Move to Jagran APP

किसानों ने किया आंदोलन का एलान, व्यापारियों ने पहले ही बढ़ा दिए सब्जियों के दाम

जागरण संवाददाता, हिसार/हांसी : किसानों ने शुक्रवार से 10 जून तक आंदोलन का एलान किया है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 01 Jun 2018 12:00 PM (IST)Updated: Fri, 01 Jun 2018 12:00 PM (IST)
किसानों ने किया आंदोलन का एलान, व्यापारियों ने पहले ही बढ़ा दिए सब्जियों के दाम
किसानों ने किया आंदोलन का एलान, व्यापारियों ने पहले ही बढ़ा दिए सब्जियों के दाम

जागरण संवाददाता, हिसार/हांसी : किसानों ने शुक्रवार से 10 जून तक आंदोलन का एलान किया है। इस दौरान किसान न तो बाजारों में अपनी सब्जियां, फल और दूध नहीं बचेंगे और न ही कोई सामान खरीदेंगे। वहीं किसानों के आंदोलन का एलान करते ही व्यापारियों ने सब्जियों के दाम बढ़ा दिए हैं। वहीं आंदोलन से सहमे लोगों ने सब्जी मंडी में जाकर खरीदारी शुरू कर दी है। लोगों को डर है कि आगे सब्जियां और महंगी हो सकती हैं। इसलिए वे पहले ही जाकर एक सप्ताह की सब्जियों का स्टॉक कर रहे हैं। किसानों के आंदोलन के दौरान किसी तरह का माहौल न बिगड़े इसके लिए प्रशासन ने पुलिस को अलर्ट कर दिया है। सभी थाने व चौकियों को माहौल पर नजर बनाए रखने को कहा है। इसके अलावा हांसी पुलिस ने 100 पुलिसकर्मियों का दंगा निरोधक दस्ता बनाकर उसे तैयार रहने को कहा गया है।

loksabha election banner

इसी आंदोलन को लेकर बृहस्पतिवार को नारनौंद में बारह खाप कार्यसमिति की एक बैठक खाप प्रधान सुरेश कोथ की अध्यक्षता में हुई। बैठक में किसान आंदोलन के तहत सुरू किए जा रहे 1 से 10 जून तक गांव बंद आंदोलन बारे विस्तार से चर्चा हुई। बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास करते हुए आंदोलन को सफल बनाने के लिए मुहर लगाई गई। बारह खाप के प्रधान सुरेश कोथ ने बताया कि इस आंदोलन के तहत कोई भी किसान 1 से 10 जून तक बाजार से कोई भी सामान नहीं खरीदेगा और न ही बाजार में अपनी फसल, दूध व सब्जी आदि बेचेगा।

पांच दिन में ऐसे बढ़े सब्जियों के भाव सब्जी रुपये अंतर

आलू - 20 रुपये - 5 रुपये महंगा

घिया - 10 रुपये - 3 रुपये

प्याज - 12 रुपये - 2 रुपये

टमाटर - 10 रुपये - 5 रुपये

¨भडी - 10 रुपये - 3 रुपये

देसी खीरा - 20 रुपये - 10 रुपये

चाइनीज खीरा - 30 रुपये

.......... स्थानीय किसानों से आती हैं ये सब्जियां - टमाटर

- घिया

- हरी मिर्च

- तोरी

- फूल गोभी

- प्याज उपायुक्त के तीन दिन पहले से ही आदेश आ चुके हैं। उनके आदेशानुसार सब्जी व्यापारियों को बता दिया गया है कि आंदोलन के दौरान लोगों को किसी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए।

- अमनजीत, सचिव, मार्केट कमेटी, हिसार

--- - वर्जन :::

बाजार पर नहीं पड़ेगा असर

शहर के मुख्य बाजारों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। किसानों की कोई हड़ताल है, इसकी किसी व्यापारी को जानकारी नहीं है। ग्रामीणों की हड़ताल से केवल ब्लॉक स्तर की मंडियों पर असर जाएगा। हिसार के बाजारों में अधिकतर लोकल ग्राहक आते हैं। ऐसे में कोई फर्क हिसार के बाजार पर नहीं पड़ेगा।

