बहादुरगढ़ में अब तालाबों के किनारे हरियाली बढ़ाने के लिए जुटा वन विभाग, लगेंगे त्रिवेणी पौधे
विभाग ने तालाबाें के आसपास में त्रिवेणी पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए तमाम ऐसे तालाब चिन्हित किए जा रहे हैं जहां पर हरियाली को बढ़ाया जा सके। वैसे तो वन विभाग हर साल ही पौधारोपण का एक लक्ष्य तय करता है। मगर तालाबों पर पहली बार है
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : तालाबों के आसपास में छायादार और ज्यादा आक्सीजन देने वाले पौधे अब बढ़ने वाले हैं। इसके लिए वन विभाग जुट गया है। इस बार से विभाग ने तालाबाें के आसपास में त्रिवेणी पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए तमाम ऐसे तालाब चिन्हित किए जा रहे हैं जहां पर हरियाली को बढ़ाया जा सके। वैसे तो वन विभाग हर साल ही पौधारोपण का एक लक्ष्य तय करता है। मगर तालाबों के आसपास में पौधे विभागीय स्तर पर नहीं लगाए गए। इस बार विभाग ने नई शुरूआत की है।
इसके साथ ही विभाग दिल्ली-हरियाणा सीमा पर भी हरियाली बढ़ाने की संभावना तलाश रहा है। दिल्ली के बार्डरों पर जहां पौधे लगाए जा सकते हैं, वे प्वाइंट चिन्हित किए जा रहे हैं। दरअसल्र, मानसून के आगमन की आहट से अब चौतरफा हरियाली फैलाने की तैयारी चल रही है। वन विभाग और विभिन्न संस्थाएं अब पौधारोपण में जुटेंगी। जल्द ही मानसून के आगमन की भी उम्मीद है। इस बार वन विभाग और विभिन्न संस्थाओं ने मिलकर करीब एक लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है। इसमें वितरित करने का लक्ष्य भी शामिल है।
वन विभाग ने बहादुरगढ़ में स्थित अपनी तीन नर्सरी में पौधे तैयार कर रखे हैं। दरअसल, प्रति व्यक्ति औसत में जितने पेड़ होने चाहिए, उनमें झज्जर जिला काफी पीछे है और बहादुरगढ़ में लगातार बढ़ते उद्योगाें के कारण हरियाली का एरिया लगातार कम हाे रहा है। यही वजह है कि यहां पर हरियाली बढ़ाने की जरूरत और भी ज्यादा है। वन विभाग के रेंज अधिकारी श्रीभगवान ने बताया कि बहादुरगढ़ एरिया में इस बार विभाग द्वारा साढ़े 12 हजार पौधे खुद लगाने का लक्ष्य रखा है।
जबकि 88 हजार पौधे विभिन्न संस्थाओं, स्कूल-कालेजों को वितरित किए जाएंगे। इस बार तालाबों के आसपास पौधे लगाने का भी लक्ष्य है। इनमें बरगद-पीपल और नीम के 10-10 पौधे लगाए जाएंगे। उच्चाधिकारियों की ओर से यह भी निर्देश दिए गए हैं कि दिल्ली के बार्डरों के आसपास पौधे लगाने की जगह तय की जाए।