फ्यूचर मेकर फ्रॉड केस : सीएमडी के घर से चार लाख बरामद, दोनों को भेजा जेल
फ्यूचर मेकर कंपनी के सीएमडी राधेश्याम सुथार और एमडी सुंदर सैनी को छह दिन के रिमांड के बाद अदालत में पेश किया। रिमांड के दौरान सीएमडी के घर से चार लाख रुपये बरामद किए गए हैं।
जेएनएन, हिसार : सिरसा एसआइटी की टीम ने फ्यूचर मेकर कंपनी के सीएमडी गांव सीसवाल निवासी राधेश्याम सुथार और एमडी चिंदड़ निवासी सुंदर सैनी को छह दिन के रिमांड के बाद अदालत में पेश किया। रिमांड के दौरान सीएमडी के गांव स्थित घर से चार लाख रुपये बरामद किए गए हैं। वहीं नासिक और भोपाल में निशानदेही के अलावा कुछ कागजात कब्जे में लिए गए हैं। आरोपित नासिक से एग्रीकल्चर प्रोडक्टर की खरीद करते थे। दोनों को सेंट्रल जेल नंबर 2 में भेजा गया है।
पुलिस के अनुसार फ्यूचर मेकर कंपनी का कार्यालय रेड स्क्वेयर मार्केट में है। तेलंगाना पुलिस करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी का केस दर्ज कर राधेश्याम और सुंदर को गिरफ्तार कर यहां लाई थी। यहां का कंपनी कार्यालय सील कर दिया था। इसके अलावा कंपनी से संबंधित बैंक खाते सीज कर दिए थे। उसके बाद पुलिस दोनों को तेलंगाना ले गई थी। यहां के सिटी थाने की पुलिस ने कंपनी के खिलाफ फतेहाबाद के सतबीर की शिकायत पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था। इस केस की जांच पुलिस प्रबंधन ने सिरसा की एसआइटी को सौंप दी थी। एसआइटी की टीम दोनों आरोपितों को तेलंगाना जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाई थी और अदालत से 29 अक्टूबर को उनका 7 दिन का रिमांड हासिल किया था। पुलिस ने 5 नवंबर को दोनों का दोबारा 6 दिन का रिमांड हासिल किया था।
नासिक और भोपाल से खरीदते से सामान
सिरसा एसआइटी के इंस्पेक्टर दले राम ने बताया कि दोनों आरोपितों को रिमांड के दौरान नासिक और भोपाल ले जाया गया। नासिक में एग्रीकल्चर प्रोडक्ट की कंपनी में लेकर जाकर पूछताछ की, जहां से वह सामान खरीदते थे। वहां से कुछ दस्तावेज कब्जे में लिए गए है। भोपाल में एक गोदाम की निशानदेही भी करवाई गई है। सीएमडी राधेश्याम के सीसवाल गांव स्थित घर पर ले जाकर वहां से चार लाख रुपये बरामद किए गए है।
तेलंगाना पुलिस कर चुकी है 12 सौ करोड़ के फ्रॉड का खुलासा
तेलंगाना पुलिस ने करीब दो माह पहले फ्यूचर मेकर की धोखाधड़ी का खुलासा किया था। इसमें सीएमडी और एमडी की पुलिस ने गिरफ्तारी की। इस मामले में स्थानीय लोगों ने शिकायत और सिटी थाने में मामले भी दर्ज करवाए। फतेहाबाद और सिरसा में भी मामले आने के बाद इस पूरे मामले की जांच को सिरसा एसआइटी को जांच दी गई थी। तेलंगाना पुलिस भी अपने स्तर पर जांच में जुटी है। उनकी तरफ से काफी लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।