किसान आंदोलन खत्म होने की उम्मीद, 20 हजार करोड़ का नुकसान झेल चुके उद्यमियों ने भी जताई खुशी
26 नवंबर को शुरू हुए आंदोलन की वजह से बहादुरगढ़ की छोटी-बड़ी करीब 7 हजार इंडस्ट्री को सीधे तौर पर नुकसान हुआ था। लाखों लोगों का रोजगार छिन गया था। दिल्ली से कच्चा माल लाने व तैयार माल ले जाने के लिए अतिरिक्त किराया देना पड़ रहा था।
बहादुरगढ़, जागरण संवाददाता। पीएम मोदी की ओर से तीन कृषि कानून वापस लिए जाने पर यहां के उद्यमियों ने भी खुशी जताई है। कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ करीब एक साल से चल रहे आंदोलन के कारण करीब 20 करोड़ का नुकसान झेल चुके उद्यमियों को अब उम्मीद है कि आंदोलन खत्म होगा और उनका व्यापार पटरी पर आ जाएगा। आंदोलन खत्म होगा तो उन्हें दिल्ली से आवागमन के रास्ते मिल जाएंगे। जिसके उनका व्यापार दौड़ेगा। लोगों को रोजगार भी मिलेगा। नुकसान कम होगा।
दरअसल, 26 नवंबर को शुरू हुए आंदोलन की वजह से बहादुरगढ़ की छोटी-बड़ी करीब 7 हजार इंडस्ट्री को सीधे तौर पर नुकसान हुआ था। लाखों लोगों का रोजगार छिन गया था। दिल्ली से कच्चा माल लाने व तैयार माल ले जाने के लिए अतिरिक्त किराया देना पड़ रहा था। यहां की करीब 1600 फैक्ट्रियां कई माह तक तकरीबन बंद पड़ी रही थी। इससे उद्यमियों को काफी नुकसान हुआ था और उन्होंने रास्ते खुलवाने के लिए दिल्ली हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में भी गुहार लगाई थी।
आंदोलन की वजह से काफी परेशानी चल रही है। तीन कृषि सुधार कानून अब वापस लेने की घोषणा की गई है तो यह बड़ी खुशी की बात है। अब आंदोलन खत्म होने के बाद बहादुरगढ़ के उद्योग धंधे व अन्य काम धंधे पटरी पर लौटेंगे। लोगों को रोजगार मिलेगा। यहां की प्रगति होगी।
----आरबी यादव, इंडस्ट्री सलाहकार।
पीएम मोदी की घोषणा से उद्यमियों व कामगारों में खुशी है। हम एक साल से नुकसान झेल रहा था। कामगार भी परेशान थे। रोजगार भी खत्म हो रहा था। मगर अब आंदोलन खत्म होगा तो यह उम्मीद है। इससे जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई व्यापार पटरी पर आने के बाद होगा।
-----वरिंद्र कुमार, वाइस प्रेजिडेंट, रिलेक्सो फुटवियर, बहादुरगढ़।
पीएम मोदी ने तीनों कृषि कानून वापस लेने की घोषणा करके हर वर्ग को खुशी दी है। यह किसानों की जीत है। अब हमें भी उम्मीद है कि आंदोलन खत्म होगा और उनका व्यापार भी अच्छा चलेगा।
---नरेंद्र छिकारा, वरिष्ठ उपप्रधान, बहादुरगढ़ फुटवियर पार्क एसोसिएशन।