रोहतक में नहीं हुई थी 15 लाख लूट, मामला था मारपीट का, सुनार ने रचा लूट का ड्रामा
बहादुरगढ़ की बैंक कालोनी का रहने वाला अनिल वर्मा अपने मौसा अनिल के साथ रेलवे रोड पर सुनार की दुकान करता है। बुधवार देर रात वह अपने मौसा और साथी नरेंद्र के साथ होंडा सिटी कार से जा रहा था।
रोहतक, जागरण संवाददाता। रोहतक के छोटूराम चौक पर सुनार के साथ हुई 15 लाख रुपये की लूट का मामला फर्जी पाया गया। दोनों पक्षों के बीच केवल मारपीट का मामला था, लेकिन शराब के नशे में सुनार ने 15 लाख रुपये की लूट का ड्रामा रच दिया। जांच में पूरी कहानी उजागर होने के बाद पुलिस ने सुनार, उसका मौसा और दोस्त के अलावा मारपीट करने वाले कार सवार चार अन्य आरोपितों को भी गिरफ्तार किया है। एडिशनल एसपी कृष्ण कुमार ने वीरवार को प्रेस कांफ्रेंस कर पूरे मामले का पर्दाफाश किया।
यह था मामला
बहादुरगढ़ की बैंक कालोनी का रहने वाला अनिल वर्मा अपने मौसा अनिल के साथ रेलवे रोड पर सुनार की दुकान करता है। बुधवार देर रात वह अपने मौसा और साथी नरेंद्र के साथ होंडा सिटी कार से जा रहा था। छोटूराम चौक के नजदीक स्कोडा कार सवार चार युवकों के साथ उनका झगड़ा हो गया था। जिसके बाद सुनार अनिल वर्मा ने पुलिस को सूचना दे दी थी कि कुछ बदमाश उनके साथ मारपीट कर 15 लाख रुपये लूटकर ले गए हैं।
इस तरह हुआ झूठ का पर्दाफाश
प्रेस कांफ्रेंस करते हुए एडिशनल एसपी कृष्ण कुमार ने बताया कि जिस समय पुलिस वहां पहुंची थी उस वक्त सुनार अनिल वर्मा व उसके साथ वाले लोग नशे में थे। 15 लाख की लूट होने के बावजूद अनिल वर्मा ने शिकायत देने से मना कर दिया। तब पुलिस को शक हुआ और सख्ती से पूछताछ की गई। जिस पर सुनार और उसके साथियों ने पूरा मामला उगल दिया। उन्होंने बताया कि छोटूराम चौक से गुजरते समय स्कूटी सवार लड़के उनकी कार के पास से तेज स्पीड में गुजरे।
जिस पर अनिल वर्मा ने उन्हें रोककर धमकाना शुरू कर दिया। तभी वहां पर खड़े स्कोडा कार सवार चार युवक बीच में आ गए, वह भी शराब पी रहे थे। उन्होंने कहा कि इन लड़कों को क्यों धमका रहे हो। इसी बात को लेकर चारों युवकों की सुनार अनिल वर्मा के साथ नोकझोंक हो गई। जिसके बाद उन्होंने अपनी कार से कई बार अनिल वर्मा की कार में टक्कर मारी। इसके बाद मारपीट कर फरार हो गए। मारपीट करने वालों पर कड़ी कार्रवाई हो सके, इसलिए 15 लाख की लूट की कहानी बना दी।
दोनों पक्ष पहुंचे सलाखों के पीछे
इस मामले में पुलिस ने सुनार अनिल वर्मा, उसके मौसा अनिल और साथी नरेंद्र पर झूठी सूचना देना, सरकारी कार्य में बाधा डालना समेत कई अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है। जबकि स्कोडा सवार डेयरी मुहल्ला निवासी दीपक, इंद्रगढ़ गांव निवासी मंजीत व मोहित और शिव कालोनी निवासी जगदीश पर मारपीट करना और एक्सीडेंट समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।