पूर्व सीएम हुड्डा बोले- सरकार में चल रहा अंदरूनी विस्फोट, भ्रष्टाचार बुलेट ट्रेन की स्पीड से बढ़ा
प्रदेश सरकार के 100 दिन पूरे होने पर बरसे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा। आरोप लगाते हुए पूछा कि धान और माइनिंग घोटाले में सरकार किसे बचाना चाहती है।
रोहतक, जेएनएन। भाजपा-जेजेपी गठबंधन के 100 दिन पूरे होने पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार पर जमकर बरसे। दावा किया है कि विकास पूरी तरह से ठप है। भ्रष्टाचार के मामले में यह सरकार बुलेट ट्रेन की स्पीड से आगे बढ़ी। हुड्डा ने आरोप लगाए हैं कि शुरूआती दिन विभागों के बंटवारे, फिर सीआइडी का विवाद। कुछ दिनों से दिल्ली चुनाव और अब प्री-बजट की बातें हो रही हैं। यह भी कहा कि जब ऐसी सरकारें विकास कार्य नहीं कराती हैं तो वह अपने ही बोझ तले दबकर गिर जाया करती हैं।
रोहतक के डी-पार्क स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि सरकार पर आरोप लगाए कि हरियाणा में सरकार के पास उपलब्धि गिनाने के नाम पर कुछ नहीं। सरकार पर आरोप लगाए हैं कि अंदरूनी विस्फोट चल रहा है। जेजेपी वाले कुछ कहते हैं और भाजपा के विधायकों को कुछ पता ही नहीं होता। सरकार को सलाह दी कि प्रदेश को शासन की जरूरत है न कि भाषणों की।
हुड्डा ने कहा कि बेकाबू अपराध, रिकार्ड बेरोजगारी, बेइंतिहां घोटाले, बेहिसाब करना, फालतू का खर्चा, इवेंट पर इवेंट और झूठ पर झूठ... ये है बीजेपी सरकार के पांच साल 100 दिन का असली रिपोर्ट कार्ड। उन्होंने कहा कि बीजेपी को सौ नहीं बल्कि 1925 दिनों का हिसाब जनता के सामने रखना चाहिए। हुड्डा के आरोप हैं कि विधायकों को मिलने वाली पांच करोड़ की ग्रांट के लिए कोई गाइडलाइंस तक जारी नहीं की, बिना गाइडलाइंस के हम इन्हें जनहित में खर्च नहीं कर पा रहे हैं।
घोटालों की जांच सीबीआइ या फिर किसी जज से कराएं
नेता प्रतिपक्ष हुड्डा ने कहा कि प्रदेश सरकार ने पिछले पांच साल में कोई बड़ा प्रोजेक्ट तक प्रदेश में नहीं लगाया, लेकिन आज प्रदेश पर कारण तीन गुणा कर्जा बढ़ गया है। जो हरियाणा कांग्रेस राज में प्रति व्यक्ति आय और निवेश में नंबर वन होता था वो आज स्थाई विकास दर के मामले में 18वें नंबर पर खड़ा है। अपराध के मामले में उत्तर प्रदेश से भी ऊपर और बेरोजगारी में सारे रिकार्ड टूट गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने रोजगार में 75 फीसद कोटे को भी जुमला बताया। उन्होंने कहा कि पहले से लागू नियमों को ही दोहराया जा रहा है, सिर्फ अनस्किल्ड युवाओं के लिए 75 फीसद आरक्षण देना स्वीकार्य नहीं है।
सरकार की नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस सरकार की नीति ही स्कूल बंद करो, ठेके खोलो। धान घोटाले और माइनिंग के मामले में सीबीआइ या फिर किसी जज से जांच कराने की मांग की। यह भी कहा कि घोटालों को छुपाकर सरकार किसे बचाना चाहती है। भर्तियों से लेकर पेपर लीक, दवाइयों से लेकर स्कॉलरशिप तक के घोटालों को अंजाम दिया गया है।
आरटीआइ का हवाला आखिर 75 क्विंटल प्रति एकड़ धान कैसे पैदा हुआ
पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने कहा कि खुद अधिकारियों की जांच बता रही है कि घोटाला हुआ है, 90 करोड़ की धांधली पकड़ी गई है। एक आरटीआइ का हवाला देते हुए कहा कि हरियाणा में प्रति एकड़ 75.80 क्विंटल की पैदावार दिखाई है। जबकि हरियाणा में 25 से 30 क्विंटल प्रति एकड़ धान की पैदावार ही होती है। माइनिंग घोटाले में जांच की मांग को भी दोहराया। खुद सुप्रीम कोर्ट और कैग माइनिंग पर सख्त टिप्पणी कर चुकी है। कैग रिपोर्ट में भी 1476 करोड़ के घोटाले का जिक्र है। यमुना नगर से लेकर कुंडली तक यही हाल है। टेंडर कहीं का और खनन कहीं का। बिना डी-मार्केशन के खनन किया।