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लगातार दूसरे दिन मूसलाधार बारिश से बाढ़ जैसे हालात

उपमंडल प्रशासन के दावे हो रहे फेल।

By JagranEdited By: Published: Thu, 23 Sep 2021 11:50 PM (IST)Updated: Thu, 23 Sep 2021 11:50 PM (IST)
लगातार दूसरे दिन मूसलाधार बारिश से बाढ़ जैसे हालात
लगातार दूसरे दिन मूसलाधार बारिश से बाढ़ जैसे हालात

फोटो न0- 23 एचआईएस 8 --- से --फोटो न0- 23 एचआईएस 11 --- तक ---- चार फोटो

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उपमंडल प्रशासन बरसाती पानी की निकासी में हुआ फेल

बरवाला में दूसरे दिन भी बिजली सप्लाई रही बाधित

संवाद सहयोगी, बरवाला : बरवाला क्षेत्र में लगातार दूसरे दिन बरसात के बाद शहर के कई क्षेत्रों में बाढ़ के हालात बन गए। प्रशासन बरसाती पानी की निकासी में फेल साबित हुआ है। एक दिन पूर्व जो बरसाती पानी का भराव शहर में हुआ था। 24 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बाद भी प्रशासन उस बरसाती पानी की निकासी नहीं कर पाया था। लोगों के घरों व दुकानों में पानी घुस गया है। शहर के आबादी के आसपास के इलाके में तालाब ओवरफ्लो हो गए हैं। किसानों के अनुसार बाईपास के निकट जहां पर पानी की निकासी पंप सेटों के माध्यम से खेतों में की जा रही है। वहां फसलें चौपट हो रही है। बरवाला में दूसरे दिन भी बिजली सप्लाई काफी इलाके में ठप रही। बरवाला के बिजली घर, नया बस अड्डा, खंड विकास पंचायत कार्यालय, मेन रोड, मेन बाजार, अस्पताल रोड, पुराना बस अड्डा, दौलतपुर चौक, टोहाना रोड व बनभौरी रोड आदि जलमग्न है।

गांवों में फसलें चौपट, गिरदावरी की मांग

दूसरे दिन हुई बरसात के बाद बरवाला व आसपास के गांवों में फसलें चौपट हो गई है। नरमा कपास की फसल गिर गई है। इसी प्रकार ज्वार, बाजरा, सब्जियां तथा धान आदि की फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचा है। ढाणी मीरदाद व ढाणी खानबहादुर गांवों के खेत भी बरसाती पानी से जलमग्न है। बरवाला व आसपास के अनेक गांवों के किसानों जिनमें ईश्वर सिंह, राजकुमार, चरणजीत, नरेश कुमार, विनोद कुमार समेत अनेक किसानों ने बताया कि भारी बरसात ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। उनकी तैयार व पक्की हुई फसलें नष्ट हो गई है। इस कारण उन्हें काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है। प्रशासन को प्राथमिकता के आधार पर किसानों की नष्ट हुई फसलों का सर्वे व गिरदावरी करवाकर मुआवजा देना चाहिए।

प्रशासन ने लोगों को उनके हाल पर ही छोड़ दिया

दूसरी तरफ बरवाला शहर में बरसाती पानी के कारण उत्पन्न हुए बाढ़ के हालातों के लिए पूर्व पार्षद रमेश बैटरी वाला ने उपमंडल प्रशासन विशेषकर जन स्वास्थ्य विभाग तथा नगरपालिका को जिम्मेवार ठहराया है। रमेश ने कहा कि उपमंडल के अधिकारी आम लोगों की समस्याओं का समाधान करने का प्रयास भी नहीं कर रहे। लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है।

गैबीपुर गांव में घरों में घुस रहा बरसाती पानी

गैबीपुर गांव में नेशनल हाईवे के साथ-साथ बनाए गए नाले के कारण खेतों व सड़क का पानी गांव में आने से गांव में हालात बिगड़ रहे हैं। लोगों के घरों में बरसाती पानी घुस रहा है। इस कारण ग्रामीणों ने एकत्रित होकर हाईवे के निकट बनाया गया यह नाला बंद कर दिया।


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