नोटबंदी के दौरान 33 लाख लूटने वालों को गाड़ी में भगाकर ले जाने वाला पकड़ा, चार दिन के रिमांड पर
जागरण संवाददाता हिसार नोटबंदी के दौरान 33 लाख रुपये की नई करंसी के बदले 50 लाख रुपये
जागरण संवाददाता, हिसार : नोटबंदी के दौरान 33 लाख रुपये की नई करंसी के बदले 50 लाख रुपये पुराने नोट देने के मामले में धोखाधड़ी करने वाले 9वें आरोपित डोभी निवासी सुमेर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वारदात के दौरान वह पुलिस वर्दी में आए बदमाशों के भागने वाली गाड़ी का ड्राइवर था। उसको लुटेरों से सात लाख रुपये हिस्सा मिला था। पुलिस ने आरोपित को पकड़ कर अदालत में पेश कर चार दिन के रिमांड पर लिया है। पुलिस ने रिमांड में उससे पैसा बरामद करना है।
पुलिस के अनुसार रोहतक के प्रेम नगर निवासी दिनेश कुमार ने बताया था कि वह टाइल का काम करता है। दिनेश ने बताया था कि उसके दोस्त प्रेम ने कुलदीप से जान पहचान करवाई थी। कुलदीप ने उनको 33 लाख रुपये की नई करंसी के बदले 50 लाख रुपये पुरानी करंसी दिलवाने की हामी भरी। 23 दिसंबर 2016 को वह कुलदीप, प्रेम, तिजेंद्र, जयदीप के साथ हिसार सिरसा रोड पर पहुंच गया। यहां पर कुलदीप ने उनको गाड़ी में ही करंसी बदलने की बात कही। दिनेश ने बताया कि कुलदीप को उसने 33 लाख रुपये दे दिए थे। वह पुरानी करंसी से भरा बैग लेकर सड़क पार करके जाने लगे तो उसी दौरान एक गाड़ी आकर रूकी। उसमें चार वर्दी धारी और दो आदमी ट्रैक सूट में नीचे उतरे और कुलदीप व मुनिम को बैठाकर साथ ले गए।
पुलिस जांच में सामने आया कि इन पुलिस कर्मचारियों को लाना वाला डोभी निवासी सुमेर था। वह उस गाड़ी को चला रहा था और उसको सात लाख रुपये हिस्सा मिला था। पुलिस ने उसको पहले भी पकड़ लिया था लेकिन वह जमानत पर रिहा हो गया, लेकिन पुलिस जांच में सहयोग नहीं करने पर उसको गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसे अदालत में पेश कर चार दिन के रिमांड पर लिया है। --------------
10 से ज्यादा मामले हैं दर्ज
धोखाधड़ी के आरोप में पकड़े गए डोभी निवासी सुमेर पर यह पहला मामला नहीं है। उस पर कैथल, यमुनानगर, रतिया, जींद सहित अनेक जगह पर 10 से ज्यादा मामले दर्ज हैं।