GJU में PHD के लिए अब दो बार होंगे दाखिले, ऐसा करने वाली बनी पहली यूनिवर्सिटी
जीजेयू विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से दिसंबर और जून महीने में साल में दो बार पीएचडी में दाखिले किए जाएंगे। जीजेयू ऐसा करने वाली हरियाणा की पहली यूनिवर्सिटी होगी।
हिसार, जेएनएन। गुरु जंभेश्वर यूनिवर्सिटी (जीजेयू) में इस वर्ष पीएचडी में दो बार दाखिले किए जाएंगे। विश्वविद्यालय प्रशासन ने रिसर्च वर्क को बढ़ाने के लिए यह फैसला लिया है। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से दिसंबर और जून महीने में साल में दो बार पीएचडी में दाखिले किए जाएंगे। जीजेयू ऐसा करने वाली हरियाणा की पहली यूनिवर्सिटी होगी। पीएचडी में एडमिशन के लिए जीजेयू प्रशासन दिसंबर महीने में शेडयूल जारी करेगा।
जीजेयू में विभिन्न कोर्सेज में पीएचडी कोर्स की बहुत अधिक डिमांड है। कई कोर्सेज में पीएचडी के लिए अभ्यर्थी तीन-तीन सालों से वेङ्क्षटग में हैं। प्रोफेसर बनने का सपना संजोये नेट-जेआरएफ क्लीयर करने वाले स्टूडेंट््स को भी पीएचडी में दाखिले के लिए अधिक मौके मिल सकेंगे। पीएचडी में साल में दो बार दाखिले साल में दो बार होने वाले नेट एग्जाम की तर्ज पर शुरू किए जाएंगे।
पीएचडी में ऐसे होता है सीटों का निर्धारण
रैंक - पीएचडी सीटें
प्रोफेसर - 8
एसोसिएट प्रोफेसर - 8
असिस्टेंट प्रोफेसर - 5
विभागों से ली जा रही है सीटों की जानकारी
जीजेयू प्रशासन ने नए सेशन से पीएचडी में दाखिले के लिए प्रोसेस शुरू किया है। जीजेयू प्रशासन सभी डिपार्टमेंट से पीएचडी के लिए अवेलेबल सीटों की जानकारी जुटा रहा है। दाखिले एंट्रेंस एग्जाम व नेट-जेआरएफ के आधार पर किए जाएंगे।
इन विषयों में करवाई जा रही पीएचडी
जीजेयू में ट्रिओलॉजी, प्रोडक्शन, थर्मल इंजीनियङ्क्षरग, ग्रुप टेक्नोलॉजी, ऑप्टीमाइजेशन, जीए, एसए, सागा, ग्रुप टेक्नोलॉजी, फेसिलिटी लेआउट, सेल्यूलर मेनुफेक्चङ्क्षरग, सिस्टम डिजाइन, एडवांस्ड मेनुफेक्चङ्क्षरग टेक्नोलॉजी, ङ्क्षप्रट मीडिया, न्यू मीडिया, सोशल मीडिया, कम्यूनिकेशन थ्योरीज, पॉल्यूशन मैनेजमेंट सहित 42 विषय हैं जिनमें पीएचडी की जा सकती है।
पीएचडी में दाखिले के लिए योग्यता
यूजी व पीजी के अंकों के अनुसार ही होंगे दाखिले पीजी कोर्सेस में कम अंक लेने वाले स्टूडेंट््स भी पीएचडी में दाखिला ले पाएंगे। पीएचडी में एकेडमिक मेरिट के आधार पर दाखिला होता था। इसमें 75 फीसद माक्र्स पीजी कोर्स व 25 फीसद माक्र्स यूजी कोर्स के आधार पर दिए जाते थे। मगर विवि ने हाल ही में एंट्रेस एग्जाम के 50 फीसद, पीजी कोर्सेस के 30 फीसद व यूजी कोर्सेस के 20 फीसद अंकों को जोड़कर मेरिट बनाकर दाखिले दिए जाएंगे।
---साल में दो बार पीएचडी में दाखिले के लिए प्रोसेस शुरू कर दिया है। विश्वविद्यालय में रिसर्च क्षेत्र को बढ़ाने के लिए यह फैसला लिया गया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने विभिन्न सब्जेक्ट में रिसर्च के क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा।
प्रो. टंकेश्वर कुमार, कुलपति, जीजेयू, हिसार।