हरियाणा में पेयजल संकट, ग्रामीणों ने खोला मोर्चा, बोले-मांगे पूरी नहीं होने तक जारी रहेगा धरना
हरियाणा में भीषण गर्मी के बीच लोगों को पेयजल संकट से जूझना पड़ रहा है। पेयजल समस्या को लेकर गांव रंगड़ी खेड़ा के ग्रामीणों ने शुरू किया धरना। ग्रामीणों ने कहा की मांगे पूरी नहीं होने तक हम अनिश्चितकालीन धरना देंगे।

जागरण संवाददाता, सिरसा। हरियाणा में बिजली किल्लत के साथ-साथ अब पेयजल संकट भी सताने लगा है। भीषण गर्मी में पीने का पानी तक लोगों को नसीब नहीं हो रहा। शहर से महज 5 किलोमीटर दूर गांव रंगड़ी खेड़ा के 4 हजार ग्रामीण पेयजल को तरस रहे हैं। गांव को भूजल की सप्लाई की जाती है और ये बहुत ज्यादा दूषित हो चुका है।
ग्रामीणों ने पीने के पानी की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने धरने को लेकर रविवार को ही टेंट लगा दिया था। सोमवार को सुबह से ही ग्रामीण एकत्रित होने शुरू हो गये। इसके बाद धरने पर बैठ गये। इसी समस्या को लेकर बीती रात रंगड़ी खेड़ा में पूरे गांव की पंचायत हुई। इसमें मौजिज लोगों ने धरना देने का फैसला लिया था।
दो साल पहले दी थी जमीन
ग्रामीण जगजीत सिंह, भजनलाल, ओमप्रकाश ने बताया कि पेयजल की समस्या को हल करने के लिए ग्राम पंचायत ने पब्लिक हेल्थ विभाग को मेन रोड पर जलघर निर्माण के लिए 2 साल पहले जमीन दी थी, लेकिन आज तक विभाग की ओर से जलघर का निर्माण शुरू नहीं किया गया है। ये जमीन स्टेडियम की थी, फिर भी गांव के युवाओं ने गांव की पेयजल समस्या को दूर करने के लिए ये जमीन पब्लिक हेल्थ को देने के लिए मान गए।
गांव से करेंगे पलायन
उन्होंनें कहा कि गांव में पेयजल की समस्या घोर हो चुकी है और विभाग जमीन में जलघर बनाने को तैयार नहीं। विभाग के अधिकारी कह रहे है कि उन्हें बकरियां वाली माइनर के पास जमीन उपलब्ध करवाओ और ये संभव नहीं हो सकता, क्योंकि ग्राम पंचायत अपने गांव में जमीन दे सकती है। अभी अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया है।अगर सरकार ने फिर भी रंगड़ी खेड़ा में पेयजल की समस्या दूर नहीं की तो सभी ग्रामीण गांव से पलायन करेंगे, क्योंकि जिस गांव में पीने का पानी तक नहीं वहां रहा ही नहीं जा सकता।

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