पूर्व केंद्रीय मंत्री के गांव में लड़कियों ने स्कूल का जड़ा ताला, तीन घंटे बैठी रहीं धरने पर
पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा के पैतृक गांव प्रभुवाला के राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल की छात्रााओं का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने स्कूल में ताला जड़ दिया।
जेएनएन, उकलाना [हिसार]। पूर्व केंद्रीय मंत्री व राज्यसभा सदस्य कुमारी शैलजा के पैतृक गांव प्रभुवाला के राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल में विज्ञान संकाय पढ़नेे वाली छात्राओं का गुस्सा फूट पड़ा। आक्रोशित छात्राओं ने सुबह ही स्कूल के मुख्य द्वार पर ताला जड़ दिया और साढ़े तीन घंटे तक धरने पर बैठी रही। आक्रोशित छात्राओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और कहा कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा वह धरने पर बैठी रहेंगी। अधिकारियों के आश्वासन के बाद छात्राओं ने स्कूल का ताला खोला।
छात्राओं ने बताया कि वह गांव प्रभुवाला के सरकारी स्कूल में विज्ञान संकाय में पढ़ाई कर रही हैं, लेकिन अब सरकार ने फैसला कर दिया कि उनके स्कूल में विज्ञान संकाय की पढ़ाई बंद कर दी जाएगी। ऐसे में अब वह सत्र के बीच में दूसरे स्कूल में कैसे जाएंगी। उनके परिजन उन्हें गांव से बाहर पढ़ाई के लिए भेजने से मना करने लगे हैं।
छात्राओं ने कहा कि गणित विषय का अध्यापक पिछले काफी समय से नहीं है। जिस कारण उनकी पढ़ाई नहीं हो पा रही है। एक ओर प्रदेश सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा दे रही है वहीं दूसरी ओर बेटियों को विज्ञान संकाय पढऩे से वंचित किया जा रहा है। अगर सरकार ने स्कूल में विज्ञान संकाय बंद कर दिया तो वह पढ़ाई छोड़ देंगी और स्कूल के सामने अनिश्चितकालिन धरने पर बैठ जाएंगी।
मांगों को लेकर छात्राओं ने सुबह सात बजे ही स्कूल के मुख्यद्वार को ताला जड़ दिया था और किसी भी बच्चे व स्टाफ को स्कूल के अंदर नहीं जाने दिया।
शिक्षा अधिकारी के आश्वासन के बाद मानी छात्राएं
साढ़े तीन घंटों के बाद खण्ड शिक्षाधिकारी कुलभषण शर्मा ने छात्राओं को लिखित में आश्वासन दिया कि उनकी मांग को उच्चाधिकारियों के संज्ञान में लाया जाएगा और प्रयास किया जाएगा कि स्कूल में विज्ञान संकाय की पढ़ाई जारी रहे तथा गणित विषण के अध्यापक की नियुक्ति की जाए।