फ्यूचर मेकर कंपनी सीएमडी राधेश्याम समेत दो आरोपित करोड़ों के फ्रॉड मामले में रिमांड पर भेजे
पुलिस ने अदालत में रिमांड मांगते हुए कहा कि उनसे जयपुर, सुनाम, नासिक, गोवा और फतेहाबाद एरिया की निशानदेही करानी है। वहीं आरोपित बंसीलाल के दिल्ली और गोवा के ठिकाने जानने हैं
जेएनएन, हिसार। सिरसा एसआइटी की टीम ने फ्यूचर मेकर कंपनी के सीएमडी सीसवाल निवासी राधेश्याम सुथार और चिंदड़ निवासी सुंदर सैनी को प्रोडक्शन वारंट पर लाकर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी निधि बंसल की अदालत में पेश किया। अदालत ने दोनों आरोपितों का 10 दिन का रिमांड मांगा। अदालत ने पुलिस की दलील सुनने के बाद दोनों आरोपितों का 5 नवंबर तक रिमांड मंजूर कर लिया।
पुलिस ने अदालत में दोनों आरोपितों का रिमांड मांगते हुए कहा कि उनसे जयपुर, सुनाम, नासिक, गोवा और फतेहाबाद एरिया की निशानदेही करानी है। इसके अलावा आरोपित बंसीलाल के दिल्ली और गोवा के ठिकाने जानने हैं। अदालत ने पुलिस की दलील सुनने के बाद दोनों आरोपितों को रिमांड पर भेज दिया। पुलिस ने कहा कि आरोपितों की निशानदेही पर नासिक से एग्रीकल्चर प्रोडक्ट और सुनाम से हेल्थ प्रोडक्ट बरामद करने हैं।
फ्रॉड के पांच मामले दर्ज
फ्यूचर मेकर कंपनी का दफ्तर यहां रेड स्क्वेयर मार्केट में था। सितंबर के पहले हफ्ते में कंपनी के कर्ता-धर्ता दफ्तर को ताला लगाकर फरार हो गए थे। यह बात सुनकर काफी संख्या में निवेशक दफ्तर के बाहर इकट्ठे हो गए थे। कंपनी के सीएमडी और अन्य का कुछ अता-पता नहीं था। उसके बाद तेलंगाना पुलिस ने यहां आकर कंपनी का दफ्तर सील कर दिया था। तेलंगाना पुलिस ने राधेश्याम व अन्य पर धोखाधड़ी के तीन मुकदमे दर्ज किए हैं। इसके अलावा फतेहाबाद और हिसार सिटी थाना पुलिस एक-एक केस दर्ज किया है।
यह है पूरा मामला
फतेहाबाद के गांव किरढ़ान के सतबीर सिंह ने सिटी थाना में शिकायत देकर कहा था कि वह 12 फरवरी 2015 को कंपनी का डिस्ट्रीब्यूटर बना था। सीएमडी राधेश्याम सुथार और एमडी बंसीलाल ने कंपनी के प्रोडक्ट का प्रचार करने के लिए उसे रखा था। अब कंपनी लोगों से चिटफंड के रूप से रकम इकट्ठा करके 1 लाख करोड़ रुपये इकट्ठा कर चुकी और राधेश्याम वगैरहा विदेश भागने की तैयारी कर रहे हैं।
मेरी टीम 4000 करोड़ रुपये जमा करा चुकी है। मेरे खुद के 28 करोड़ रुपये बकाया हैं। वह 6 अप्रैल को कंपनी कार्यालय में गया था और अपनी रकम मांगी थी। तब राधेश्याम और अन्य ने उसे जान से मारने की धमकी दी थी। वे किसी भी समय उसे जान-माल का नुकसान पहुंचा सकते हैं। सिटी थाना पुलिस ने इस संबंध में 9 सितंबर को फ्रॉड का केस दर्ज किया था। तेलंगाना पुलिस ने दोनों को पहले गिरफ्तार कर लिया था।