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योगाभ्यास से किशोरों को कोराेना से बचाने की कवायद, क्‍योंकि योग से बढ़ती है इम्युनिटी

योगाचार्य गुरमीत योग की मदद से किशोरों की इम्युनिटी बूस्ट करने में लगे हुए हैं। वे कई दिनों से अलग-अलग स्कूलों में किशोरों को योगाभ्यास करा रहे हैं। वे सूर्य नमस्कार कपालभाति अनुलोम-विलोम आदि का अभ्यास किशोरों को करा रहे हैं।

By Manoj KumarEdited By: Published: Tue, 18 Jan 2022 08:24 AM (IST)Updated: Tue, 18 Jan 2022 08:24 AM (IST)
योगाभ्यास से किशोरों को कोराेना से बचाने की कवायद, क्‍योंकि योग से बढ़ती है इम्युनिटी
योगाचार्य गुरमीत सिंह हर रोज किसी न किसी स्कूल में किशोरों को योगाभ्यास करवाकर दे रहे योग का ज्ञान

जागरण संवाददता, बहादुरगढ़: एक तरफ स्वास्थ्य विभाग कोरोना की तीसरी लहर से किशोरों को बचाने के लिए वैक्सीन की डोज लगा रहा है तो दूसरी तरफ योगाचार्य गुरमीत योग की मदद से किशोरों की इम्युनिटी बूस्ट करने में लगे हुए हैं। वे कई दिनों से अलग-अलग स्कूलों में किशोरों को योगाभ्यास करा रहे हैं। वे सूर्य नमस्कार, कपालभाति, अनुलोम-विलोम आदि का अभ्यास किशोरों को करा रहे हैं। पंतजलि योग समिति के प्रभारी एवं योगाचार्य गुरमीत सिंह का कहना है कि योग से इम्युनिटी बढ़ती है, जो कोरोना संक्रमण रोकने में हमारी मदद करती है।

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गुरमीत सिंह ने अब तक सैंकड़ों किशाेरों को योगाभ्यास करा चुके हैं। उनका कहना है कि स्कूलों में इस समय राष्ट्रीय सेवा योजना व राष्ट्रीय कैडेट कोर के कैंप लगे हुए हैं। इन कैंपों में काफी संख्या में किशोर भाग लेते हैं। ऐसे में इन कैंपों में जाकर वे किशोरों को योग की जानकारी दे रहे हैं। गुरमीत सिंह ने बताय कि योग करने से पाचन क्रिया तेज होती है। रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। योग से शरीर में आक्सीजन का फ्लो भी अच्छा रहता है। फेफड़ों को मजबूत बनाने के लिए हर रोज योगासन व प्राणायाम जरूर करना चाहिए।

उन्होंने बताया कि शरीर में आक्सीजन लेवल को सुधारने के लिए अनुलोम-विलोम जरूर करना चाहिए। इसमें नाक के एक नथुने को दबाकर दूसरे नथुने से सांस छोड़ते हैं, फिर जिससे सांस छोड़ी है उसी से वापस सांस लेनी होती है। इस तरह नाक के दोनों नथुनों से आपको ये क्रिया करनी हैं। नियमित रूप से अनुलोम विलोम करने से टेंशन भी दूर हो जाती है।अगर आप कोरोना से रिकवर कर रहे हैं तो कपालभाति आपको बिल्कुल ठीक होने के पांच-छह दिन बाद बहुत थोड़ी-थोड़ी देर के लिए करना चाहिए।

कपालभाति करने के लिए सबसे पहले लंबी गहरी सांस अंदर लें। फिर धीरे-धीरे सांस को बाहर छोड़ते जाएं। अगर आपको सांस छोड़ते समय किसी तरह का दबाव महसूस हो रहा हो तो अभी कपालभाति न करें। अगर आप ठीक महसूस कर रहे हैं तो कर सकते हैं।


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