रोहतक में डबल मर्डर का पर्दाफाश, पत्नी ने प्रेमी के साथ मिल कराई थी पति और साधु की हत्या
रोहतक के सांघी गांव के पास 23 दिसंबर को कुएं में साधु और एक व्यक्ति का शव पड़ा मिला था। महिला के प्रेमी ने पहले दोनों को शराब पिलाई फिर कुएं में धक्का दे दिया था। मृतक की पत्नी और मुख्य आरोपित को सीआइए-1 ने गिरफ्तार कर लिया है।
रोहतक, जेएनएन। रोहतक के सांघी गांव के पास कुएं में मिले अधेड़ और साधु हत्याकांड का राजफाश हो गया। अधेड़ की पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति और साधु की हत्या कराई थी। दोनों को शराब पिलाने के बाद उन्हें कुएं में धक्का दिया गया। साथ ही ऊपर से ईंट-पत्थर भी बरसाए गए। सीआइए-1 ने मृतक की पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है। जिन्हें बुधवार को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा।
यह था मामला
सांघी गांव के पास 23 दिसंबर को एक कुएं में साधु और अधेड़ का शव बरामद हुआ था। सदर थाना पुलिस ने दोनों के शव बाहर निकाले। अधेड़ की पहचान सोनीपत जिले के कथूरा गांव निवासी महेंद्र के रूप में हुई थी, जबकि साधू का नाम पता नहीं चल सका था। लेकिन वह भी कथूरा गांव के वाल्मीकि आश्रम में रह रहा था। उस समय इत्तेफाकिया कार्रवाई की गई थी। दो दिन पहले मृतक महेंद्र की पत्नी रेखा ने सदर थाने में शिकायत दी। इसमें गांव के कई लोगों पर हत्या का शक जताते हुए हत्या की धाराओं में मामला दर्ज करा दिया। सदर थाना पुलिस के अलावा सीआइए-1 को भी मामले की जांच सौंपी गई।
इस तरीके से दिया हत्याकांड को अंजाम
डीएसपी सज्जन कुमार ने बताया कि सीआइए-1 प्रभारी प्रवीण कुमार के नेतृत्व में जांच के बाद एएसआइ संदीप कुमार और एएसआइ धर्मेंद्र की टीम ने कथूरा गांव निवासी मंजीत उर्फ मोनू को गिरफ्तार किया। इसके अलावा मृतक महेंद्र की पत्नी को भी गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में सामने आया कि मंजीत उर्फ मोनू का महेंद्र के घर पर आना-जाना था। उसके और रेखा के बीच संबंध था। कुछ दिन पहले महेंद्र और मंजीत की कहासुनी भी हो गई थी। इसी रंजिश के चलते रेखा और मंजीत ने महेंद्र की हत्या करने की योजना बनाई।
योजना के अनुसार, 19 दिसंबर को शाम के समय मंजीत, महेंद्र और साधु सांघी गांव के पास कुएं पर पहुंचे। वहां पर बैठकर तीनों ने शराब पी। मंजीत ने खुद कम शराब पी और उन्हें ज्यादा पिला दी। दोनों को नशा होने पर मंजीत ने एक-एक कर उन्हें कुएं में धक्का दे दिया। आरोपित ने साधु को इसलिए धक्का दिया कि जिससे कोई सबूत उसके खिलाफ ना बचे।