हरियाणा के लग्जरी वाहन फर्जी आरसी मामले में नगालैंड का पूर्व मंत्री भी शामिल
हरियाणा में हुए लग्जरी वाहन फर्जी मामले मेें बड़ा खुलासा हुआ है। इस मामले में नगालैंड के एक पूर्व मंत्री के भी शामिल होने का खुलासा हुआ है।
रोहतक, [विनीत तोमर]। हरियाणा के फर्जी आरसी घोटले में बड़ा और सनसनीखेज खुलासा हुआ है। इस घोटाले मेें चोरी की लग्जरी गाडिय़ों की फर्जी तरीके से आरसी बनाया जाता था। इस पूरे खेल में नगालैंड के एक पूर्व मंत्री की भूमिका भी सामने आई है। इस खुलासे के बाद मामले में जांच का दायरा अब नगालैंड तक पहुंच गया है।
इस पूर्व मंत्री को गिरोह का मुखिया बताया जा रहा है। बताया जाता है कि पूर्व मंत्री ने नगालैंड से लेकर हरियाणा, दिल्ली और अरुणाचल प्रदेश तक अपनी जड़े जमा रखी हैं। पिछले तीन माह से चल रही जांच के बाद गुरुग्राम एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) एसआइटी को यह बड़ी जानकारी मिली है। पूर्व मंत्री का नाम सामने आते ही यह मामला हाईप्रोफाइल हो गया है।
लग्जरी गाडिय़ों की फर्जी तरीके से आरसी बनाने के मामले में बड़ी जानकारी
एसटीएफ के अधिकारियों की मानें तो जल्दी ही पूर्व मंत्री पर शिकंजा कसा जा सकता है। एसटीएफ की जांच में यह पहले ही सामने आ चुका है कि चोरी की लग्जरी गाडिय़ों को नगालैंड और अरुणाचल में भी भेजा जाता था। लग्जरी गाडिय़ां चोरी कर कहां पर खड़ी करनी हैं और कब कहां से निकालनी हैं, इन सब में पूर्व मंत्री की महत्वपूर्ण भूमिका होती थी। गिरोह गाडिय़ां चोरी दूसरे प्रदेशों में भेजता था। हरियाणा की 100 से अधिक गाडिय़ां नगालैंड और अरुणाचल में भेजी गईं, जबकि नगालैंड और दिल्ली की गाडिय़ां हरियाणा व अन्य प्रदेशों में बेची गईं। हालांकि एसआइटी के सदस्य अभी मामले में खुलकर नहीं बोल रहे हैं।
हरियाणा की गाड़ी नगालैंड और नगालैंड की गाड़ी दिल्ली और हरियाणा में होती थी सप्लाई
दैनिक जागरण ने 24 जुलाई को खबर प्रकाशित थी, जिसमें नगालैंड के व्यक्ति की भूमिका का जिक्र किया गया था। नगालैंड में गाड़ी भेजने से पहले गिरोह के सदस्य इसी व्यक्ति से संपर्क करते थे। अब एसटीएफ ने नगालैंड पुलिस से भी संपर्क किया है।