अफसरों और वीआइपी के यहां की फॉगिंग, आम लोगों का सता रहा डेंगू का डंक
आइजी कार्यालय में एक माह में दो बार और आइजी आवास पर एक बार फॉगिंग हुई। हैरानी की बात यह है कि एक माह में 59 डेंगू के केस आने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग ने गंभीरता नहीं दिखाई।
हिसार, जेएनएन। शहर में डेंगू के कारण दो बच्चियों की मौत हो चुकी हैं। बच्चियों की मौत के बाद जहां मामले ने तूल पकड़ लिया है। वहीं, नागरिक अस्पताल की ओर से भेजी गई डेंगू मरीजों की लिस्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। नवंबर माह में आइजी कार्यालय से लेकर विधायक डा. कमल गुप्ता के आवास पर विशेष रूप से फॉगिंग करवाई गई। आइजी कार्यालय में एक माह में दो बार और आइजी आवास पर एक बार फॉगिंग हुई। हैरानी की बात यह है कि एक माह में 59 डेंगू के केस आने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग ने गंभीरता नहीं दिखाई। वहीं नगर निगम ने नियमित रूप से मरीजों के घरों और आसपास फॉगिंग कर खानापूर्ति कर दी। किसी ने शहर भर में फॉगिंग करवाने और जांच अभियान चलाने को लेकर कोई कदम नहीं उठाया। जिसके परिणाम स्वरूप दो बच्चियों की डेंगू के कारण मौत हो गई।
नवंबर माह में 59 घरों में हुई फॉगिंग
. आइजी कार्यालय - 2
. आइजी आवास - 1
. विधायक डा. कमल गुप्ता - 1
. सिटी थाना - 1
. सेक्टरों में - 10 . पूर्व पार्षद - 1
. न्यू पुलिस लाइन - 1
. जिंदल आदर्श कालोनी व लेबर कालोनी - 2
. शहर की अन्य कालोनियों में - 40
निगम के पास बड़ी मशीन
स्वास्थ्य विभाग की ओर से डेंगू की पुष्टि होने के बाद मरीज का नाम, पता और फोन नंबर नगर निगम की सफाई शाखा को भेजा जाता है। निगम कर्मचारी बड़ी और छोटी मशीन दोनों से उन क्षेत्रों में फॉगिंग करवाते है। सितंबर व अक्टूबर में मलेरिया के केसों को ध्यान में रखते हुए पूरे शहर में फॉगिंग करवाई जाती है। उसके बाद नागरिक अस्तपाल की रिपोर्ट के आधार पर ही फॉगिंग होती है। 40 दिन पहले सांसद ने दी थी बड़ी मशीन नगर निगम को स्वास्थ्य विभाग से बड़ी फॉगिंग मशीन मिली थी। यह मशीन सालों पुरानी थी और लगातार खराब हो रही थी। मशीन खराब होने के कारण फॉगिंग करवाना संभव नहीं हो पा रहा था। ऐसे में सांसद दुष्यंत चौटाला से निगम अधिकारियों ने फॉगिंग मशीन के लिए ग्रांट मांगी थी। सांसद ने फॉगिंग मशीन निगम को मुहैया करवाई। नई गाड़ी और फॉगिंग मशीन दोनों मिलने के बाद पूरे शहर में फॉगिंग नहीं करवाई गई। स्वास्थ्य विभाग ने भी फॉ¨गग पूरे शहर में करवाने के आदेश जारी नहीं किए।
ये बोले जिम्मेदार
नगर निगम सीएसआई सुभाष सैनी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग से डेंगू के मरीजों की लिस्ट मिलती है। उन्हीं के आवास पर फॉ¨गग करवाई जाती है। कोई लापरवाही नहीं बरती जाती है।