झज्जर में मोबाइल टावर से बैट्रियां चोरी करने का गैंग सक्रिय, 20 दिन में दूसरा मामला आया सामने
कंपनी की ओर से आए कॉल से पता लगा कि जहाजगढ़ क्षेत्र में स्थित टावर का सरवर काफी डाउन है। कर्मी टावर पर पहुंचा। जिसके बाद संज्ञान में आया कि टावर से 72 सेल तथा जनरेटर पर लगाई गई बैट्रियां चोरी की गई है।
झज्जर, जेएनएन। बेरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव जहाजगढ़ स्थित एक मोबाइल टावर से बैट्रियां चोरी हुई है। सर्वर के डाउन होने की वजह से घटनाक्रम संज्ञान में आ पाया। आरोपितों ने लाखों रूपये कीमत के 72 सेल तथा जनरेटर वाली बैट्रियां चुराई है। करीब बीस दिन में यह क्षेत्र के मोबाइल टॉवर से बैट्रियों के चोरी होने की दूसरी घटना है। पहली घटना में भी चोरों ने लाखों रूपये का सामान चुराया था। बहरहाल, मामला दर्ज करा दिया गया है। टावर से इस तरह चोरी होने वाली बैट्रियों की वजह से कंपनी को होने वाले नुकसान के साथ-साथ क्षेत्र के उपभोक्ताओं को भी दिक्कत हो रही है।
---उत्तर प्रदेश के जिला कानपुर निवासी आलोक पुत्र रमेश कुमार ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में बताया कि वह टावर विजन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में नौकरी करता है। कंपनी की ओर से आए कॉल से पता लगा कि जहाजगढ़ क्षेत्र में स्थित टावर का सरवर काफी डाउन है। जिसकी सूचना पर वह गांव में पहुंचा और कंपनी की ओर से नियुक्त किए गए चौकीदार विकास के साथ टावर पर पहुंचा। जिसके बाद संज्ञान में आया कि टावर से 72 सेल तथा जनरेटर पर लगाई गई बैट्रियां चोरी की गई है। जिसके बाद आलोक ने कंपनी के उच्चाधिकारियों को सूचित करते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराईं।
पिछली दफा महराना में बीएसएनएल के टावर से हुई थी चोरी
करीब बीस दिन पहले गांव महाराना में बीएसएनएल की ओर से एक लगाए गए मोबाइल टावर से दो बैट्री बैंक में लगी बैट्रियों सहित कुल 49 बैट्रियां चोरी हुई थी। संबंधित टावर से महाराना गांव सहित आस-पास के गांवों में मोबाइल की सेवाएं प्रदान की जाती है। सुबह के समय में जब लोगों के मोबाइल की सेवाएं बाधित हुई तो फाल्ट चेक करने की प्रक्रिया तकनीकी स्टॉफ द्वारा अमल में लाई गई। जिसके बाद पूरी घटना का पटाक्षेप हुआ। जिसमें जेटीओ विनय तंवर की ओर से थाना दुजाना में चोरी का मामला दर्ज कराते हुए आरोपितयों के खिलाफ नियमानुसार कानूनी कार्रवाई किए जाने की बात कही गई।
जेटीओ के मुताबिक महराना में दो बैट्री बैंक लगे हुए थे। जिसके एक सेट में 20 तथा दूसरे सेट में 15 बैट्री थी। जबकि, 12 बैट्रियां अतिरिक्त रखी थी। सभी मौके से गायब पाई गई है। चोरों द्वारा टावर से कुल 49 बैट्रियां चोरी की गई है। यह भी बताया गया है कि टावर पर ना तो बीएसएनएल की तरफ से कोई सुरक्षा कर्मी तैनात किया गया है और ना ही ठेकेदार की तरफ से।
लाखों का नुकसान, उपभोक्ताओं की परेशानी
टावर से इस तरह बैट्रियां चोरी होने के कारण जहां कंपनी को लाखों रुपये का नुकसान होता है। वहीं संबंधित क्षेत्र से जुड़े उपभोक्ताओं को भी भारी परेशानी उठानी पड़ती है। कारण कि लॉकडाउन से अनलॉक तक के दौर में इंटरनेट लोगों की दैनिक दिनचर्या का अह्म हिस्सा बनता जा रहा है। किसी घर में बच्चों की पढ़ाई के लिए तो किसी घर में रोजगार से जुड़ी सेवाओं के लिए इंटरनेट इस्तेमाल हो रहा है। तकनीकी स्तर पर सामने आने वाली समस्याओं की वजह से इस तरह से बनने वाली परेशानी बेशक ही लोगों के लिए आफत से कम नहीं।