छह साल से सीवरेज सिस्टम की नहीं कराई गई सफाई, मंत्री ने डीसी को दिए जांच के आदेश
जागरण संवाददाता, हिसार : हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के अधिकारियों द्वारा छह साल
जागरण संवाददाता, हिसार : हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के अधिकारियों द्वारा छह साल से सीवरेज सिस्टम की सफाई नहीं करवाने के मामले में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री बनवारी लाल ने उपायुक्त अशोक कुमार मीणा को जांच करवाने के आदेश दिए हैं। ¨जदल चौक से लेकर विद्युत नगर के आखिरी छोर तक बने बरसाती नाले की छह सालों से सफाई नहीं करवाई गई है। सफाई नहीं करवाने का परिणाम ही है कि बारिश के साथ ही दिल्ली रोड पर दो से तीन फुट तक पानी भर जाता है।
ऐसा तब है जब एक माह पहले ही सुपर सकर मशीन से मुख्यलाइन की विशेष रूप सफाई करवाई गई है। मगर, किसी ने ¨जदल चौक से लेकर विद्युत नगर के छोर तक बरसाती नाले की सफाई करवाने की जहमत नहीं उठाई। यही वजह है कि दिल्ली रोड पर तीन दिनों से पानी भरा हुआ है। डिस्पोजल सिस्टम फेल होने के कारण नगर निगम की ओर से स्पेशल पंपसेट लगाकर बरसाती पानी निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार सुपर सकर मशीन 50 हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से किराये पर मिलती है। वहीं दूसरी ओर 15 लाख रुपये का खर्च बरसाती नाले के लिए मैनहोल बनाने पर खर्च किया गया है। एचएसवीपी विभाग ने सफाई नहीं करवाई, मगर बजट हर साल जरूर बनाया गया हो। ऐसे में ¨जदल चौक से लेकर ¨जदल पुल तक के बरसाती नाले पर पिछले छह महीने में खर्च किए गए पैसे की जांच करवाने पर बड़ा गोलमाल सामने आएगा।
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कितना पैसा हुआ बर्बाद
. बीएंडआर ने ¨जदल पुल से लेकर सेक्टर 9-11 मोड़ तक स्पेशल लेयर डाली। जिसमें 15 से 20 लाख रुपया जनता का बर्बाद हुआ।
. नगर निगम ने 15 लाख रुपये से ¨जदल चौक से लेकर सेक्टर 9-11 मोड़ तक बरसाती नाले के मैनहोल बनवाए गए। जबकि नगर निगम और बीएंडआर दोनों को पता है कि दो करोड़ की लागत से नया बरसाती नाला बनाया जाना है। फिर लाखों रुपये क्यों बर्बाद किए गए। जबकि आज भी पैसा लगाने के बावजूद सेक्टर 9-11 मोड़ पर पंपसेट लगाकर पानी निगम को निकालना पड़ रहा है।
. सुपर सकर मशीन से नगर निगम और एचएसवीपी ने मिलकर सफाई करवाई। तीन चार दिनों तक जनता पैसा बर्बाद किया गया। मगर, हालातों में कोई सुधार नहीं हुआ। बॉक्स :::
क्यों जरूरी है जांच
बीएंडआर , नगर निगम और एचएसवीपी तीनों विभागों के पास ¨जदल चौक से लेकर ¨जदल पुल तक की सड़क से लेकर बरसाती नाले को सुधारने की व्यवस्था थी। नगर निगम ने जहां अपने स्तर काम करने के प्रयास किए। मगर, एचएसवीपी और बीएंडआर के पैदा किए हालातों के कारण उनके प्रयास सफल नहीं हो सके। ठेकेदार के साथ खड़े बीएंडआर के अधिकारियों ने गढ्डों भरी सड़क को ठीक करने का कोई प्रयास नहीं किया। बालू मिट्टी और ब्राउन सेंड डालकर काम चलाया गया और जनता परेशान होती रही। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ने छह साल से बरसाती नाले की सफाई नहीं करवाई। ऐसा तब है जब हर साल बरसाती नालों की सफाई को लेकर विभाग से विशेष बजट जारी किया जाता है। यही वजह है कि इस मामले की जांच होनी जरूरी है।