फर्जी आइडी बनाकर महाराष्ट्र से चलाया जा रहा देह व्यापार का गिरोह
इंटरनेट पर देह व्यापार की फर्जी वेबसाइट से लोगों को अपने चंगुल में फं
मनप्रीत ¨सह, हांसी : इंटरनेट पर देह व्यापार की फर्जी वेबसाइट से लोगों को अपने चंगुल में फंसाकर पैसे ऐंठने वाले गिरोह के मामले में जिला पुलिस ने उच्च स्तरीय जांच शुरू कर दी है। पुलिस विभाग के आला अधिकारियों ने साइबर सेल को मामले में जांच करने के निर्देश दिये थे। साइबर सेल की जांच में वेबसाइट पर दर्ज सभी नंबर मुम्बई से संचालित व फर्जी आइडी पर चलाए जा रहे हैं। जांच में यह तो साफ हो गया है कि यह पूरा गैंग महाराष्ट्र से हिसार व हांसी क्षेत्र में चलाया जा रहा है, लेकिन ठगी का गिरोह चलाने वाले किसी भी ठग तक पुलिस के हाथ नहीं पहुंच पाए हैं। हालांकि अभी पुलिस की जांच जारी है और इन इन फर्जी वेबसाइट को सर्वर से ब्लॉक करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है।
बता दें कि पूरे हिसार जिले में एस्कार्ट सर्विस के नाम से देह व्यापार का फर्जी धंधा चलाया जा रहा है। इस पूरे गैंग का पर्दाफाश करते हुए दैनिक जागरण ने पिछले दिनों खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। खबर छपते ही साइबर टीम में पूरे मामले में जांच शुरू कर दी थी। 15 दिनों तक टीम ने फर्जी ग्राहक बनाकर गहनता से इस पूरे मामले की जांच की है। पुलिस को सभी नंबरों की लोकेशन महाराष्ट्र के अलग-अलग शहरों से मिली है। कई नंबर माया नगरी मुम्बई से संचालित हैं और यह फर्जी आईडी पर चलाये जा रहे हैं। इन पर संपर्क करने के बाद यह पेटीएम खाते में तय राशि जमा करवाने की डिमांड करते हैं और पैसे जमा होते ही नंबर बंद कर नये नंबरों से ठगी शुरू कर देते हैं। ठगों की उंगलियों पर पूरे जिला का भूगोल
देह व्यापार की फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों से रुपये ऐंठने के काम में लगे हुए शातिर ठगों को पूरे जिले के भूगोल की जानकारी है। जब पुलिस फर्जी ग्राहक बनकर बात की गई तो उन्होंने हर बार शहर के अलग इलाके में दफ्तर होने की बात कही। इससे साफ जाहिर होता है कि ठगों ने पूरे इलाके की ऑनलाइन रेकी कर रखी है। साइबर सेल के अधिकारियों का मानना है कि गूगल मैप के द्वारा वह क्षेत्र के इलाकों की जानकारी एकत्रित करते हैं। जांच जारी, फर्जी वेबसाइट से ठगी का शिकार होते ही साइबर सेल में करें शिकायत
देह व्यापार की फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों को ठगने वाले गिरोह की जांच की जा रही है। करीब दस नंबरों को रडार पर लेकर जांच की गई है जो जिले में सक्रिय थे। इन सभी नंबरों की लोकेशन महाराष्ट्र से मिली है और ये पूरा फ्रॉड गिरोह है जो समय समय पर अपने नंबर बदल लेते हैं और फर्जी आईडी पर नंबर लेते हैं। कुछ वेबसाइट को भी चिन्हित किया गया है और उन्हें सर्वर से ब्लॉक करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
- वेद नैन, साइबर इंचार्ज फोटो कैप्शन: 14. हांसी