निगम चुनाव में पोलिंग बूथ और मतगणना में प्रयोग हुई ईवीएम के सीरियल नंबर अलग-अलग
आराेप लगाने वाले राकेश शर्मा 2018 में निगम पार्षद चुनाव में वार्ड 15 से प्रत्याशी थे। उन्हें 3326 वोट मिले थे प्रतिद्वंद्वी प्रीतम सैनी को 3555 वोट मिले थे। वे 229 मतों से हारे थे
हिसार, जेएनएन। देश में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) अक्सर चर्चाओं में रही है। ईवीएम की प्रामाणिकता पर समय-समय पर सवाल उठते रहे हैं। अब हिसार में तो नगर निगम के चुनाव प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर ही सवाल खड़े हो गए हैं। दिसंबर 2018 में हिसार नगर निगम चुनाव में ईवीएम बदलने जाने का मामला सामने आया है।
यह आरोप वार्ड-15 में चुनाव में दूसरे स्थान पर रहे प्रत्याशी राकेश शर्मा ने पुलिस को दी शिकायत में लगाया है। उनका आरोप है कि कानूनी रूप से लिए गए दस्तावेजों में जानकारी सामने आई कि बूथ पर दी गई कंट्रोल यूनिट और मतगणना में प्रयोग हुई कंट्रोल यूनिट दोनों के सीरियल नंबर अलग-अलग थे। इन आरोप के साथ ही जटिल चुनाव प्रक्रिया में डाले गए मतों की गिनती करने की प्रक्रिया कितनी पुख्ता है। इस पर सवाल खड़े हो गए हैं। यह मामला अब बड़े स्तर पर जांच का विषय बन गया है।
प्रत्याशी राकेश शर्मा के अनुसार ऐसे हुआ फर्जीवाड़ा
दिसंबर 2018 को नगर निगम के चुनाव में वार्ड-15 से मैं प्रत्याशी था। मतगणना में गड़बड़ी कर मुझे दूसरे स्थान पर ला दिया। ऐसे में मैंने कानूनी रुप से चुनाव से संबंधित दस्तावेज जुटाए। उन दस्तावेजों में सामने आया कि नगर निगम चुनाव के दौरान वार्ड-15 के बूथ नंबर-1 में प्रजाइडिंग ऑफिसर की डायरी में प्रयोग हुई कंट्रोल यूनिट का नंबर बीसीयूएमपी 00527 अंकित किया हुआ है।
वहीं कंट्रोल यूनिट जब मतगणना के लिए जमा होती है तो उसमें मेयर शब्द अंकित करते हुए फार्म 17 में उसका सीरियल नंबर बीबीयूएमपी 01587 दर्शाया गया है। यानि कंट्रोल यूनिट जो प्रयोग हुई वह जमा नहीं हुई। यह दर्शाता है कि मतगणना में प्रयोग हुई कंट्रोल यूनिट ही दूसरी थी। यही नहीं बूथ नंबर 5 की ईवीएम का रिकार्ड भी दुरुस्त नहीं है। यानि एक वार्ड के दस्तावेजों में ही इतना फर्जीवाड़ा है तो सभी वार्डों के दस्तावेज जांचे जाएंगे तो बड़ा खुलासा हो सकता है।
निगम चुनाव में भाजपा प्रत्याशी ने भारी बहुमत से दर्ज की जीत
हिसार में नगर निगम चुनाव 16 दिसंबर को चुनाव हुआ था। इसमें 204 पोलिंग बूथ थे। जिनपर मतदान हुआ था जिसमें भाजपा का प्रत्याशी 28091 मत से विजेता हुए। उन्हें 68196 मत मिले। उनका प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस प्रत्याशी रेखा ऐरन थी जिसे 40105 मतों से संतोष करना पड़ा था। हालांकि यह चुनाव लोगों के बीच इसलिए भी चर्चाओं में रहा कि जहां कांग्रेस का गढ़ था वहीं रेखा ऐरन को कम मत मिले।
पार्षद चुनाव में 229 वोटों से हार गए थे राकेश शर्मा
राकेश शर्मा 2018 में निगम पार्षद चुनाव में वार्ड 15 से प्रत्याशी थे। उन्हें 3326 वोट मिले थे, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी प्रीतम सैनी को 3555 वोट मिले थे। वे करीब 229 मतों से हार गए थे। हालांकि गणना वाले दिन राकेश शर्मा ने गणना में गड़बड़ी का आरोप लगाया था। राकेश शर्मा ने कहा था कि पहले उनको विजेता घोषित कर दिया बाद में जब वे बाहर आए तो पीछे से बुलाकर कहा की कुछ मशीन की गणना रह गई है उनकी गणना की गई है। प्रीतम सैनी विजेता हैं। इस बात पर राकेश शर्मा ने कड़ा विरोध जताया था।
एडीसी ने आरोपी के दावे का किया खंडन, बोले : क्लर्क से गलती हो गई होगी
एडीसी एएसमान ने कहा निगम चुनाव का अब तो रिकार्ड सील हो चुका है। अभी मैं कुछ नहीं बता सकता हूं। मौके पर प्रत्याशी और बूथ एजेंटों ने सील व मशीन चेक की थी। गणना वाले दिन भी उन्होंने सब देखा इसके बाद ही रिजल्ट जारी हुआ था। यदि कोई सीरियल नंबर नहीं मिल रहा है तो क्लर्क स्तर की गलती कहां हुई इस बारे में अब मैं क्या बता सकता हूं।
---कानूनी रुप से सीरियल नंबर नियमानुसार लिखे जाते हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता की मैं उस समय एआरओ था या नहीं। मेरे पास प्रजाइडिंग ऑफिसर से डायरी आई थी। मैंने नियमानुसार सभी को उसकी कॉपी दे दी थी। हो सकता है एक आदि कोई क्लर्क गलती हो गई हो मैं इस बात से कोई इनकार नहीं करता है। मानवीय भूल हो सकती है। इसका मतलब ये नहीं की चुनाव में कोई धांधली हुई है।
- विजेंद्र भारद्वाज, एआरओ, निगम चुनाव हिसार।
--ईवीएम को लेकर शिकायत अवश्य आई है। मामले की जांच करेंगे। जांच के बाद ही कुछ बता सकते है।
विरेंद्र सिंह, इंचार्ज, एचएयू चौकी, हिसार।
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