हिसार में गर्मी का पारा बढ़ने से फिर से बिजली की खपत बढ़ी, चार लाख यूनिट का इजाफा
गर्मी में एसी कूलर ने बिजली की खपत ज्यादा बढ़ा दी है। इससे बिजली निगम की भी मुश्किलें भी बढ़ने वाली है। कारण है कि जितनी बिजली की खपत बढ़ेगी। उतनी आपूर्ति कर पाना निगम के लिए मुश्किल होगा।
जागरण संवाददाता, हिसार। गर्मी में पारा कम होने से बिजली निगम को भी राहत मिली थी। इसके साथ ही बिजली की खपत भी कम होना शुरू हो गई थी। फाल्ट भी कम हुए। पिछले दो दिनों से पारा बढ़ गया है। वीरवार को भी 46 डिग्री तापमान रहा। इसके चलते बिजली की खपत में चार लाख यूनिट का इजाफा हो गया है। इस समय रोजाना बिजली की खपत 97.8 लाख यूनिट तक खपत पहुंची चुकी है। दो दिन पहले यह खपत 93.7 लाख यूनिट थी।
गर्मी में एसी, कूलर ने बिजली की खपत ज्यादा बढ़ा दी है। इससे बिजली निगम की भी मुश्किलें भी बढ़ने वाली है। कारण है कि जितनी बिजली की खपत बढ़ेगी। उतनी आपूर्ति कर पाना निगम के लिए मुश्किल होगा। अगर गर्मी बढ़ी तो बिजली की खपत भी एक लाख के पार पहुंच जाएगी। इसका समाधान मुश्किल होगा। इसके चलते बिजली कट लगना शुरू होंगे। बिजली निगम भी
20 दिनों में 17 लाख यूनिट की खपत बढ़ी
हिसार सर्कल में मई माह के 20 दिनाें में 17 लाख यूनिट की खपत बढ़ी है। हालांकि, उपभोक्ताओं की मांग अप्रैल माह की शुरूआत से ही बढ़ने लगी थी। उस समय बिजली निगम के पास बिजली की पूरी आपूर्ति नहीं थी। इसलिए बिजली कट लग रहे थे। इसके बावजूद 30 अप्रैल तक रोजाना 80 लाख यूनिट की खपत थी। हाल ही में सरकार का अदाणी के साथ 1050 मेगावाट बिजली देने का करार हुआ है। उसी से आपूर्ति पूरी की जा रही है।
वीरवार को यह स्थिति रही, ध्यान रहे यह प्रति लाख यूनिट में है
एपी - ग्रामीण - शहरी - इंडस्ट्रीज - कुल
5.45 - 30.79 - 33.39 - 28.19 - 97.84
जून व जुलाई में अन्य राज्यों मिलेगी बिजली
बिजली लोड का जून व जुलाई माह पीक पर होता है। इन दिनों हयूमस ज्यादा होती है, जिससे बिजली की मांग भी बढ़ जाती है। पिछले साल हालात खराब थे। इस बार ऐसी नौबत न आने की उम्मीदें है। जून व जुलाई माह में अन्य राज्यों से बिजली मिल जाएगी। जून में तमिलनाडू, आंध्रा प्रदेश में बरसाती मौसम शुरू हो जाता है। वहां पर बिजली की खपत कम होने से बिजली मिल जाएगी।