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पत्नी से परेशान युवक ने दो बेटों को जहर दे खुद भी खाया, तीनों की मौत

फरमाना गांव का रहने वाला 35 वर्ष से बलवान कई साल से महम कस्बे में रह रहा था। उसकी पत्नी ज्योति एक बाइक एजेंसी पर काम करती है। नंनद ने भाभी को ही घटना के लिए जिम्‍मेदार बताया है।

By manoj kumarEdited By: Published: Mon, 08 Apr 2019 02:55 PM (IST)Updated: Tue, 09 Apr 2019 12:52 PM (IST)
पत्नी से परेशान युवक ने दो बेटों को जहर दे खुद भी खाया, तीनों की मौत
पत्नी से परेशान युवक ने दो बेटों को जहर दे खुद भी खाया, तीनों की मौत

महम (रोहतक) जेएनएन। कस्बे के वार्ड-8 में पत्नी से परेशान एक युवक ने दो बच्चों को जहरीला पदार्थ देकर खुद भी जहर निगल लिया। युवक और उसके एक बेटे की मौत सोमवार को ही मौत हो गई तो वहीं रोहतक पीजीआइ में मौत व जिंदगी के बीच जूझ रहे दूसरे बेटे ने भी मंगलवार को दम तोड़ दिया। मृतक की बहन ने आरोप लगाया कि पत्नी, साली और सास से परेशान होकर भाई ने यह कदम उठाया है। पुलिस ने तीनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। तीन माह के अंदर इस तरह की जिले में यह तीसरी बड़ी घटना है।
 

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जिले के ही फरमाणा गांव का रहने वाला बलवान (35) काफी समय से अपनी पत्नी ज्योति (32) और दो बेटों हनु (6) और मान (4) के साथ महम के वार्ड-8 में रहता था। बलवान एक पेट्रोल पंप पर सेल्समैन का काम करता था, जबकि उसकी पत्नी बाइक के शोरूम पर काम करती थी। ज्योति ने कुछ दिन पहले ही नौकरी छोड़ी थी। बताया जा रहा है कि रविवार शाम बलवान अपने दोनों बच्चों को स्कूटी पर लेकर घर से निकला। वह कस्बे से बाहर एक खेत में गया। वहां पर उसने पहले दोनों बच्चों को जहरीला पदार्थ खिलाया और फिर खुद भी जहर खा लिया। इसके बाद वह घर लौटा और पत्नी को  जहरीला पदार्थ खाने की जानकारी दी।
 

आनन-फानन में तीनों को महम के एक आश्रम में उपचार के लिए ले जाया गया, जहां से तीनों को पीजीआइ रोहतक भेज दिया गया। उपचार के दौरान बलवान और उसके छोटे बेटे मान की मौत हो गई, जबकि दूसरे बेटे हनु की हालत गंभीर बनी हुई थी। सूचना मिलने पर महम थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया। मृतक की बहन इंदू ने आरोप लगाया है कि बलवान को उसकी पत्नी व ससुराल पक्ष के अन्य लोग परेशान करते थे। पति-पत्नी के बीच अक्सर झगड़ा रहता था। इसी वजह से उसने आत्महत्या की है। पुलिस ने मृतक की पत्नी ज्योति, सास गुड्डी और साली पूजा के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
 

--बलवान की बहन इंदू ने उसकी पत्नी, साली और सास के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। आरोप लगाया है कि पत्नी और ससुराल पक्ष के अन्य लोग बलवान को काफी परेशान करते थे। मकान भी अपने नाम करा रखा था। फिलहाल जांच की जा रही है।
- सज्जन कुमार, डीएसपी महम।

बहन से बोला था- मुझे मेरी पत्नी मरवाए, इससे अच्छा मैं खुद ही मर जाऊं
दो बच्चों को जहर देकर खुद आत्महत्या करने वाले बलवान ने कई दिन पहले ही डर जता दिया था कि उसकी पत्नी और मायके पक्ष के लोग उसकी हत्या कर सकते हैं। वह बच्चों के साथ भी मारपीट करती है। मुझे मेरी पत्नी मरवाए इससे अच्छा है कि मैं खुद ही मर जाऊं। बलवान ने यह बात तीन दिन पहले अपनी बहन के घर जाकर उसे बताई थी। हालांकि बहन ने उसे समझा-बुझाकर घर भेज दिया था। उसे नहीं पता था कि परेशान होकर बलवान इतना बड़ा कदम उठा लेगा।

महम थाने में पुलिस को दी गई शिकायत में बलवान की बहन इंदू ने बताया कि बलवान की शादी करीब 11-12 साल पहले चरखी दादरी जिले के पैंतावास गांव की रहने वाली ज्योति के साथ हुई थी। ज्योति के परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर थी। शादी के बाद बलवान उन्हें रुपये देता था। इसके लिए बलवान ने इंदू से भी करीब छह-सात लाख रुपये उधार लिए थे। भाई के परिवार को चलाने के लिए इंदू ने अपना प्लाट भी उसके नाम करा दिया था। हालांकि बाद में बलवान के साथ मारपीट कर ज्योति ने मकान अपने नाम करा लिया था। इंदू का आरोप है कि बलवान की पत्नी का बाहरी लोगों से संपर्क था और उसके घर पर भी बाहरी लोगों का आना जाना था। विरोध करने पर बलवान के साथ मारपीट की जाती थी। इसमें ज्योति की मां और उसकी बहन भी साथ देती थी। बृहस्पतिवार शाम बलवान ने अपनी बहन इंदू को फोन किया और कहा कि ज्योति और उसके मायके पक्ष के लोग घर आए हुए हैं और उसके साथ मारपीट कर रहे हैं। इससे परेशान होकर मैंने अपने दोनों बच्चों के साथ सल्फास की गोली खा ली है। मैं ऐसी ङ्क्षजदगी नहीं जी सकता है।

पति को नहीं कराया अस्पताल में भर्ती
इंदू का आरोप है कि जब उसके भाई का फोन आया तब वह उसके घर पर पहुंची। उस समय ज्योति दोनों बच्चों को अस्पताल में ले गई थी, जबकि बलवान घर पर ही तड़प रहा था। इसके बाद उसकी बहन ही अस्पताल में लेकर पहुंची। आरोप है कि यदि बलवान को समय से अस्पताल में भर्ती करा दिया जाता तो शायद वह बच जाता।

एक साथ जली पिता और बेटे की चिता
बलवान और उसके बेटे हनु का पोस्टमार्टम होने के बाद उसके परिजन दोनों को फरमाणा गांव में लेकर गए। गांव में दोनों के शव पहुंचते ही मातम का माहौल छा गया। दोनों की चिता एक साथ ही जलाई गई। इससे हर ग्रामीण की आंखों में आंसू आ गए। वहीं अब तीसरी मौत होने माहौल और भी ज्‍यादा गमगीन हो गया है।

दोनों पक्षों के बीच तनाव का माहौल
उधर, इस प्रकरण के बाद मायके और ससुराल पक्ष के बीच तनाव का माहौल बना हुआ है। पोस्टमार्टम हाउस पर भी ज्योति के मायके वाले पहुंचे, लेकिन बलवान के परिजनों ने शव उन्हें देने से इंकार कर दिया गया। पुलिस में केस दर्ज कराने को लेकर भी बलवान की बहन इंदू को मना किया गया।


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