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रोहतक के टिटौली गांव में 10 दिनों में 40 लोगों की मौत, कोरोना या कुछ और है वजह, जांच में जुटा विभाग

हरियाणा के टिटौली गांव में लगातार मौतें हो रही हैं। दस दिन में करीब 40 लोगों की मौत हो चुकी है। ग्रामीण दहशत में हैं। सैंपल के अभाव में मौत का कारण पता नहीं लग सका है ।

By Manoj KumarEdited By: Published: Wed, 05 May 2021 12:20 PM (IST)Updated: Wed, 05 May 2021 09:04 PM (IST)
रोहतक के टिटौली गांव में 10 दिनों में 40 लोगों की मौत, कोरोना या कुछ और है वजह, जांच में जुटा विभाग
रोहतक के टिटौली गांव में बुखार आने के बाद हो रही मौत, कोरोना का टेस्ट करवाने को जागरूक नहीं ग्रामीण

रोहतक, जेएनएन। कोरोना अब शहरों के साथ गांवों में भी पांव पसार चुका है। रोहतक के टिटौली गांव के ग्रामीण बड़े खौफजदा हैं। यहां करीब एक सप्‍ताह में ही करीब 35 लोगों की मौत हो चुकी है। मंगलवार को ही 24 घंटे में 6 लोगों की मौत हो चुकी है। बुजुर्ग ही नहीं युवाओं की भी जिंदगी की डोर टूट रही है, जो ग्रामीणों को डराने का काम कर रही है। 32 और 28 वर्षीय दो सगे भाइयों की मौत हो चुकी है। गांव में एक दिन में ही 11 लोगों की चिताएं जल चुकी हैं।

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वहीं, घिड़ोल और बलंभा गांव में भी कई लोगों की मौत हुई है। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। कोई कोरोना तो कोई वायरल को मौत की वजह बता रहा है, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो सकी हैं, क्योंकि बिना कोरोना जांच के ही मौत होने पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। बताया जाता है कि वर्तमान में भी 50 से अधिक लोग ऐसे हैं, जो बुखार से पीड़ित है। इनमें से कई घर में ही ऑक्सीजन पर हैं। इस समय बुरे दौरे से गुजर रहे हैं।

दूध का कारोबार करने वाले जगदीश ने बताया गांव की आबादी 11 हजार से अधिक है। गांव में लगातार मौतें हो रही हैं। दस दिन में करीब 40 लोगों की मौत हो चुकी है। श्मशानघाट में चिता ठंडी होने से पहले ही फिर से मौत होने की सूचना मिल जाती है। इससे ग्रामीण दहशत में हैं। गांव में इतनी मौतें हो चुकी है, लेकिन अभी तक प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कोई एक्शन नहीं लिया गया है। एक-एक दिन में पांच-पांच या इससे अधिक मौत हो चुकी है। ग्रामीण खौफजदा हो गए हैं।

गांव में करवाई जा रही मुनादी

सरपंच प्रतिनिधि सुरेश कुमार ने बताया कि लगातार हो रही मौतों को लेकर ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए मुनादी करवाई जा रही है। मास्क का इस्तेमाल करने और शारीरिक दूरी का पालन करने के लिए लगातार प्रेरित किया जाता है। गांव की बैठकों व चौपालों में सामूहिक रूप से हुक्का पीने और ताश खेलने से भी मना किया जाता है,  ताकि कोरोना संक्रमण न फैल सके। हालांकि, अब ग्रामीण जागरूक हो रहे हैं।

सैंपल लेने पहुंचे स्वास्‍थ्य कर्मी, उम्मीद के मुताबिक नहीं पहुंचे ग्रामीण

सुरेश कुमार ने बताया कि प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत कराया गया तो दो दिन तक स्वास्थ्य विभाग कर्मी कोरोना जांच के लिए सैंपल लेने पहुंचे। कुछ ग्रामीणों ने सैंपल लिए, लेकिन बाद में ग्रामीणों ने सैंपल देना बंद कर दिया। रविवार को दोपहर बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम चली गई। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग से संपर्क किया तो पता चला कि गांव में नहीं पहुंचे। स्वास्थ्य कर्मियों से फोन पर बात की तो उन्होंने सरपंच प्रतिनिधि को बताया कि ग्रामीण सैंपल देने ही नहीं पहुंचे, जिसके कारण गांव में नहीं गए।

