हरियाणा में बढ़ रहा लाडो का लाड, कोख में खुलकर सांस लेने लगीं बेटियां
बीते आठ साल में 832 से 923 हुई बेटियों की संख्या स्वास्थ्य विभाग की सख्ती और जागरुकता से लिंगानुपात परिणाम हुए बेहतर। प्रदेश में हर माह एमटीपी और पीएनडीटी के 62 मामले दर्ज
रोहतक [ओपी वशिष्ठ] हरियाणा में अब बेटियां कोख में खुलकर सांस लेने लगी हैं। बीते आठ साल में लिंगानुपात में बेहतर इजाफा हुआ है। वर्ष 2012 में प्रदेश में लिंगानुपात 832 था, जो 2019 में 923 पहुंचा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 में बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ अभियान पानीपत से लांच किया, इसके बाद तो परिणाम और भी बेहतर सामने आए। लिंगानुपात बढऩे में जहां सरकार द्वारा सख्त कार्रवाई रही, वहीं जागरूकता कार्यक्रम का भी लोगों पर सार्थक प्रभाव पड़ा। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से 2016 में पीएनडीटी और एमटीपी के 214 मामले दर्ज किए थे, जो 2019-20 में 751 तक पहुंच गया। इस तरह से देखा जाए तो प्रदेश में हर माह 63 एफआइआर दर्ज की गई है। जिससे भ्रूण हत्या और प्रसव से पूर्व लिंग की जांच करवाने पर अंकुश लग पाया है।
2012 से 2019 तक जिलावार लिंगानुपात का ब्योरा
वर्ष वर्ष वर्ष वर्ष वर्ष वर्ष वर्ष वर्ष
जिला 2012 2013 2014 2015 2016 2017 2018 2019
पंचकूला 893 911 916 909 923 910 922 963
अंबाला 828 909 865 873 912 925 916 959
पानीपत 834 851 892 892 912 945 900 939
जींद 825 859 891 856 900 898 925 938
यमुनानगर 833 895 873 868 898 943 925 936
हिसार 821 876 876 886 913 921 913 932
पलवल 868 895 887 901 913 914 912 930
कुरूक्षेत्र 743 887 869 860 859 924 924 929
फरीदाबाद 879 893 884 867 895 907 917 921
मेवात 916 917 918 913 912 908 918 921
कैथल 808 874 886 863 887 900 916 919
रेवाड़ी 780 797 802 824 870 893 912 919
नारनौल 770 761 745 818 850 881 898 917
सिरसा 839 888 900 915 935 928 935 917
झज्जर 781 804 824 852 884 920 875 914
रोहतक 820 847 879 859 905 891 895 911
सोनीपत 808 824 847 867 901 935 925 911
गुरुग्राम 840 857 852 858 883 901 901 910
करनाल 797 880 880 897 908 923 934 908
भिवानी 846 847 834 870 895 913 918 894
हरियाणा 832 868 871 876 900 914 914 923
नोट : स्वास्थ्य विभाग से लिए गए आंकड़े
जिला वाइज पीएनडीटी व एमटीपी की दर्ज एफआइआर
जिला वर्ष वर्ष वर्ष वर्ष
2015-16 2016-17 2017-18 2018-19
पानीपत 28 40 44 48
यमुनानगर 21 39 42 46
सोनीपत 07 25 37 49
सिरसा 11 26 32 36
अंबाला 13 22 31 36
कुरूक्षेत्र 07 25 33 44
करनाल 11 21 28 32
हिसार 11 18 26 31
झज्जर 04 13 16 27
पलवल 08 14 17 20
भिवानी 09 15 18 22
पंचकूला 05 10 12 13
फतेहाबाद 04 12 18 24
मेवात 03 03 07 07
फरीदाबाद 16 32 49 55
गुरुग्राम 08 19 26 32
कैथल 15 30 38 43
जींद 15 23 32 34
रेवाड़ी 08 15 17 18
रोहतक 03 14 28 34
चरखी दादरी कोई नहीं कोई नहीं कोई नहीं 02
नारनौल 07 16 24 26
हरियाणा 214 431 577 681
नोट : फरवरी 2020 तक कुल एफआइआर 751 हो चुकी है।
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पीएम मोदी ने 2015 में बेटी बचाओ, बेटी पढाओ कार्यक्रम पानीपत में लांच किया था। इस कार्यक्रम के तहत प्रदेश में 25 हजार बेटियों को बचाया जा चुका है। इसका पूरा श्रेय चिकित्सकों और जिला प्रशासन के अधिकारियों के संयुक्त प्रयास को जाता है। पीएनडीटी और एमटीपी एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई भी आरोपितों के खिलाफ की गई। इसका भी पूरा प्रभाव ङ्क्षलगानुपात बढ़ाने में सार्थक साबित हुआ है। साथ ही, इस कार्यक्रम का जिला स्तर पर रिव्यू भी किया जाता रहा है।
राकेश गुप्ता, बेटी बचाओ, बेटी पढाओ कार्यक्रम के प्रोजेक्ट डायरेक्टर कम नोडल ऑफिसर।