Move to Jagran APP

प्राकृतिक खेती से बढ़ा सकते हैं जमीन की उर्वरता, मध्यप्रदेश के विशेषज्ञ ने बताया फार्मूला

प्राकृतिक खेती के जरिए किसान ना सिर्फ उच्च गुणवत्ता की फसल का उत्पादन कर सकते हैं बल्कि साथ ही जमीन की उर्वरता को भी बढ़ा सकते हैं। मध्यप्रदेश बालाघाट के कन्नई गांव से प्राकृतिक खेती विशेषज्ञ ताराचंद बेजली ने किसानों को इसकी जानकारी दी।

By Rajesh KumarEdited By: Published: Thu, 23 Dec 2021 09:35 PM (IST)Updated: Thu, 23 Dec 2021 09:35 PM (IST)
प्राकृतिक खेती से बढ़ा सकते हैं जमीन की उर्वरता, मध्यप्रदेश के विशेषज्ञ ने बताया फार्मूला
चरखी दादरी के गांव मिर्च में आयोजित प्राकृतिक खेती प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते उपायुक्त प्रदीप गोदारा।

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी। वीरवार को गांव मिर्च में ग्राम पंचायत के सहयोग से जिले के प्रथम प्राकृतिक खेती प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। बतौर मुख्य प्रशिक्षक मध्यप्रदेश बालाघाट के कन्नई गांव से प्राकृतिक खेती विशेषज्ञ ताराचंद बेजली ने शिरकत की। यह शिविर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के अभियान  के तहत आयोजित किया गया। दादरी जिला उपायुक्त प्रदीप गोदारा, डा. राजेश स्वामी, पंकज इत्यादि का मार्गदर्शन रहा।

loksabha election banner

कार्यक्रम में भाजपा किसान मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष सुखविंद्र मांढी भी उपस्थित रहे। मंच संचालन जजपा हलका प्रधान रामनिवास ने किया। निवर्तमान सरपंच डीके व बलराज सिंह ने सभी अतिथियों व प्रदेश के समस्त जिलों से आए किसानों का स्वागत किया। आयोजन में प्राकृतिक खेती करने के तरीकों को विस्तार से बताया गया। मुख्य प्रशिक्षक ताराचंद बेजली ने कहा कि प्राकृतिक खेती की क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। आज जिस प्रकार से देशी खानपान के प्रति लोगों का रूझान बढ़ा है इस क्षेत्र में अनेकों अवसर किसानों का इंतजार कर रहे हैं। 

बढ़ा सकते हैं जमीन की उर्वरता

प्राकृतिक खेती के जरिए किसान ना सिर्फ उच्च गुणवत्ता की फसल का उत्पादन कर सकते हैं बल्कि साथ ही जमीन की उर्वरता को भी बढ़ा सकते हैं। वर्तमान में प्राकृतिक खेती की प्रति तेजी से रूझान बढ़ रहा है। लेकिन क्षेत्र में इस विषय का कोई विशेषज्ञ ना होने के चलते अक्सर इस तरह के खेती करने वाले किसानों को फायदा नहीं हो पाता। इस दौरान उन्होंने खेतों में विभिन्न फसलों को किस तरह से बोएं व प्राकृतिक खाद, बीज का इस्तेमाल कैसे करें इस बारे में विस्तार से जानकारी दी। 

प्राकृतिक खेती को उन्नत बनाने के प्रयास

जिला उपायुक्त प्रदीप गोदारा ने कहा कि संबंधित विभाग व सरकार द्वारा प्राकृतिक खेती को उन्नत बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। किसान जितना प्राकृतिक खेती के निकट जाएंगे उतना अधिक वे प्राकृतिक गुणों से भरपूर फसल का उत्पादन करने में सक्षम होंगे। डीएचओ राजेश स्वामी ने बताया कि किसानों को अगर प्राकृतिक खेती को लेकर किसी तरह का संशय है तो वे कार्यालय में आकर जानकारी ले सकते हैं। उन्होंने सभी किसानों को बागवानी संबंधित कई टिप्स दिए। भाजपा किसान मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष सुखङ्क्षवद्र मांढी ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों को उन्नत बनाने व उनकी आय को बढ़ाने के लिए कार्य कर रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.