Move to Jagran APP

हरियाणा में फर्जी कोरोना रिपोर्ट बनाने का खेल, कुंभ मेले में फर्जी सैंपलिंग के हिसार से जुड़े हैं तार, SIT कर रही जांच

कुंभ मेले में कोरोना टेस्ट के लिए मैक्स कॉर्पोरेट सर्विसेज फर्म ने टेंडर लिया था। इस फर्म का हिसार की नलवा लैब और दिल्ली की लालचंदानी लैब का एमओयू साइन था। आरोप है प्रति रेपिड टेस्ट 354 रुपये व आरटीपीसीआर फर्जी टेस्‍ट के लिए 500 रुपये का रेट फिक्स था।

By Manoj KumarEdited By: Published: Wed, 04 Aug 2021 01:10 PM (IST)Updated: Wed, 04 Aug 2021 01:10 PM (IST)
हरियाणा में फर्जी कोरोना रिपोर्ट बनाने का खेल, कुंभ मेले में फर्जी सैंपलिंग के हिसार से जुड़े हैं तार, SIT कर रही जांच
हिसार से कुंभ मेले तक कोरोना की फर्जी जांच समेत कई मामले सामने आ चुके हैं

जागरण संवाददाता, हिसार : हरियाणा में फर्जी कोरोना रिपोर्ट बनाने का खेल कई लैब में चल रहा है। हाल ही में कैथल में ऐसा मामला सामने आया है। वहीं पिछले दिनों हिसार की नलवा लैब का मामला भी सुर्खियों में रहा है जिसकी अभी तक जांच चल रही है। इतना ही नहीं हिसार में सरकारी अस्पताल में काम करने वाला लैब टैक्नीशियन एसएचओ का सैंपल बदलकर उसे कोरोना पाजिटिव दिखा चुका है। इस मामले में पुलिस ने धाेखाधड़ी का मामला दर्ज किया हुआ है। यह ऐसे मामले में हैं जो अब तक सामने आए हैं कई केस ऐसे हैं जो अभी तक सामने नहीं आए हैं अगर इस दिशा में गंभीरता से जांच करवाई जाए तो कई मामले उजागर हो सकते हैं।

loksabha election banner

हिसार से कुंभ मेले तक कोरोना की फर्जी जांच का मामला पिछले दिनों सामने आया था। कुंभ मेले में सबसे ज्यादा फर्जी टेस्ट करने के आरोप हिसार की नलवा लैब और लालचंदानी लैब पर हैं। जो मैक्स कॉर्पोरेट फर्म के एमओयू पर कोरोना टेस्ट कर रही थी। कुंभ मेले में कोरोना टेस्ट के लिए मैक्स कॉर्पोरेट सर्विसेज फर्म ने टेंडर लिया था। इस फर्म ने कोरोना टेस्ट के लिए हिसार की नलवा लैब और दिल्ली की लालचंदानी लैब का एमओयू साइन था। प्रति रेपिड टेस्ट के लिए 354 रुपये व आरटीपीसीआर के लिए 500 रुपये का रेट फिक्स था।

कुंभ में 9 एजेंसी व 22 लैब कोरोना जांच कर रही थी। एक महीने चले कुंभ में करीब 4 लाख टेस्ट हुए। जिनमें से करीब 1.25 लाख टेस्ट मैक्स कारपोरेशन कॉर्पोरेट सर्विसेज के तहत नालवा लैब व लालचंदानी लैब द्वारा किए गए। इनमें से करीब 1 लाख टेस्ट फर्जी होने की आशंका प्रारंभिक जांच में सामने आई है। राजस्थान के छात्रों व डाटा इंट्री ऑप्रेटरों को सैंपल क्लेक्टर दिखाया गया जो कभी कुंभ गए ही नहीं।

हिसार में हरिद्वार से पहुंची थी एसआइटी

कुंभ मेले के दौरान कोरोना जांच में फर्जीवाड़े की जांच का पता लगाने हरिद्वार की एसआइटी ने हिसार की नलवा लैब ने पिछले दिनों हिसार में दबिश दी थी। एसआइटी के साथ बिचौलिया प्रवीण भी था जिसने नलवा लैब का मैक्स कोरपोरेट के साथ एमआयू करवाया था। प्रवीण झज्जर का रहने वाला और भिवानी में खुद की लैब चलाता है। नलवा लैब के डायरेक्टर डा. नवतेज नलवा मौके से गायब मिले तो एसआइटी ने आइएमए प्रधान डा. जेपीएस नलवा से पूछताछ की। इतना ही नहीं डा. नलवा के सामने प्रवीण को बैठाकर पुलिस ने कई प्रश्न पूछे मगर प्रवीण गोलमाल जवाब देता रहा। पुलिस हालांकि डा. नलवा और प्रवीण से ज्यादा कुछ नहीं पूछ पाई, क्यूंकि मैक्स कोरपोरेट के साथ एमओयू पर डा. नवतेज नलवा के हस्ताक्षर थे और उसी की भूमिका को पुलिस संदिग्ध मान रही है। पुलिस ने डा. नलवा से कहा कि उनके बेटे को हरिद्वार आना होगा और पुलिस के साथ सहयोग करना होगा। एसआइटी प्रवीण और डा. नवतेज को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ करना चाहती है।

इन धाराओं के तहत केस दर्ज

इस मामले में हरिद्वार कोतवाली थाने में पुलिस ने 593/21, 188, 269, 270, 420, 468, 471, 120 बी, महामारी एवं आपदा प्रबंधन के तहम केस दर्ज किया हुआ है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.