छह जिलों में जीपीआरएस से जुडेंगे नए बिजली मीटर, मिनटों में होगा उपभोक्ता की समस्या का समाधान
मीटर को रिचार्ज कर बिजली प्रयोग करने का सपना अब दूर नहीं है। हरियाणा के बिजली वितरण निगमों द्वारा प्रदेश में 10 लाख स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य एनर्जी एफिश्येंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) को सौंपा गया है।
जेएनएन, हिसार : मीटर को रिचार्ज कर बिजली प्रयोग करने का सपना अब दूर नहीं है। हरियाणा के बिजली वितरण निगमों द्वारा प्रदेश में 10 लाख स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य एनर्जी एफिश्येंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) को सौंपा गया है। बुधवार को दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (डीएचबीवीएन), उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम (यूएचबीवीएन) और ईईएसएल द्वारा मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैं¨डग (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। प्रथम चरण में डीएचबीवीएन के हिसार, गुरुग्राम तथा फरीदाबाद और यूएचबीवीएन में पानीपत, करनाल और पंचकूला में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। डीएचबीवीएन की तरफ से डायरेक्टर ऑपरेशन एसके बंसल और कंपनी के महाप्रबंधक राज कुमार लुथरा ने साइन किए। इस प्रोजेक्ट पर 700 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
डीएचबीवीएन की तरफ से मीटर री¨डग और बि¨लग व्यवस्था को और बेहतर करने के लक्ष्य से पुराने मीटरों को बदलकर नए जीपीआरएस बेस्ड मीटर लगाने का निर्णय लिया था। मीटरों का जीपीआरएस द्वारा कंट्रोल रूम से जुड़े होने से उपभोक्ताओं की समस्याओं का समाधान तीव्रता से किया जाएगा। साथ ही मीटर री¨डग भी सीधे सिस्टम में डाउनलोड हो जाएगी, जिससे कि गलत बिल बनने की समस्या से भी उपभोक्ताओं को निजात मिलेगी।
उन्होंने बताया कि 2015 में मौजूदा सरकार द्वारा शुरू की गई म्हारा गांव जगमग गांव योजना ने बड़ी सफलता हासिल की है। योजना के तहत प्रदेश भर के 2X80 गांवों को शहरी तर्ज पर 24 घंटे बिजली उपलब्ध करवाई जा रही है। राज्य के पांच जिलों पंचकूला, अंबाला, गुरुग्राम, फरीदाबाद व सिरसा के संपूर्ण ग्रामीण क्षेत्र में शहरी तर्ज पर बिजली उपलब्ध है। निगम अपने उपभोक्ताओं को सुचारू बिजली उपलब्ध करवाने के लिए वचनबद्ध है। 200 यूनिट मासिक खपत वाले मीटर बदले जाएंगे
प्रदेश के तीन जिले में लगने वाले इन स्मार्ट मीटर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से शुरू की गई उदय योजना के तहत वित्तीय सुधार व सिस्टम सुधारने के लिए मासिक खपत 200 यूनिट से अधिक वाले सभी उपभोक्ताओं के लिए स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। एचईआरसी द्वारा नेशनल टैरिफ पॉलिसी 2016 के अनुसार स्मार्ट मीटर लगाने के निर्देश दिए गए हैं। प्रीपेड की रहेगी सुविधा
नए स्मार्ट मीटरों में प्रीपेड की सुविधा लेने की तकनीक भी उपलब्ध है। इससे उपभोक्ता अपनी खपत की सही जानकारी भी प्राप्त कर सकेंगे। उपभोक्ता नए स्मार्ट मीटर में पीक लोड कंट्रोल की सुविधा का भी लाभ ले सकेंगे। स्मार्ट मीटर लगाने से बि¨लग में होने वाली त्रुटियां भी लगभग समाप्त हो जाएंगी। पुराने सभी मीटर निगम के खर्च पर बदले जाएंगे, इसके लिए उपभोक्ता पर अतिरिक्त भार नहीं डाला जाएगा। दोनों निगम में लगेंगे 5-5 लाख मीटर
डीएचबीवीएन और यूएचबीवीएन में तीन-तीन जिलों का चयन किया गया है। इन जिलों में 5-5 लाख मीटर बदले जाएंगे। ईईएसएल की तरफ से 8 साल तक इसकी पूरी जिम्मेदारी संभाली जाएगी। इसमें 20 किलोवाट तक के मीटर ही बदले जाएंगे।