सूरजमुखी की खेती कर किसान कमा सकते हैं मुनाफा, जनवरी के दूसरे सप्ताह में करें बिजाई
किसान सूरजमुखी की बिजाई कर सकते हैं। सूरजमुखी की खेती कर किसान मुनाफा कमा सकते हैं। सूरजमुखी की बिजाई जनवरी माह के दूसरे सप्ताह में शुरू होगी। किसान सूरजमुखी की बिजाई से पहले अभी से खेतों को अच्छे से तैयार कर लें।
जागरण संवाददाता, सिरसा : सूरजमुखी के बाद कपास की फसल लेनी हो। वहां पर किसान सूरजमुखी की बिजाई कर सकते हैं। सूरजमुखी की खेती कर किसान मुनाफा कमा सकते हैं। सूरजमुखी की बिजाई जनवरी माह के दूसरे सप्ताह में शुरू होगी। किसान सूरजमुखी की बिजाई से पहले अभी से खेतों को अच्छे से तैयार कर लें। सूरजमुखी की फसल 90 दिन से 100 दिन में तैयार हो जाती है। किसान बिजाई से पहले मिट्टी की जांच अवश्य करवाए। इससे भूमि में पोषक तत्वों की कमी के बारे में पता चल सकेगा।
सूरजमुखी की संकर किस्मों की करें बिजाई
जो किसान कपास की सूरजमुखी के बाद बिजाई करना चाहते हैं। सूरजमुखी की समय पर संकर किस्मों की किसान बिजाई करें। सूरजमुखी की केबीएसएच-1, पीएसी-36, एमएसएफएच-8, पीसीएसएच-234, केबीएसएच-44, एचएसएफएच-848 का बीज इस्तेमाल करें। पछेती बिजाई के लिए एमएसएफएच-17, पीएसी-1091, सरजीन 85, प्रोसन 09 तथा एचएसएफएच-17, पीएसी 1091, एचएसएफएच-848 उपयुक्त है। कम्पोजिट किस्मों का 4 किलोग्राम व संकर किस्मों का 1.5 से 2.0 किलोग्राम बीज प्रति एकड़ के हिसाब से 4-6 घंटे में पानी में भीगोकर छाया में सुखाकर कतारों में 45 सेंटीमीटर व पौधों 30 सेंटीमीटर के फासले पर 3 से 5 सेंटीमीटर गहराई पर बोए। संकर किस्मों का 15.2 किलोग्राम बीज प्रति एकड़ 8 घंटे पानी में भिगोकर फिर छाया में सुखाकर कतारों में 60 सेंटीमीटर व पौधों में 30 सेटीमीटर के फासले पर व 3 से 5 सेंटीमीटर गहराई में बिजाई करें।
सुंडी का प्रकोप होने पर करें स्प्रे
सूरजमुखी की फसल में कटुआ सुंडी का आक्रमण हो तो खेत की सिचाई करें या 10 किलोग्राम फेनवालरेट 0.4 फीसद प्रति एकड़ या 50 मिलीलीटर सायपरमेथ्रिन 25 ईसी या 150 मिलीलीटर डेकामेथ्रिन 2.8 ईसी को 100 से 150 लीटर पानी में प्रति एकड़ छिड़काव करें। कृषि विज्ञान केंद्र के सीनियर कोडिनेटर डा. देवेंद्र जाखड़ ने बताया कि जो किसान सूरजमुखी के बाद कपा की बिजाई करना चाहते हैं। वह किसान सूरजमुखी की खेती कर किसान मुनाफा कमा सकते हैं। सूरजमुखी की बिजाई जनवरी माह के दूसरे पखवाड़े में शुरू होगी। बिजाई से पहले किसान खेत को अच्छे तरीके से तैयार करें।