36 करोड़ के लिए लगे छह दिन, 24 घंटे में ही पास किए 45 करोड़ के बिल
सरकार की तरफ से हर साल विभागों को अप्रैल माह में बजट अलॉट कर दिया जाता है।
जेएनएन, हिसार
वित्त वर्ष समाप्ति के साथ ही सरकारी कार्यालयों के अधिकारियों की नींद टूट गई। अभी तक अपने पास बिल रखकर बैठे अधिकारियों ने एक दिन में ही साढ़े 45 करोड़ रुपये के बिल पास करवा दिए। इसमें मुख्य रूप से नगर निगम, बीएंडआर, सरकारी योजनाएं, शिक्षा, आबकारी विभाग के बिल रहे। वित्त वर्ष खत्म होने के कारण रात 12 बजे सरकारी कार्यालय, बैंक, ट्रेजरी खुली रही। कर्मचारी बिल पास करवाने में लगे हुए थे।
इसका अंदाज इसी से लगाया जा सकता है कि पिछले छह दिनों में करीब 36 करोड़ रुपये बिल पास हुए थे, लेकिन एक दिन में ही उसका रिकॉर्ड टूट गया।
सरकार की तरफ से हर साल विभागों को अप्रैल माह में बजट अलॉट कर दिया जाता है। उसके तहत पूरे साल विकास के काम होने के साथ कर्मचारियों की तनख्वाह व अन्य मद के बजट का विभाग प्रयोग करते हैं। मगर 31 मार्च को वित्त वर्ष खत्म होने के साथ एक दम से बिल तेजी से ट्रेजरी में आने लगे।
24 लाख रुपये की ट्रेजरी से पास
विभाग की तरफ से बिल पास होने के कारण पहले फाइल को फाइनेंस विभाग को पंचकूला भेजना पड़ता है। वहां से मंजूरी के बाद वह ट्रेजरी में बिल आता है। यदि 24 लाख रुपये तक के बिल होते हैं तो उसे ट्रेजरी से पास कर दिया जाता है। यदि उससे ज्यादा का बिल होता है तो उसका टोकन लगाकर दोबारा से फाइनेंस विभाग को चंडीगढ़ भेजा जाता है। वहां से दोबारा मंजूरी मिलने के बाद बिल पास होता है।
हिसार ट्रेजरी से साढ़े 37 करोड़ के बिल पास
लघु सचिवालय स्थित हिसार ट्रेजरी से 24 घंटे के अंदर साढ़े 37 करोड़ रुपये के बिल पास हुए। उसके बाद जिले के हांसी, आदमपुर, उकलाना, नारनौंद और बरवाला की सब ट्रेजरी में वित्त वर्ष खत्म होने पर 8 करोड़ रुपये के बिल पास हुए। नगर निगम : करीब 95 लाख रुपये स्टांप ड्यूटी
लुवास : करीब एक करोड़ रुपये
डी प्लान : करीब 70 लाख
बीएंडआर : करीब डेढ़ करोड़
पीओआइसीडीएस : करीब तीन करोड़ रुपये
शिक्षा : नौ करोड़ रुपये मिड डे मील
आबकारी : साढ़े चार करोड़ रुपये पंचायत को भेजा गया - करीब 15 घंटे - तीन करोड़ तीन लाख से ज्यादा प्रति घंटे के हिसाब से बिल पास
--- हिसार की ट्रेजरी से साढ़े 37 करोड़ रुपये के बिल हुए पास
- नगर निगम, बीएंडआर, सरकारी योजनाएं, शिक्षा, आबकारी विभाग के हुए करोड़ों रुपये के बिल पास
- ट्रेजरी सहित बैंकों और सरकारी कार्यालयों में रातभर चला काम - ट्रेजरी में वित्त वर्ष खत्म होने पर 31 मार्च को जिले में करीब साढ़े 45 करोड़ रुपये के बिल पास किए गए हैं। इसमें विभाग की तरफ से जो बिल आया वह पास कर दिया गया।
- नरेंद्र ¨सह ढुल, इंचार्ज, ट्रेजरी।