चेकिंग टीम को देख भगाई जीप, रोडवेज इंस्पेक्टर खिड़की से लटका, चालक ने तोड़ी नाक
हांसी रोड पर अवैध रूप से चल रहे वाहनों की धरपकड़ करते समय विवाद हो गया। चेकिंग टीम ने जब जीप केा रुकने का इशारा किया तो चालक ने गाड़ी भगा ली। रोडवेज इंस्पेक्टर खिड़की से लटक गया।
भिवानी, जेएनएन। हांसी रोड पर अवैध रूप से चल रहे वाहन चालकों को पकड़ रही रोडवेज ट्रैफिक मैनेजर की टीम पर एक चालक ने हमला कर दिया। उसने रोडवेज इंस्पेक्टर बलजीत की नाक तोड़ दी। वाहन चालक ने टीम से बचने के लिए गाड़ी भगाई तो इंस्पेक्टर बलजीत उसको रोकने के लिए ड्राइवर साइड खिड़की पर लटक गए। गाड़ी फुटपाथ पर दौडऩे लगी और पलटने से बची। इसमें गर्भवती महिला भी सवार थी। रोडवेज टीम ने अपनी गाड़ी आगे लगा अवैध वाहन को पीछा कर रुकवाया। अब घायल इंस्पेक्टर पीजीआइ में भर्ती है। पुलिस को अभी शिकायत नहीं मिलने के कारण अवैध वाहन ढो रही गाड़ी को इंपाउंड कर दिया, जबकि मामला दर्ज नहीं होने पर चालक को छोड़ दिया गया।
ट्रैफिक मैनेजर भरतपाल सिंह परमार की टीम हांसी रोड पर चेङ्क्षकग कर रही थी। उसी दौरान एक मुंढाल जाने वाली गाड़ी को रुकने का इशारा किया। गाड़ी के चालक मुंढाल निवासी बलजीत ने गाड़ी रोकी और अचानक भगा ली। गाड़ी को रोकने के लिए इंस्पेक्टर बलजीत चालक की साइड जीप की खिड़की पर लटक गए। करीब 500 मीटर तक गाड़ी को बलजीत भगाता रहा। इस दौरान गाड़ी फुटपाथ पर चढ़ गई। अवैध रूप से चल रही गाड़ी के आगे टीएम की गाड़ी लगी तो उसने अपनी गाड़ी रोकी। टीम ने चालक को नीचे उतारने की कोशिश की। इसी दौरान चालक ने इंस्पेक्टर बलजीत की नाक पर वार किया तो उनकी नाक की हड्डी भी टूट गई।
कार में थी गर्भवती महिला
अवैध रूप से भिवानी से मुंढाल सवारियां लेकर जा रही गाड़ी में गर्भवती महिला भी थी। जब उसने गाड़ी दौड़ाई तो सभी डर गए। किसी तरह गाड़ी रुकी तो तुरंत सवरियां उतर कर साइड में हो गईं।
अवैध रूप से चल रहे वहनों पर अंकुश लगाने की कड़ी में हांसी रोड पर गाड़ी पकड़ी थी तो उसने गाड़ी भगा ली और हमला कर दिया। उस दौरान किसी तरह सवारियां बच गईं। इंस्पेक्टर की नाक की हड्डी टूटी है और उसे पीजीआइ में भर्ती कराया है।
- भरत सिंह परमार, ट्रैफिक मैनेजर, रोडवेज
गाड़ी को इंपाउंड कर दिया गया है। अभी घायल के बयान दर्ज नहीं होने के कारण कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है। गाड़ी चालक बलजीत मुंढाल का रहने वाला है। मामला दर्ज नहीं होने के कारण उसे छोड़ दिया गया।
- राजेश कुमार, बीटीएम चौकी प्रभारी