ठंड और धुंध कम होने से सूबे में नहीं गूंज रहा विदेशी पक्षियों का कलरव
प्रदेश के कई जिलों में आते हर वर्ष बड़ी संख्या में आते हैं विदेशी पक्षी, वन्य प्राणी विभाग कर रहा है विदेशी मेहमानों का इंतजार, अधिकारी बोले ठंड व धुंध बढऩे पर आएंगे सैलानी पक्षी
सिरसा, जेएनएन। ठंड कम पडऩे से अभी तक सैलानी पक्षी नहीं पहुंचे हैं। इससे देशी व विदेशी पक्षियों की चहचाहट अभी तक गूंजनी शुरू नहीं हुई है। प्रवासी पक्षियों के सिरसा में पहुंचने का वन्य प्राणी विभाग ही नहीं पक्षी प्रेमी भी इंतजार कर रहे हैं। वन्य प्राणी विभाग के अधिकारी जिन स्थानों पर विदेशी पक्षी आते हैं उन स्थानों पर सुरक्षा को लेकर निरीक्षण भी कर रहे हैं ताकि कोई व्यक्ति इनका शिकार न कर सके। वहीं प्रवासी पक्षियों को देखने के लिए लोगों में खासा उत्साह देखने को मिलता है। मगर इस बार अभी तक यह संभव नहीं हो सका है।
नवंबर महीने के आखिर तक पहुंच जाते थे प्रवासी पक्षी
जिले में ठंड होने पर नवंबर माह के अंतिम सप्ताह में प्रवासी पक्षी पहुंच जाते थे। इस बार प्रवासी पक्षी ठंड नहीं पडऩे से अभी तक पहुंचने शुरू नहीं हुए हैं। हाल ही में अधिकतम तापमान 24 डिग्री व न्यूनतम तापमान 10 डिग्री तक चल रहा। ठंड शुरू होते ही साइबेरिया, मंगोलिया व हिमालियन क्षेत्र से प्रवासी पक्षी पहुंचते हैं। सिरसा की ओटू झील, लोहगढ़ व लुदेसर गांव के जोहड़ में प्रवासी पक्षियों ने बसेरा बनाया हुआ है। विदेशी पक्षियों में चीन, अफगानिस्तान, साईबेरिया, पाकिस्तान के अलावा हिमाचल व कश्मीर से नार्दन सोलर, स्पूनवाइल्ड, ग्रे हैरन, गोल्ड इग्ल, ग्रेटर कार्मोरेंट, साईबेरिया से व्हाइट आइबिल, पेंटिड स्ट्रॉक, स्कूनबिल, नॉर्दन सोलर, मलाइड, फलेङ्क्षमगो, पेंटल व अन्य पक्षी पहुंचते हैं।
फरवरी तक रहेंगे पक्षी
देश विदेशों से सर्दी के मौसम में पहुंचे पक्षी ठोर-ठिकाना बनाते हैं। इस बार भी विदेशी पक्षियों के आने का सिलसिला शुरू नहीं हुआ है। ठंड बढऩे के साथ ही विदेशी पक्षी पहुंचेंगे। इसके बाद पक्षी फरवरी मध्य तक यहां पर रहेंगे। इसके बाद अपने देश लौट जाएंगे। विदेशी पक्षियों के आगमन होने को लेकर वन्य प्राणी विभाग भी सतर्क हो गया है। हर खंड में इन पक्षियों की सुरक्षा को लेकर विभाग के गार्ड मॉनिटरिंग करेंगे।
स्थानों का किया जा रहा है निरीक्षण
वन्य प्राणी विभाग सिरसा उपनिरीक्षक लीलूराम ने कहा कि ठंड कम पडऩे से अभी तक विदेशी पक्षी नहीं पहुंचे हैं। जिन स्थानों पर विदेशी पक्षी आते हैं उन स्थानों का निरीक्षण किया जा रहा है ताकि विदेशी पक्षियों की सुरक्षा की जा सके।