बारिश से गेहूं की फसलों को पहुंचा नुकसान, सरकार देगी मुआवजा, इस तरह करें आवेदन
किसान अपनी खराब हुई फसल का मुआवजा देने की मांग को लेकर शिकायत कर रहे हैं। हालांकि शिकायतें उन किसानों की ली जा रही हैं जिन्होंने अपनी फसलों का बीमा करवाया हुआ है। शिकायतें मिलने के बाद कृषि विभाग व बीमा कंपनी के अधिकारी खेतों में जाकर सर्वे करेंगे।
हिसार/ झज्जर, जेएनएन। बरसात व ओलावृष्टि के कारण खराब हुई फसल का सरकार मुआवजा देगी। इसके लिए किसान को आवेदन करना होगा। फसलों के खराबे की शिकायत देने के लिए किसान शनिवार को भी किसान सदन पहुंचे। किसानों की शिकायतों को लेने के लिए शनिवार को भी कार्यालय खुला रहा। ताकि किसी भी किसान को समय पर शिकायत देने में कोई परेशानी न हो। बरसात व ओलावृष्टि के कारण जिले में सैकड़ों एकड़ जमीन पर खड़ी फसल खराब हुई है। इसमें सबसे अधिक फसल गेहूं की है।
किसान अपनी खराब हुई फसल का मुआवजा देने की मांग को लेकर शिकायत कर रहे हैं। हालांकि शिकायतें उन किसानों की ली जा रही हैं, जिन्होंने अपनी फसलों का बीमा करवाया हुआ है। सभी किसानों की शिकायतें मिलने के बाद कृषि विभाग व बीमा कंपनी के अधिकारी खेतों में जाकर सर्वे करेंगे। इसके आधार पर किसानों को मुआवजा दिया जाएगा। फिलहाल अपने नुकसान की भरपाई के लिए किसानों को मुआवजे से आस है।
9 मार्च को ओलावृष्टि से खराब हुई थीं फसलें
बता दें कि 9 मार्च को भी जिलेभर के कई हिस्सों में बरसात के साथ-साथ ओलावृष्टि भी हुई थी। जिस कारण काफी फसल खराब हो गई। वहीं 12 मार्च शाम को हुई बूंदाबांदी व तेज हवा चलने के कारण भी फसलें बिछ (जमीन पर गिर) गई हैं। इससे फसलों में काफी नुकसान हुआ है। इसकी शिकायत करने के लिए किसान पहुंच रहे हैं। किसानों ने 10 मार्च से 12 मार्च तक कुल 849 शिकायतें दी हैं। इसमें से 10 मार्च को 320 किसानों ने, 11 मार्च को 25 किसानों ने और 12 मार्च को 504 किसानों ने शिकायत की। वहीं फसल अनुसार बात करें तो 112 आवेदन सरसों फसल खराब होने के और 737 आवेदन गेहूं खराब होने के आए हैं।
इन दस्तावेजों की होती है जरूरत
- किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने वाले किसानों के लिए बैंक से एप्लीकेशन आइडी नंबर या बिना लोन वाले किसानों के लिए बीमा पॉलिसी पेज।
- आधार कार्ड की कॉपी।
- बैंक पासबुक की कॉपी, जिसमें से प्रीमियम कटा हुआ है।
- फर्द की कॉपी या खेवट नंबर और किला नंबर।
- किसान को नुकसान के 72 घंटे के अंदर शिकायत देनी होगी।
बारिश के बाद तेज हवा ने बढ़ाया नुकसान
गांव कासनी निवासी धर्मपाल ने बताया कि उसने तीन एकड़ में गेहूं की फसल बोई हुई थी। बरसात होने के बाद तेज हवा चली। इस कारण गेहूं की फसी बिछ गई है। जिससे काफी नुकसान हुआ है। गांव में केवल उन्हें ही नहीं करीब 100-150 एकड़ फसल में नुकसान हुआ है। उसने अपनी फसल का बीमा करवाया हुआ था। इसलिए वह शिकायत देने आया है। अब सरकार से आस है कि उनकी फसल में हुए नुकसान का उचित मुआवजा मिले।