सामूहिक दुष्कर्म पीडि़ता किशोरी बनी मां, बोली- बच्ची रखूंगी पास, बस मां की सूरत ना दिखे
एक मां ने अपनी बेटी को देह व्यापार के धंधे में धकेला और बेटी के गर्भवती होने के बाद इस का खुलासा नवंबर 2018 में हुआ। मगर देर हो चुकी थी और कोर्ट ने गर्भपात करवाने की इजाजत नहीं दी
हिसार, जेएनएन। सामूहिक दुष्कर्म से गर्भवती हुई नाबालिग पीडि़ता ने हिसार के एक अस्पताल में एक बच्ची को जन्म दिया है। परिजनों ने भले ही बच्ची को अपनाने से इन्कार कर दिया हो, मगर मां बनी किशोरी ने बच्ची को अपने पास रखने का फैसला किया है। मगर किशोरी अपनी मां से नहीं मिलना चाहती जिसके कारण उसकी जिंदगी तबाह हो गई। किशोरी का कहना है कि मुझे देह व्यापार के माध्यम से इस नरक में धकलने वाली मेरी मां से मैं कभी भी बात नहीं करूंगी।
बता दें कि हिसार के हांसी में एक मां ने अपनी बेटी को देह व्यापार के धंधे में धकेला और बेटी के गर्भवती होने के बाद इस का खुलासा नवंबर 2018 में हुआ था। मगर तब तक देर हो चुकी थी और कोर्ट ने किशोरी को गर्भपात करवाने की इजाजत नहीं दी थी। ऐसे में किशोरी को बच्चे को जन्म देना पड़ा। फिलहाल गर्भवती किशोरी बाल संरक्षण अधिकारी की निगरानी में है और लगातार उसकी काउंसलिंग की जा रही है।
जिस उम्र में बेटी के हाथों में किताबें होनी चाहिए थी उस उम्र में नाबालिग किशोरी को वासना के वशीभूत लोगों के हवाले कर दिया था। ये एक बार नहीं बल्कि बार- बार हुआ। पीडि़त किशोरी ने हिम्मत जुटा अपनी बात रखी थी और मां पर ही दुष्कर्म करवाने का आरोप लगाया था। पुलिस मामले की जांच में जुटी तो और भी चौकाने वाले खुलासे होते गए। सामूहिक दुष्कर्म के मामले में आरोपित पीडि़ता की मां ने पुलिस रिमांड के दौरान सनसनीखेज खुलासा करते हुए कहा कि उसने ही गरीबी से तंग आकर उसने ही अपनी 15 वर्षीय नाबालिग किशोरी को देह व्यापार के धंधे में धकेला।
आंसू बहाते हुए पीडि़ता की मां बोली, 1 हजार के लिए बेटी को भेजा था
पीडि़ता की मां ने रिमांड में खुलासा किया था कि उसने एक हजार रुपये के लिए अपनी बेटी को लड़के के साथ भेज दिया था। उसने पुलिस के समक्ष रोते हुए कहा कि उससे गलती हो गई है। महिला ने कहा कि घर के आर्थिक हालात इस कदर खराब हो गये थे कि उसने इस धंधे से पैसे कमाने की राह चुन ली। पुलिस ने पीडि़ता को उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया है।
क्या होगा किशोरी का भविष्य
किशोरी के साथ दुष्कर्म होने से तो उसका जीवन बर्बाद हुआ ही है मगर बड़ा सवाल है कि बिन ब्याही मां बनी इस नाबालिग किशोरी का भविष्य का क्या होगा। बच्चे काे अपने पास रखने का फैसला तो वो कर चुकी है। मगर वो किस तरह से पालन पोषण करेगी यह बड़ा सवाल है। परिजन इस तरह के कई सवालों के जवाब तलाश रहे हैं और चेहरे पर मायूसी छाई है।
मां समेत इनको बनाया था अारोपित
बता दें कि पुलिस द्वारा इस मामले में दुष्कर्म पीडि़ता के बयानों के आधार पर उसकी मां सहित छह लोगों को आरोपित बनाया था। जिसमें पुलिस ने पीडि़ता की मां, अजय उर्फ विक्की व दिलबाग को गिरफ्तार किया। पुलिस ने सभी को जेल भेज दिया। मामले की जांच कर रहे एसआइ कश्मीरी लाल ने बताया कि दुष्कर्म पीडि़ता की मां ने स्वीकार किया है कि वह अपनी बेटी से गलत काम करवाती थी।
बाकि अपराधियों को किया जाएगा भगौड़ा घोषित
महिला थाना एसएचओ कमलेश ने बताया कि जिन आरोपितों के लिखाफ मामला दर्ज किया गया है। उनमें से अभी तीन फरार हैं। ऐसे में उन्हें भगौड़ा घोषित किया जाएगा और सख्त से सख्त कार्रवाई कि जाएगी। किशोरी के मामले में प्रक्रिया नियमानुसार की जा रही है।
-- दो महीने पूर्व अपने मां पर देह व्यापार के धंधे में धकेलने का आरोप लगाने वाली किशोरी बाल विकास एवं संरक्षण विभाग की निगरानी में है। किशोरी और बच्ची स्वस्थ है और उसकी लगातार काउंसलिंग की जा रही है।
- सुनीता, जिला बाल संरक्षण अधिकारी