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फतेहाबाद नगरपरिषद को नहीं मिला स्वच्छ सर्वेक्षण में ब्रांड एंबेस्डर, मार्च में होगा सर्वे

फतेहाबाद में जिला मुख्यालय है। ऐसे में स्वच्छ सर्वेक्षण का प्रचार-प्रसार करने के लिए ब्रांड एंबेस्डर चुनने की जिम्मेदारी नगरपरिषद के अधिकारियों को दी गई थी। एक महीने पहले आदेश आए थे लेकिन इसके बावजूद आज तक एक भी ऐसे व्यक्ति का चयन नहीं कर पाए।

By Naveen DalalEdited By: Published: Thu, 27 Jan 2022 01:49 PM (IST)Updated: Thu, 27 Jan 2022 01:49 PM (IST)
फतेहाबाद नगरपरिषद को नहीं मिला स्वच्छ सर्वेक्षण में ब्रांड एंबेस्डर, मार्च में होगा सर्वे
फतेहाबाद शहर की हालत दयनीय, शौचालयों की सफाई तक नहीं हो रही।

फतेहाबाद, जागरण संवाददाता। केंद्रीय शहरी आवास मंत्रालय ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के सर्वे में बदलावा कर दिया है। पहले प्रदेश के सभी जिलो में फरवरी महीने में सर्वे होना था। लेकिन इस बार कोरोना संकट अधिक होने के कारण सभी शहरों को एक महीना अतिरिक्त दे दिया है। अब मार्च महीने में यह सर्वे होगा। 28 मार्च तक सभी शहरों का सर्वे करने का दावा भी किया जा रहा है। ऐसे में शहर में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने का मौका भी मिल जाएगा।

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पिछले साल के रिकार्ड को भी कामय नहीं रख पाएगा नप

स्वच्छ सर्वेक्षण के अंकों में इस बार बदलाव किया गया है। पहले छह हजार अंकों के लिए प्रतियोगिता होती थी, लेकिन इस बार 1500 अंक अधिक रहेंगे। ऐसे में सभी शहरों को अधिक मेहनत करनी होगी। लेकिन फतेहाबाद जिले के शहरों की बात करे तो ऐसा अभी लगा भी नहीं कि सभी शहर इस प्रतियोगितों में भाग लेने के लिए तैयार है। पिछले साल हो परिणाम घोषित किया गया था उसमें फतेहाबाद को छोड़कर अन्य शहरों की हालत खराब रही थी। ऐसे में उम्मीद है कि एक महीने में सभी शहर अच्छा करेंगे और इस बार टाप करेंगे।

नगरपरिषद फतेहाबाद एक महीने में नहीं ढूंढ पाया ब्रांड एंबेस्डर 

फतेहाबाद में जिला मुख्यालय है। ऐसे में स्वच्छ सर्वेक्षण का प्रचार-प्रसार करने के लिए ब्रांड एंबेस्डर चुनने की जिम्मेदारी नगरपरिषद के अधिकारियों को दी गई थी। एक महीने पहले आदेश आए थे, लेकिन इसके बावजूद आज तक एक भी ऐसे व्यक्ति का चयन नहीं कर पाए जिससे शहर में जागरूकता अभियान चला सके। नप अधिकारियों का दावा है कि ऐसा कोई मिला तक नहीं। दो लोगों का चयन किया गया था, लेकिन उन्होंने समय का अभाव होने का हवाला देकर अपने हाथ पीछे खींच लिए। ऐसे में अब मुश्किल लग रहा है कि नप इस पर काम भी कर रहा है। वहीं नगरपरिषद में 50 सक्षम लगाए थे। लेकिन अब केवल 15 ही सक्षम रहे है। ऐसे में वो वापस चले गए है। जिससे जागरूकता अभियान में असर पड़ रहा है। 

इस साल ऐसे मिलेंगे अंक 

कुल अंक : 7500

सिटीजन सर्वे     : 2250

सर्विस लेवल प्रोग्रेस : 3000

कागजात की जांच  : 2250 

पिछले चार सालों का स्वच्छ सर्वेक्षण में परिणाम

शहर     2021    2020    2019   2018

फतेहाबाद   30     27      177    191

टोहाना     60     26      329   289

भूना      178     105     399   172

रतिया     130     137     984   572

जाखल    552     000     000    000

स्वच्छ सर्वेक्षण में ये शहर होंगे शामिल 

शहर             आबादी

फतेहाबाद नगरपरिषद   1 लाख

टोहाना नगरपरिषद     1 लाख

रतिया नगरपालिका     50 हजार

भूना               30 हजार

जाखल             25

अधिकारी के अनुसार

पहले स्वच्छ सर्वेक्षण का सर्वे फरवरी में होना था, लेकिन अब यह मार्च में होगा। ऐसे में तैयारी करने का मौका भी मिल गया है। भूना नगरपालिका इस समय अच्छा काम भी कर रही है। ऐसे में जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा। 

कुमार सौरभ, इंचार्ज स्वच्छ भारत मिशन फतेहाबाद।


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