मंगलवार को हुई 6 की मौत

गांव टिटौली में ग्रामीणों की मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है। मंगलवार को भी छह लोगों की मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। विभाग ने गांव में सैंपलिंग की, जिसमें नौ लोग कोरोना संक्रमित पाए गए। दो दिन पहले 21 की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव थी। कोरेाना जांच में जिस तरह से संक्रमित लोगों की संख्या सामने आई है, उससे संभावना जताई जा रही है कि कोरोना से ही मौतें हो रही हैं। हालांकि, जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें से अधिकतर की कोरोना जांच नहीं की गई थी। लगातार हो रही मौतों से अब ग्रामीणों में खौफ की स्थिति पैदा हो गई है।

अनिल विज और भूपेंद्र हुड्डा से करेंगे बात : विधायक

रोहतक विधायक भारत भूषण बतरा ने कहा कि गांव टिटौली में लगातार ग्रामीणों की मौत हो रही हैं। दस दिन में 30 से अधिक लोगों की मौत से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है जिला प्रशासन को इस मामले पर संज्ञान लेते हुए गांव में स्वास्थ्य विभाग की विशेष टीम भेजकर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवानी चाहिए। ग्रामीणों की मौत में कारण बुखार बताया जा रहा है। गांव में स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने की जरूरत है। इस संदर्भ में वे स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से भी बात करेंगे, ताकि गांव में मौत का सिलसिला थम सके। इसी तरह गांव निंदाना व बहलबा में भी महामारी का प्रकोप है।बलराज कुंडू, निर्दलीय विधायक, महमवर्जनटिटौली गांव में मौतों की जानकारी मिली है। मंगलवार को भी सात ग्रामीणों की मौत हुई है, इससे पहले भी करीब 30 लोगों की मौत हो चुकी है। सरकार को तुरंत प्रभाव से गांव में स्पेशल टीम भेजकर ग्रामीणों की मदद करनी चाहिए। वे इस बारे में नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा से भी बात करेंगे और सरकार को अवगत कराया जाएगा।

नियम तोड़ने पर करेंगे कार्रवाई : चौकी प्रभारी

टिटौली चौकी इंचार्ज सोमबीर सिंह ने बताया कि गांव में लगातार मौत हो रही है, लेकिन ग्रामीण अभी तक कोरोना महामारी बचाव नियमों को लेकर जागरूक नहीं है। ग्रामीणों को मास्क और सैनिटाइजर का इस्तेमाल के लिए प्रेेरित किया जा रहा है। कुछ लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जाएगी। साथ ही, सामूहिक रूप हुक्का पीने और ताश खेलने वालों को भी मना किया जा रहा है।

----रोहतक बीडीपीओ राजपाल चहल ने बताया कि गांव टिटौली में लगातार मौत होने का मामला संज्ञान में आया था। इसके बाद वे रविवार को गांव में गए। गांव में सैनिटाइजेशन कराया गया। लोगों को भी जागरूक किया गया है। कोरोना टेस्ट के लिए स्पेशल कैंप लगाया गया, जिसमें ग्रामीणों के सैंपल लिए गए हैं। साथ ही, ग्रामीणों का जागरूक भी किया गया है। लगातार गांव में मॉनिटरिंग की जा रही है। कोरोना संक्रमण से ही मौत की बात सामने आई है। चूंकि जिन लोगों की मौत हुई है, उनका कोरोना का टेस्ट नहीं था।

टिटौली में निरंतर जारी रहेगा चलता-फिरता हवन : स्वामी आर्यवेश

सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा नई दिल्ली के अध्यक्ष स्वामी आर्यवेश ने बताया कि टिटौली गांव मे पिछले कई दिनों से हो रही लगातार मौतों को देखते हुए आर्य समाज व ग्राम पंचायत ने निर्णय लिया है कि वातावरण की शुद्धि करने व वायरस आदि के प्रकोप को रोकने के लिए टैक्टर -ट्रॉली में हवन-यज्ञ किया जाएगा। लोगों में मायूसी के माहौल को तोड़कर उनको मुख्य धारा में जोड़ना भी मुख्य लक्ष्य है। यह कार्य गांव की गलियों में पिछले तीन दिन से चल रहा है। इस कार्य में सरकार के सभी दिशानिर्देशों का पालन भी होता है। इस कार्य में स्वामी आदित्यवेश, स्वामी ब्रह्मानंद, प्रवेश आर्या, पूनम आर्या, अजयपाल आर्य, राजबीर वशिष्ठ, दयानंद शास्त्री, रजनेश आर्य, अमित आर्य, आर्य प्रवीण, आर्य मनीष, आर्य विकास, कृष्ण प्रजापत आदि विशेष जिम्मेदारी निभा रहे हैं।


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