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हिसार में फर्जीवाड़ा, गाड़ियां के चेसिस नंबर बदल कर रजिस्ट्रेशन करा रहा माफिया

हिसार में माफिया द्वारा बीएस-4 वाहनों को पहले तो नीलामी में खरीदा जाता है। इसके बाद इनके चेसिस नंबर बदलकर इन्हें बेच दिया जाता है। इस तरह से लोगों को पता ही नहीं चलता कि वह अवैध वाहन चला रहे हैं।

By Naveen DalalEdited By: Published: Sat, 22 Jan 2022 12:14 PM (IST)Updated: Sat, 22 Jan 2022 12:14 PM (IST)
हिसार में फर्जीवाड़ा, गाड़ियां के चेसिस नंबर बदल कर रजिस्ट्रेशन करा रहा माफिया
एसडीएम कार्यालय के कर्मचारियों में डर का माहौल।

हिसार, जागरण संवाददाता। हिसार जिला में गाड़ियाें के चेसिस नंबर बदलकर दोबारा रजिस्ट्रेशन कराने से जुड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। इन गाड़ियाें में अधिकांश लग्जरी गाड़ियां हैं। जिन्हें बाहर से खरीदकर उनके चेसिस नंबर बदल दिए जाते हैं और फिर नए सिरे से रजिस्ट्रेशन कराया जाता है। इस मामले में ट्रांसपोर्ट कमिश्नर ने डीजीपी को एक सूची दी हैं जिसमें उन वाहनों की सूची है। इन संदिग्ध वाहनों से जुड़ा डाटा जब पोर्टल पर डाला गया तो तब जाकर मामला सामने आया। इस मामले में एसडीएम कार्यालय के कर्मचारियों पर भी शक गहरा रहा है। इसके साथ ही कामर्शियल वाहनों को लेकर भी पुलिस जांच कर रही है। सूत्रों की मानें तो इस सूची में आडी, बीएमडब्ल्यू ओर मर्सडीज बेंज जैसी गाड़ियां भी शामिल बताई जा रही हैं। इस मामले को लेकर बरवाल थाने में एफआईआर भी दर्ज की गई है।

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ऐसे खुला फर्जीवाड़ा 

जानकारों की मानें तो परिवहन विभाग को पहले ही चेसिस नंबर को लेकर बड़े फर्जीवाड़े का शक था। इसी क्रम में विभिन्न जिलों में पुलिस द्वारा जांच कराई जा रही है। जांच में पाया गया कि एक ही नंबर के रजिस्ट्रेशन पर दो-दो गाड़ियां पंजीकृत हैं। ऐसे एक दो नहीं बल्कि 300 वाहन सामने आए। जो हिसार जिला में अलग-अलग उपमंडल में दर्ज हैं। ऐसे में इस मामले की जांच के लिए कुछ पुलिस अधिकारी एसडीएम कार्यालय में भी तफ्तीश करने पहुंचे। जहां से वाहनों के रजिस्ट्रेशन से जुड़ी डिटेल ली गई। अभी इस मामले में पुलिस गहनता से जांच कर रही है। मगर मामला सामने आने के बाद एसडीएम कार्यालय के कर्मचारियों में डर का माहौल है। 

बीएस-4 वाहनों से जुड़ा मामला 

इस मामले में सूत्रों की मानें तो बीएस-4 वाहनों को पहले तो नीलामी में खरीदा जाता है। इसके बाद इनके चेसिस नंबर बदलकर इन्हें बेच दिया जाता है। इस तरह से लोगों को पता ही नहीं चलता कि वह अवैध वाहन चला रहे हैं। गुरुग्राम और आसपास के जिलों में तो ऐसी गाड़ियों का एक बड़ा मार्केट है। इस लिस्ट में लग्जरी वाहनाें की भरमार है।

अज्ञात पर मामला दर्ज, जांच शुरू

वाहनों के पंजीकरण के मामले में बड़े पैमाने पर अनियमितता का मामला सामने आया है इस संदर्भ में ट्रांसपोर्ट कमिश्नर हरियाणा चंडीगढ़ की शिकायत पर बरवाला पुलिस ने भी धोखाधड़ी का केस अज्ञात के खिलाफ दर्ज करके जांच आरंभ कर दी है। इस संदर्भ में आज शनिवार को बरवाला पुलिस स्टेशन में यह केस दर्ज किया गया। इस लिखित शिकायत में ट्रांसपोर्ट कमिश्नर हरियाणा ने अनेक संदिग्ध वाहनों के रजिस्ट्रेशन में हुए फ्राड तथा पुनः पंजीकरण किए हुए वाहनों के चेसी नंबर तथा रजिस्ट्रेशन नंबर भी साथ दिए हैं। 26 नवंबर 2021 को ट्रांसपोर्ट कमिश्नर ने इस संदर्भ में डीजीपी हरियाणा तथा एसपी हिसार को एक लिखित शिकायत की थी इसलिए शिकायत में इस काम की विस्तार से जानकारी दी गई है तथा आरोपी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।

एसडीएम बरवाला कार्यालय से रजिस्टर्ड हुए तथा पुन

रजिस्टर्ड हुए कई वाहनों के नंबर तथा काफी संख्या में नंबर भी इस केस में दर्ज किए गए हैं तथा इस बड़े पैमाने पर किए गए काम की जांच की मांग की गई है ऐसे मामले में बरवाला एसडीएम कार्यालय में वाहनों के रजिस्ट्रेशन में हो रहे कथित घालमेल का पर्दाफाश भी होने की संभावना है क्योंकि जिस प्रकार से यह मामला ट्रांसपोर्ट कमिश्नर द्वारा भेजा गया है उससे यह आभास होता है कि निश्चित रूप से यहां के कुछ लोग भी इस मामले में शामिल रहे होंगे। बरवाला एसडीएम कार्यालय से वाहनों के फर्जी पुनः पंजीकरण मामले की जांच बरवाला के थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सुखजीत सिंह द्वारा की जा रही है


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