- महेश चौधरी, प्रधान, राजगुरु मार्केट वेलफेयर एसोसिएशन -------------------------

किसानों के विरोध के चलते प्रशासन सतर्क, 100 अतिरिक्त पुलिसकर्मी तैनात किसान यूनियनों के आह्वान पर हांसी में शुक्रवार से शरू होने वाले 10 दिनों के गांव बंद के मद्देनजर प्रशासन ने कमर कस ली है। जिला पुलिस ने हांसी में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए 100 अतिरिक्त पुलिस कर्मियों को तैनात किया है। इसके अलावा शहर थाना व सदर थाना प्रभारियों को चौकस रहने के निर्देश दिये गये हैं। शुक्रवार से शुरु होने वाले गांव बंद आंदोलन के चलते शहर में किसानों द्वारा सब्जी, फल व दूध की आपूर्ति को बंद किया जा सकता है। इसके अलावा गांव के लोगों को शहर से किसी भी प्रकार की खरीदारी नहीं करने के लिए भी कहा जा रहा है। वहीं शहर में सब्जियों व फल की कमी न हो, इसके लिए मार्केट कमेटी द्वारा सब्जी मंडी में आढ़तियों को बाहर से सब्जी की खरीदारी को जारी रखने के निर्देश दिये गए हैं। ऐसा माना जा रहा है कि किसान नेता शुक्रवार से शहर के बाहरी इलाकों में सड़क पर सब्जियां व दूध डालकर विरोध कर सकते हैं। किसानों के विरोध को देखते हुए शहर के अलावा ग्रामीण इलाकों में भी पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है। बॉक्स :::

गांव बंद का मुख्य कारण किसानों की समस्याओं के प्रति सरकार व शहर के लोगों की असंवेदनशीलता के विरोध में किसान यूनियनों ने गांव बंद का एलान किया है। किसान नेताओं का कहना है कि शहरों में रहने वाले अधिकतर लोगों को किसानों की समस्याओं के बारे में नहीं पता है। उन्हें किसानों की महत्व का पता लगे इसके लिए गांव बंद का आह्वान किया गया है। बॉक्स:::

10 दिनों तक शहर में सभी प्रकार की आपूर्ति बंद रखेंगे किसान

उपमंडल के सभी गांवों में जनसंपर्क अभियान चलाकर किसानों से 1 जून से शहर में सभी प्रकार की खाद्य सामग्री की आपूर्ति को बंद रखने व शहर से किसी सामान की खरीदारी नहीं करने के लिए कहा गया है। किसान महासभा ने दावा किया है कि किसानों का यह आन्दोलन सफल होगा और उपमंडल के किसान 1 जून को कई जगहों पर प्रदर्शन भी करेंगे। गांव बंद का उद्देश्य सरकार व शहर को लोगों को किसानों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील बनाना है

- सुरेश कौंथ, जिला सचिव, किसान महासभा।

लोकराज विकास समिति ने किया गांव बंद का समर्थन मंडी आदमपुर : सत्ता के विकेंद्रीकरण के जरिये ग्राम पंचायतों के सशक्तीकरण व किसानों की बेहतरी के लिए लगातार कार्य कर रही लोकराज विकास समिति ने किसानों द्वारा की जा रही राष्ट्रव्यापी हड़ताल के तहत एक जून से दस जून तक किये जाने वाले गांव बंद का समर्थन किया है। जिला महासचिव ओम विष्णु बेनिवाल ने बताया कि लोगों को जागरूक करने के लिए आज विभिन्न गांवों में नुक्कड़ सभाओं का आयोजन किया गया जिसमें जिलाध्यक्ष नरषोतम मेजर ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि आज सबसे दयनीय दशा किसान वर्ग की है,देश का अन्नदाता स्वयं भूख मरने की कगार पर है,आपसी एकता से ही हम अपना हक प्राप्त कर सकते हैं। इस दौरान ग्रामीणों ने शहर से किसी भी प्रकार की खरीददारी नहीं करने व दूध-सब्जी की आपूर्ति बंद करने का संकल्प लिया। इस दौरान सरपंच अंतर ¨सह ज्याणी, घीसाराम लुगरिया, कमलेश सैनी, ब्लॉक मेंबर प्रेम खीचड़, प्रवीण, रमेश बिड़ासरा, यादव सभा हिसार के पूर्व जिलाध्यक्ष मनोहर यादव, निहाल¨सह खीचड़ ,किसान सभा के ओम प्रकाश ज्याणी, पंकज खीचड़ सुभाष भादू, रामकुमार कल्याणा, सुल्तान खिलेरी, विक्त्रम ज्याणी, अनिल सैनी, वीरेंद्र बेनिवाल सहित ग्रामवासी मौजूद रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.