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अफगानिस्तान के हिंदूकुश से जुड़े हैं रोहतक -दिल्ली - NCR में बार-बार भूकंप आने के तार

1969 से रोहतक में 196 बार रिकार्ड किए जा चुके हैं भूकंप के झटके। रोहतक शहर के निकट से महेंद्रगढ़-देहरादून फॉल्ट लाइन गुजर रही। हरियाणा के 12 शहर भी इसी खतरनाक श्रेणी में शामिल।

By Manoj KumarEdited By: Published: Fri, 19 Jun 2020 02:03 PM (IST)Updated: Fri, 19 Jun 2020 02:03 PM (IST)
अफगानिस्तान के हिंदूकुश से जुड़े हैं रोहतक -दिल्ली - NCR में बार-बार भूकंप आने के तार
अफगानिस्तान के हिंदूकुश से जुड़े हैं रोहतक -दिल्ली - NCR में बार-बार भूकंप आने के तार

रोहतक [अरुण शर्मा] बीते कुछ दिनों से हरियाणा के रोहतक व दिल्ली और एनसीआर(राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) में बार-बार भूकंप के झटके आ रहे हैं। ऐसा बार बार होने के कारण विज्ञानियों को चिंता में डाल दिया है। कुछ दिनों से जमीन के अंदर लगातार हलचल हो रही है। 29 मई के बाद गुरुवार को भी रोहतक में भूकंप के झटके महसूस हुए। सुबह 4 बजकर 18 मिनट पर 2.10 रिक्टर स्केल पर भूकंप आंका गया। मगर ऐसा बार बार क्‍यों हो रहा है। विशेषज्ञ मानते हैं कि अफगानिस्तान के हिंदूकुश क्षेत्र में जमीन के अंदर होने वाली हलचल या फिर भूकंप का सीधे तौर से रोहतक, दिल्ली और एनसीआर में प्रभाव पड़ रहा है। इस क्षेत्र में आने वाले भूकंप के लिए हिंदूकुश क्षेत्र को अहम जरिया माना जा रहा है।

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डिजास्टर मैनेजमेंट के डिस्ट्रिक प्रोजेक्ट आफिसर सौरभ धीमान ने बताया है कि हरियाणा के रोहतक सहित 12 जिले भूकंप के लिहाजे से खतरनाक श्रेणी में माने जाते हैं। यह सभी शहर जोन चार में शामिल हैं। इन्हीं शहरों के निकट से भूकंप के लिए जिम्मेदार कही जाने वाली महेंद्रगढ़-देहरादून सब सर्फेस फॉल्ट लाइन गुजर रही है। जोकि दिल्ली से 52 किमी के दायरे में है। जोन-तीन कम प्रभावित है। जबकि जोन-दो में भूकंप आने की कम संभावनाएं हैं। डिस्ट्रिक प्रोजेक्ट आफिसर का कहना है कि फॉल्ट लाइन के अंदर माना जा रहा है कि हलकी दरारें हैं। इनकी गहराई और सही स्थान लेकर दरारें आने की सही वजह को लेकर लगातार अध्ययन हो रहा है।

51 साल में 196 बार भूकंप से कांपी रोहतक की धरती

डिस्ट्रिक प्रोजेक्ट ऑफिसर सौरभ का कहना है कि रोहतक में मई 1969 से अभी तक 196 बार भूकंप के झटके रिकार्ड किए जा चुके हैं। रोहतक से 20 किमी के दायरे में यह भूकंप के झटके आए। इनमें तीन या इससे रिक्टर स्केल पर 35 बार भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं। अध्ययन में यह भी सामने आया है कि सुबह के वक्त ज्यादा भूकंप के झटके महसूस किए गए। वहीं, रोहतक शहर और सांपला क्षेत्र से सटकर फॉल्ट लाइन गुजर रही है। सिर्फ दो बार ही शहर से एक किमी के दायरे में भूकंप के झटके लगे। ज्यादातर ऐसा हुआ कि पांच किमी दूर या फिर 20 किमी तक के दायरे में ही रोहतक में भूकंप के झटके लगे।

 ----रोहतक में सुबह 2.1 रिएक्टर स्केल पर भूकंप मापा गया है। यह झटके बेहद हलके होते हैं। इसलिए ज्यादातर लोगों को पता ही नहीं चलता है।

पूनम बब्बर, जिला राजस्व अधिकारी, रोहतक

साल : भूकंप(रिक्टर स्केल)

1969 : चार

1990 : चार

1995 : चार

02 जून 2017 : 4.6

02 जून 2017 : 4.7

29 मई 2020 : 4.5

नोट : चार रिक्टर स्केल से अधिक लगने वाले भूकंप के झटके।

ऐसे समझें हरियाणा में शहरों की स्थिति

जोन-दो : सिरसा, फतेहाबाद का कुछ क्षेत्र, हिसार का कुछ क्षेत्र।

जोन-तीन : महेंद्रगढ़ का कुछ हिस्सा, कुरूक्षेत्र, कैथल, जींद, भिवानी, हिसार।

जोन-चार : रोहतक, महेंद्रगढ़, पंचकूला, करनाल, अंबाला, सोनीपत, पानीपत, झज्जर, गुरुग्राम, फरीदाबाद, मेवात, पलवल।


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