हिसार और बरवाला में पिछले 11 सालों से चल रहा चेसिस नंबर बदलने का फर्जीवाड़ा, 112 मामले आए सामने
फतेहाबाद टोहाना सहित अन्य जिलों से ट्रांसफर होकर आए 22 वाहनों के बदले हुए चेसिस नंबर से दोबारा रजिस्ट्रेशन किए गए। जो फर्जी निकले हैं। इसके अलावा बरवाला से भी 90 वाहनों के रजिस्ट्रेशन के मामले सामने आए हैं। जो फर्जी हैं।
जागरण संवाददाता, हिसार। हिसार में वर्ष 2010 से लेकर अब तक फतेहाबाद, टोहाना सहित अन्य जिलों से ट्रांसफर होकर आए 22 वाहनों के बदले हुए चेसिस नंबर से दोबारा रजिस्ट्रेशन किए गए। जो फर्जी निकले हैं। इसके अलावा बरवाला से भी 90 वाहनों के रजिस्ट्रेशन के मामले सामने आए हैं। जो फर्जी हैं। यह चेसिस नंबर बदलने का खेल अन्य जिलों से वाहनों को ट्रांसफर करने वाले गिरोह कर रहे है। यह गिरोह एनसीआर और साथ लगते क्षेत्रों से बीएस 4 वाहनो के एनसीआर में न चलने के कारण उन्हें अन्य क्षेत्रों में चेसिस नंबर बदलकर दोबारा रजिस्ट्रेशन करवाकर बेच रहे है। हिसार में भी इसी तरह दूसरे जिलों से ट्रांसफर होकर आए वाहनों के रजिस्ट्रेशन एनओसी के आधार पर किए गए है।
जिससे फर्जीवाड़ा करने वाले अपने कार्य को अंजाम देने में सफल हो गए। मामले में हिसार एसडीएम ने भी अपने स्तर पर जांच शुरू कर दी है। साथ ही सिविल लाइन थाना पुलिस और बरवाला थाना पुलिस ने जांच शुरू की है। गौरतलब है कि हिसार में चंडीगढ़ से ट्रांसपोर्ट कमिश्नर की शिकायत पर दो थानों में केस दर्ज किए गए हैं। जिसमें बरवाला थाना और सिविल लाइन थाना में केस दर्ज हुए हैं। मामले में ट्रांसपोर्ट कमिश्नर ने शिकायत दी है कि हिसार एसडीएम कार्यालय, नारनौंद बरवाला, हांसी एसडीएम कार्यालयों में वाहनों के चेसिस नंबर बदलकर दोबारा रजिस्ट्रेशन किए जा रहे हैं और यह फर्जीवाड़ा वर्ष 2010 से चल रहा है।
जिसके कारण पुराने वाहनों और चोरी के वाहनों को भी चेसिस नंबर बदलकर दोबारा से रजिस्टर करके मार्केट में उतारा जा रहा है। गौरतलब है कि जनवरी 2021 में जगाधरी में इस तरह का पहला मामला सामने आया था। इसके बाद वहां मामले की जांच की गई तो पता लगा कि फर्जीवाड़ा जगाधरी में ही नहीं हिसार, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र सहित कई जिलों में चल रहा है। इसके बाद ट्रांसपोर्ट कमिश्नर ने हिसार एसडीएम समेत अन्य जिलों के एसडीएम को भी पत्र लिखकर अपने स्तर पर तथा पुलिस को भी शिकायत देकर मामले की जांच करवाने के आदेश दिए हैं।