएगा जिससे विद्यार्थियों को बेहतर सुविधा मिल सकेगी।

सिरसा जिला शिक्षा अधिकारी संतकुमार बिश्नोई ने बताया कि राजकीय माडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में भवनों के अंदर कमी नहीं रहेगी। स्कूलों में फिजिकल वेरिफिकेशन की जाएगी। इसके लिए गठित टीम स्कूलों का निरीक्षण करेगी। 


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