दुष्यंत चौटाला बोले- जाम से जूझ रहा हिसार, बनाए जाएं वैकल्पिक रोड
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि वाहनों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर शहर में वैकल्पिक मार्गों की संभावनाएं तलाश करना बहुत जरूरी है।
हिसार, जेएनएन। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने आज लघु सचिवालय स्थित जिला सभागार में अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में कहा कि शहर को जाम की समस्या से मुक्ति दिलाने के लिए वैकल्पिक सडक़ मार्गों के निर्माण की संभावनाएं तलाशी जाएं। इसके लिए उन्होंने कई सडक़ मार्गों के विकल्प भी सुझाए और पीडब्ल्यूडी बीएंडआर, सिंचाई विभाग व नगर निगम के अधिकारियों को आपसी समन्वय के साथ इनके प्रस्ताव तैयार करवाने के निर्देश दिए।
बैठक के दौरान उन्होंने जिला के विकास से संबंधित विभिन्न विकास परियोजनाओं की प्रगति रिपोर्ट भी अधिकारियों से मांगी। उन्होंने उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी से एडहॉक पर कार्य कर रहे और लंबे समय से हिसार में कार्यरत अधिकारियों-कर्मचारियों की सूची भी तैयार करके उन्हें भिजवाने को कहा।
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि वाहनों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर शहर में वैकल्पिक मार्गों की संभावनाएं तलाश करना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि सेक्टर 16-17 से नहर पार कर डीएवी स्कूल के आगे से कैमरी रोड के बीच लिंक मार्ग बनाया जाए तो इससे कैमरी रोड जाने वालों को दो-दो रेलवे फाटक पार नहीं करने पड़ेंगे और आमजन को सुविधा होगी।
इसके अलावा उन्होंने तोशाम रोड से कैमरी रोड तक सिंचाई विभाग के पुराने नाले पर लिंक रोड बनाने तथा कैमरी रोड से राजकीय महाविद्यालय तक सिंचाई विभाग के नालों से कब्जे हटवाकर इस मार्ग को राजगढ़ रोड से जोडऩे के भी निर्देश दिए। उन्होंने बालसमंद रोड से राजगढ़ रोड व कैमरी रोड को जोडऩे के लिए भी वैकल्पिक मार्ग बनाने के संबंध में विभागों के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि उकलाना हलके के उन गांवों को डीएचबीवीएन के हिसार डिविजन में शामिल किया जाए जो अभी टोहाना सब-डिविजन के अंतर्गत आते हैं। ऐसा होने पर इन गांवों के बिजली संबंधित कार्यों के लिए हिसार डिविजन के अधीक्षक अभियंता की जिम्मेदारी रहेगी और लोगों को आसानी से सुविधाएं मिलेंगी। श्री चौटाला ने डीएचबीवीएन के अधीक्षक अभियंता से अपने कार्यकाल के दौरान सांसद निधि के पूर्ण हो चुके कार्यों के उपयोगिता प्रमाण पत्र उपलब्ध करवाने तथा लंबित कार्यों को जल्द से जल्द पूर्ण करवाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि एमपी लैड के विभिन्न विभागों से संबंधित 28 कार्य निर्माणाधीन हैं, 53 कार्य अभी शुरू नहीं करवाए गए हैं तथा 28 कार्यों की यूसी (उपयोगिता प्रमाण पत्र) पेंडिंग हैं। उन्होंने सभी संबंधित विभागों से सांसद निधि के अभी तक शुरू नहीं करवाए गए कार्यों को 1 माह में शुरू करवाने, निर्माणाधीन कार्यों को 15 दिन में पूर्ण करवाने तथा पूर्ण हो चुके कार्यों की 7 दिन में उपयोगिता प्रमाण पत्र भिजवाने के निर्देश दिए।
चौटाला ने कहा कि धुंध के मौसम में सडक़ दुर्घटनाओं की संख्या में कमी लाने के लिए पीडब्ल्यूडी बीएंडआर विभाग के अधिकारी सभी सडक़ों पर रिफ्लेक्टर लगवाएं और सडक़ के बीच खड़े दुर्घटनाओं का कारण बनने वाले पेड़ों को हटवाएं। उन्होंने कहा कि उन्होंने उमरा पुलिया के लिए 11.5 लाख रुपये भिजवाए थे जो अभी तक नहीं बनवाई जा सकी है। उन्होंने सिंचाई विभाग को यह कार्य जल्द से जल्द पूरा करवाने के लिए शॉर्ट टर्म टेंडर निकालने के निर्देश दिए। उपमुख्यमंत्री ने शहर में चोरी की बढ़ती घटनाओं पर चिंता जताते हुए पुलिस विभाग को इन अंकुश लगाने के लिए प्रभावी कदम उठाने को कहा।
उन्होंने आदमपुर खंड के कई गांवों के सरपंचों की भ्रष्टïाचार संबंधी शिकायतों पर संबंधित बीडीपीओ संदीप कुमार से जवाब तलब किया और उपायुक्त को इस संबंध में जांच करवाने को कहा। हांसी-द्वितीय खंड में एक कर्मचारी की नियुक्ति के एक मामले में नियमों की अनदेखी पर उपमुख्यमंत्री ने बीडीपीओ रणसिंह के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करने को कहा। उन्होंने कहा कि सरकार भ्रष्टïाचार के खिलाफ है, इसलिए कोई भी कर्मचारी-अधिकारी ऐसा करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इसी प्रकार उन्होंने अधिकारियों-कर्मचारियों को राजनीतिक द्वेष से मुक्त रहकर अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करने की नसीहत दी। बैठक में उमरा पुल की रिपेयर, सातरोड़ में चल रही अमरुत योजना, काडा विभाग से जुड़े 15 साल से अधिक पुराने खालों की मरम्मत जैसे अन्य कई मामलों में भी संबंधित विभागों के अधिकारियों को विशेष दिशा-निर्देश दिए।
अधिकारियों की बैठक में पहुंचने पर उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने उपमुंख्यमंत्री का स्वागत करते हुए उन्हें विश्वास दिलाया कि जिला में विकास कार्यों को तेज गति से पूरा करवाया जाएगा और सरकार की नीतियों व योजनाओं का लाभ आमजन तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिला के विकास की गति संतोषजनक है और आगे इसे और अधिक तेज किया जाएगा।