विद्यार्थियों के लिए राहत भरी , एचएयू 12वीं के बाद दे सकता है बिना प्रवेश परीक्षा के दाखिले
प्रदेश में बीएससी में 12वीं की मेरिट पर तो एमएससी में प्रवेश परीक्षा से एचएयू दाखिले ले सकता है। अकादमिक काउंसिल की बैठक में फैसला लिया जाएगा।
हिसार, जेएनएन। प्रदेश का एकमात्र कृषि विश्वविद्यालय में दाखिले के लिए ऑनलाइन आवेदन तो ले लिए मगर प्रवेश परीक्षा होगी या नहीं इस पर अभी तक संशय बना हुआ है। यह सरकार के निर्देशों के बाद ही तय होगा कि प्रवेश परीक्षा ली जाए या नहीं। मगर इससे पहले चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के अधिकारियों की मानें तो इस बार बीएससी एग्रीकल्चर में 12वीं की मेरिट के आधार पर दाखिले लिए जा सकते हैं। वहीं एमएससी व पीएचडी में प्रतिभागियों की संख्या कम होती है ऐसे में इन दोनों पाठ्यक्रमों में प्रवेश परीक्षा ली जा सकती है। इसमें प्रवेश के लिए प्रदेशभर से विद्यार्थी आवेदन करते हैं। अगर बिना प्रवेश परीक्षा के दाखिले एचएयू में लिए जाते हैं तो यह अब तक विवि के इतिहास में पहली बार होगा। अक्सर बीएससी व एमएससी में प्रवेश के लिए एचएयू में काफी प्रतिस्पर्धा छात्रों के बीच देखने को मिलती रही है।
अकादमिक काउंसिल की बैठक में लिया जाएगा फैसला
बीएससी, एमएससी व पीएचडी पाठयक्रमों में किसी प्रकार से दाखिला लिया जाएगा इस पर अंतिम मुहर अकादमिक काउंसलि की बैठक में लिया जाएगा। अकादमिक काउंसिल की बैठक के लिए अभी तारीख तय नहीं है। विवि प्रशासन की मानें तो चार अगस्त को बैठक के बार अकादमिक काउंसिल की बैठक का दिन किया जाएगा। इस बैठक में लिए प्रवेश परीक्षा के विषय में निर्णय लेकर बोर्ड के माध्यम से पास कराने की विश्वविद्यालय प्रशासन तैयारी कर रहा है।
अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों पर भी अटका है निर्णय
कोविड-19 ने पहले लॉकडाउन के कारण विवि के कामकाज को प्रभावित किया। ऑनलाइन दाखिले के लिए आवेदन तो ले लिए मगर परीक्षा कैसे कराएं इस पर संकट बना हुआ है। इधर अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों की परीक्षा पर भी अभी कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है। क्योंकि जब तक अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों की डिग्री पूरी नहीं होगी तो वह आगे दाखिला कैसे लेंगे। ऐसे में अब विभिन्न कोर्सों के वाह्टसएप ग्रुपों में अंतिम वर्ष के छात्र परीक्षा न होने से विचलित दिखाई दे रहे हैं। क्योंकि वह बिना डिग्री के आगे कहीं दाखिला ले सकते हैं न ही किसी नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस पर विवि प्रशासन सरकार के आदेशों का इंतजार कर रहा है।
प्रवेश परीक्षा के लिए हम सरकार के आदेशों का इंतजार कर रहे हैं। हमारी प्लानिंग है कि 12वीं की मैरिट पर बीएससी में दाखिला लें तो एमएससी व पीएचडी में प्रवेश परीक्षा कराएं। क्योंकि इन कोर्सों में छात्रों की अधिक संख्या नहीं होगी। अकादमिक काउंसिल की बैठक में यह निर्णय लिया जाएगा।
प्रो. समर सिंह, कुलपति, एचएयू, हिसार