Farmers Protest: बहादुरगढ़ आंदोलन में एक और किसान की मौत, अब तक 28 की जा चुकी है जान
टिकरी बाॅर्डर पर पंजाब के संगरूर जिले के गांव रामपुर छैना का रहने वाला 30 वर्षीय संदीप पुत्र रामलाल किसान आंदोलन में कई दिन से आया हुआ था। वह नए बस स्टैंड के नजदीक लगे तंबू में ठहरा हुआ था। मंगलवार सुबह उसे जगाया तो वह मृत मिला।
बहादुरगढ़, जेएनएन। कृषि कानूनों को लेकर टीकरी बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के बीच मंगलवार सुबह एक और मौत हो गई। पंजाब जिले का एक युवा किसान मृत मिला। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस जांच कर रही है। बताया गया है कि पंजाब के संगरूर जिले के गांव रामपुर छैना का रहने वाला 30 वर्षीय संदीप पुत्र रामलाल किसान आंदोलन में कई दिन से आया हुआ था। वह नए बस स्टैंड के नजदीक लगे तंबू में ठहरा हुआ था। मंगलवार सुबह उसे जगाया तो वह मृत मिला।
मौत कैसे हुई यह तो अभी स्पष्ट नहीं है, मगर प्रबल संभावना यही है कि हार्टअटैक से उसकी मौत हुई है। जैसे ही आसपास के किसानों को पता लगा तो वहां भीड़ जुट गई। बाद में पुलिस को सूचित किया गया। मृतक के स्वजनों के ब्यान पर आगामी कार्रवाई की जा रही है। बता दें कि एक तरफ 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड के दौरान लाल किले पर हुई घटना के बाद से इस आंदोलन को फिर से तेज करने की जद्दोजहद चल रही है तो दूसरी तरफ किसानों की मौत का सिलसिला भी थम नहीं रहा है। अब ठंड भी कुछ कम हो गई है मगर किसान लगातार अपनी जान गवां रहे हैं।
नौ दिनों के अंदर छठी मौत
25 जनवरी को एक ही दिन में तीन किसानों की मौत हो गई थी। उसमें दो किसान हरियाणा से और एक पंजाब से था। फिर 29 जनवरी को भी एक किसान की मौत हुई थी। 31 जनवरी को भी एक मौत मौत हुई। अब मंगलवार को एक और के बाद से अकेले टीकरी बॉर्डर पर ही किसानों की मौत का आंकड़ा 28 पर पहुंच गया।