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धान की खेती छोड़ने से दोहरा लाभ, प्रोत्साहन राशि के साथ सरकार दे रही अनुदान, यह है योजना

अब धान की खेती छोड़कर किसान मालामाल हो सकते हैं। सरकार ऐसे किसानों को दोहरा लाभ देगी। प्रोत्साहन राशि के साथ अनुदान भी सरकार देगी। झज्जर में 1250 एकड़ में धान के स्थान पर बागवानी का लक्ष्य सरकार ने रखा है।

By Umesh KdhyaniEdited By: Published: Sat, 12 Jun 2021 04:25 PM (IST)Updated: Sat, 12 Jun 2021 04:25 PM (IST)
धान की खेती छोड़ने से दोहरा लाभ, प्रोत्साहन राशि के साथ सरकार दे रही अनुदान, यह है योजना
गिरते भूजल स्तर में सुधार के लिए सरकार ने यह योजना शुरू की है।

झज्जर, जेएनएन। किसान धान की खेती छोड़कर दोहरा लाभ ले सकते हैं। एक तो सरकार द्वारा दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि और दूसरा अनुदान। इससे किसान अपना मुनाफा भी बढ़ा सकते हैं। इसी के लिए बागवानी विभाग द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं। ताकि किसान धान की खेती को छोड़कर बागवानी लगाएं। इसके लिए विभाग द्वारा लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। वहीं धान के स्थान पर लगाई जाने वाले फलों व सब्जियां के बारे में भी जानकारी दे रहा है। जिससे कि किसान को मदद मिल सके और बागवानी की ओर कदम बढ़ाए।

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झज्जर जिले में बागवानी विभाग द्वारा 1250 किसानों को धान की खेती से बागवानी करने के लिए प्रोत्साहित करने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें से सबसे अधिक लक्ष्य झज्जर खंड को मिला है। झज्जर खंड की 300 एकड़ जमीन पर लगने वाले धान की बजाए बागवानी लगाने का प्रयास रहेगा। अगर कोई किसान बागवानी की तरफ कदम बढ़ाता है तो उसे दोहरा लाभ मिलेगा। एक तो सरकार मेरा पानी मेरी विरासत स्कीम के तहत किसान को धान की खेती छोड़ने के लिए सात हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से प्रोत्साहन राशि देगी। वहीं बागवानी विभाग भी अनुदान भी देगा।

सब्जी पर आठ हजार रुपये प्रति एकड़ सब्सिडी

सामान्यत: बागवानी जिन फलों व सब्जियों में अनुदान देता है, वह इस स्कीम के तहत भी अनुदान देगा। इसके तहत किसान खेत में सब्जी लगाकर आठ हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से सब्सिडी ले सकते हैं। वहीं अमरूद पर 6 गुना 6 मीटर की दूरी वाले बाग लगाकर 4600 रुपये प्रति एकड़ व 3 गुना 6 मीटर दूरी वाले बाग लगाकर 6198 रुपये प्रति एकड़ से अनुदान मिलेगा। साथ ही नींबू प्रजाति के बाग लगाने पर 4800 रुपये प्रति एकड़, बेर का बाग लगाने पर 3400 रुपये प्रति एकड़ व आंवला का बाग लगाने पर 6000 रुपये प्रति एकड़ सब्सिडी दी जाएगी। इसका मुख्य उद्देश्य किसानों से धान की फसल ना बिजाई करने की अपील करना है। साथ ही विभाग इसके लिए किसानों को जागरूक कर रहा है।

यह रखा है लक्ष्य

खंड               एरिया

झज्जर             300 एकड़

बेरी              250 एकड़

साल्हावास         250 एकड़

मातनहेल          200 एकड़

बहादुरगढ़          250 एकड़

कुल              1250 एकड़

सात हजार रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि

जिला बागवानी अधिकारी डॉ. रामस्वरूप पूनिया ने बताया कि जिले में मेरा पानी मेरी विरासत स्कीम के तहत 1250 एकड़ का लक्ष्य रखा गया है। जिसके तहत पिछले वर्ष धान की बिजाई करने वाले किसानों को बागवानी के लिए प्रेरित किया जा रहा है। अगर किसान धान छोड़कर बागवानी लगाता है तो उसे दोहरा फायदा होगा। एक तो सरकार सात हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से प्रोत्साहन राशि देगी, वहीं दूसरा बागवानी विभाग भी अनुदान देगा।

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