Miss World रही मानुषी का मुंबई में MBBS करने का सपना टूटा, हरियाणा में करनी होगी डिग्री
रोहतक (परिवार मूल रूप से झज्जर) से ताल्लुक रखने वाली 2017 में मिस वर्ल्ड बनीं मानुषी छिल्लर बॉलीवुड में अभिनय के साथ-साथ मेडिकल की पढ़ाई एक साथ नहीं कर पाएंगी।
रोहतक [ओपी वशिष्ठ]। हरियाणा के छोटे से शहर की निवासी मानुषी छिल्लर जब 2017 में मिस वर्ल्ड बनीं तो देश और दुनिया में छा गईं। किसी ने सलाह दी कि वे बॉलीवुड में अपनी किस्मत आजमा सकती हैं। बस फिर क्या था पेशे से डॉक्टर मानुषी छिल्लर ने मुंबई में ही अपनी एमबीबीएस की डिग्री पूरी करने का मन बनाया। मगर अब इस मामले को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। जिसके तहत अब मानुषी छिल्लर बॉलीवुड में अभिनय के साथ-साथ मेडिकल की पढ़ाई एक साथ नहीं कर पाएंगी। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने उनके मुंबई के मेडिकल कालेज में माइग्रेशन के लिए आवेदन को निरस्त कर दिया है।
रोहतक (हालांकि उनका परिवार मूल रूप से झज्जर का रहने वाला है।) से ताल्लुक रखने वाली मानुषी छिल्लर ने जब मिस वल्र्ड का खिताब जीता, तब सोनीपत के भगत फूल सिंह गवर्नमेंट मेडिकल कालेज से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही थीं। यह कालेज पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय से संबद्ध है। अब उन्हें इसी विश्वविद्यालय से पढ़ाई करनी होगी।
मिस वर्ल्ड की वजह से एक साल पढ़ाई से ब्रेक लिया
मिस वर्ल्ड की तैयारियों के कारण उन्होंने एक साल पढ़ाई से ब्रेक भी लेना पड़ा। खिताब जीतने के बाद उनकी बॉलीवुड में डिमांड बढने लगी। साथ ही मानुषी का रूझान भी बॉलीवुड की तरफ हो चुका था। मानुषी का पृथ्वीराज फिल्म के लिए चयन किया गया है। बड़े बैनर तले बन रही इस फिल्म में मानुषी छिल्लर पृथ्वीराज चौहान की पत्नी का रोल निभाने जा रही हैं।
MBBS संग अभिनय की है इच्छा
मानुषी चाहती थीं कि वह मुंबई में ही रहकर अपनी आगे की पढ़ाई भी पूरी कर लें और अभिनय से भी जुड़ी रहें। लेकिन मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया और बोर्ड आफ गवर्नर ने उनके मुंबई मेडिकल कालेज में माइग्रेशन को अमान्य करार दे दिया है।
बीडी शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय ने भी नहीं दी थी मंजूरी
रोहतक के पंडित बीडी शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ओपी कालरा ने बताया कि माइग्रेशन के लिए एक दाखिला के एक माह तक आवेदन करना होता है। नियमों के मुताबिक इससे अधिक समय बाद माइग्रेशन के लिए एमसीआइ से मंजूरी लेनी पड़ती है। करीब एक साल पहले मानुषी छिल्लर ने माइग्रेशन के लिए आवेदन किया था। लेकिन केस एमसीआइ के पास चला गया। पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय की तरफ से उनके माइग्रेशन को मंजूरी नहीं दी गई थी।
फिर कालेज लौटना चाहें तो मानुषी का स्वागत है
बीपीएस राजकीय महिला मेडिकल कॉलेज खानपुर कलां निदेशक डॉ. रेनू गर्ग ने कहा कि मिस वर्ल्ड मानुषी छिल्लर ने कॉलेज से कोई संपर्क या पत्राचार नहीं किया है। उन्होंने जो भी पत्राचार किया है वह पंडित बीडी शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय, रोहतक से किया है। अगर मानुषी अपनी एमबीबीएस की पढ़ाई करना दोबारा शुरू करना चाहती हैं तो कॉलेज में उनका स्वागत है। यूनिवर्सिटी के अधिकारियों से मार्गदर्शन मांग कर नियम के अनुसार उनका दाखिला कर लिया जाएगा।
चाचा बोले, बॉलीवुड में भी सफल रहेगी मानुषी
मानुषी छिल्लर के चाचा डा. दिनेश छिल्लर का कहना है कि मानुषी जो लक्ष्य तय कर लेती हैं, उसे पूरा जरूर करती है। उन्होंने मॉडलिंग में जाने का निर्णय लिया और मिस वर्ल्ड का खिताब हासिल किया। पढ़ाई में भी इसी तरह अव्वल रही है। वह बॉलीवुड में भी सफल रहेगी। मिस वर्ल्ड का ताज मिलने के बाद केवल एक बार ही घर पर आई थी। इसके बाद व्यस्तता के कारण नहीं आई हैं।