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सुबह होते ही हाथ में झाडू उठा लेते हैं पूर्व पार्षद, चमका रहे शहर की गलियां

हरियाणा के सिरसा (रानियां) में पूर्व पार्षद बीते पांच सालों से शहर को चमकाने में जुटे हुए हैं। वो सुबह होते ही हाथ में झाड़ू उठा गलियों की साफ सफाई करने में जुट जाते हैं।

By manoj kumarEdited By: Published: Mon, 03 Dec 2018 05:49 PM (IST)Updated: Tue, 04 Dec 2018 11:08 AM (IST)
सुबह होते ही हाथ में झाडू उठा लेते हैं पूर्व पार्षद, चमका रहे शहर की गलियां
सुबह होते ही हाथ में झाडू उठा लेते हैं पूर्व पार्षद, चमका रहे शहर की गलियां

सिरसा, रानियां, जेएनएन। सफाई अभियान कार्यक्रम में नेताओं को कार्यक्रम में मुख्‍य अतिथि के तौर पर शिकरत करते और हाथ में झाड़ू ले फोटो खिंचवाते हुए तो कई बार देखा होगा। मगर हरियाणा के सिरसा (रानियां) में पूर्व पार्षद बीते पांच सालों से शहर को चमकाने में जुटे हुए हैं। वो सुबह होते ही हाथ में झाड़ू उठा गलियों की साफ सफाई करने में जुट जाते हैं। चमचमाता सफेद कुर्ता पायजामे के परिधान में उन्‍हें झाड़ू लगाते देख हर कोई सवालों से घिर जाता है। कष्ट निवारण समिति सिरसा के सदस्य एवं पूर्व पार्षद बलवान जांगड़ा अपने पूर्वजों से स्वच्छता का सबक लेकर दूसरों को भी राह दिखा रहे हैं। बलवान जांगड़ा सुबह एक घंटें अपने वार्ड की गली व दुकानों की सफाई किए बिना कोई दूसरा काम नहीं करते हैं। इतना ही वो पौधरोपण करके भी पर्यावरण सरंक्षण की अलख जुटाने में लगे हुए हैं।

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2013 से शुरू की बदलाव की बयार
स्‍वच्‍छता को लेकर 2013 से छेड़ी बदलाव की बयार अब तक जारी है। बलवान जांगड़ा का कहना है कि स्वच्छता के लिए सफाई की यह प्रेरणा उन्हें उनके पूर्वजों व डेरा प्रेमियों से मिली थी। उनके पूर्वज स्वच्छता के प्रति सजग रहते थे तथा अपने घर ही नहीं बल्कि मोहल्ले में भी सफाई का विशेष ध्यान रखते थे। थोड़ा सा भी कूड़ा कर्कट दिखने पर वे तुरंत सफाई के लिए झाड़ू उठा लेते थे।

दूसरों के लिए संदेश, कूड़ा कर्कट खुले में न फेंके
वो शहरवासियों के पास जाकर अपील करते हैं कि कूड़ा कर्कट खुले में फेंकने की बजाए नगरपालिका द्वारा लगाए गए कूड़ेदान में ही डाले। उनका कहना है कि गली, मोहल्लों में कूड़ा कर्कट पड़ा होने से न केवल आसपास के लोगों के लिए परेशानी बन जाता है बल्कि कई बार छोटे कूड़े के ढेर सफाई न होने के अभाव के चलते बड़े ढेरों का रूप धारण कर लेते हैं, जो बदबू मारने लगते है।

सफाई से मिलता है सुकून, स्वच्छता ही मेरी पूजा
बलवान जांगड़ा ने कहते हैं कि सुबह के समय सफाई करने से उन्हें शारीरिक लाभ तो होता ही है साथ भी सुकून और शांति भी प्राप्त होती है। सफाई करने से उनके शरीर का पसीना निकलता है जिससे शरीर में स्फूर्ति आती है और इसके साथ साथ सैर व व्यायाम की पूर्ति भी हो जाती है। इसके अलावा जहां पर भी सफाई होती है वहां रहने वाले लोगों को भी इसका फायदा मिलता है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता ही उनकी पूजा है।

मुहिम से जुड़े शहर के कई लोग
जांगड़ा द्वारा चलाए गए स्वच्छता अभियान को देखते हुए रानियां शहर के कई गणमान्य व्यक्ति इस मुहिम से जुड़े हुए हैं। समाजसेवी गोपाल खालसा, शिगार सिंह, पूर्ण चंद सैन, भीमसैन गर्ग, विकल कम्बोज, छिन्द्रपाल कम्बोज, पाला सिंह चीमा, हंसराज कम्बोज, राजेश कुमार पार्षद सहित अनेक लोग जांगड़ा द्वारा चलाई जा रही इस मुहिम में उनके साथ खड़े हैं और लोगों को स्वच्छता का पाठ पढ़ा रहे हैं।

पौधरोपण में भी रखते है विशेष रुचि
बलवान जांगड़ा पौधरोपण भी में विशेष रुचि दिखा रहे है। जब भी मौका मिलता है वे पौधरोपण के लिए तैयार होते है। उन्होंने अपने गली व मोहल्ले में कोई ऐसी जगह नहीं छोड़ी जहां पौधरोपण न किया हो। यही कारण है कि उन्होंने ओडिशा के राज्यपाल प्रो. गणेशी लाल से रानियां में पौधरोपण का शुभारंभ करवाया ताकि लोगों को भी इससे प्रेरणा मिले।


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