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Doctors Protest: हरियाणा में तीन घंटे की कलम छोड़ हड़ताल पर रहे चिकित्सक, मरीजों को हुई परेशानी

जिला प्रधान डा. पंकज शर्मा ने कहा कि स्टेट कमेटी के आह्वान पर तीन मांगों को लेकर प्रदेशभर में चिकित्सकों ने शुक्रवार सुबह पैन डाउन हड़ताल की। उन्होंने कहा कि पहली मांग में सरकार द्वारा एसएमओ की डायरेक्ट अप्वाइंटमेंट का विरोध किया गया है।

By Rajesh KumarEdited By: Published: Fri, 12 Nov 2021 06:33 PM (IST)Updated: Fri, 12 Nov 2021 06:33 PM (IST)
Doctors Protest: हरियाणा में तीन घंटे की कलम छोड़ हड़ताल पर रहे चिकित्सक, मरीजों को हुई परेशानी
सिरसा में सीएमओ डा.मनीष बंसल को ज्ञापन सौंपते चिकित्सक।

जागरण संवाददाता, सिरसा। हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन के आह्वान पर चिकित्सकों ने शुक्रवार सुबह नौ से 12 बजे तक तीन घंटे कलम छोड़ हड़ताल की। नागरिक अस्पताल प्रांगण में टेंट लगाकर चिकित्सकों ने बैठक की। बाद में अपनी मांगों को लेकर सिविल सर्जन डा. मनीष बंसल को ज्ञापन सौंपा। हड़ताल में नागरिक अस्पताल के अलावा सब डिविजन अस्पताल, सीएचसी, पीएचसी व ब्लाकों में भी चिकित्सकों ने हड़ताल की।

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एसएमओ की डायरेक्ट अप्वाइंटमेंट का विरोध

जिला प्रधान डा. पंकज शर्मा ने कहा कि स्टेट कमेटी के आह्वान पर तीन मांगों को लेकर प्रदेशभर में चिकित्सकों ने शुक्रवार सुबह पैन डाउन हड़ताल की। उन्होंने कहा कि पहली मांग में सरकार द्वारा एसएमओ की डायरेक्ट अप्वाइंटमेंट का विरोध किया गया है। 15-20 साल के अनुभव के बाद एसएमओ पदोन्नत होते हैं, उन्हें व्यवहारिक ज्ञान होता है जबकि सरकार सीधी नियुक्त करेगी, इससे अनुभवहीन अधिकारी नियुक्त होंगे साथ ही मेडिकल आफिसरों का हक भी छीना जाएगा।

पीजी पालिसी को बेहतर बनाएं

दूसरी मांग में पीजी पालिसी को बेहतर बनाना है। नई पालिसी के तहत सरकार एचसीएमएस के तहत सर्विस करने वाले चिकित्सकों का कोटा खत्म कर उन्हें अतिरिक्त अंक दे रही है जबकि उनके लिए सीट रिजर्व रखी जानी चाहिए। पंजाब, राजस्थान में भी यही नीति है। तीसरी मांग स्पेशलिस्ट डाक्टरर्स का कैडर तैयार किया जाए, जो स्पेशलिस्ट डाक्टर है उनसे ओपीडी, आप्रेशन, क्लीनिकली सेवाएं ही ली जाएं और जो एडमिनिस्ट्रेशन का काम देखते हैं, उन्हें एडमिनिस्ट्रेशन व अन्य सेवाओं से जोड़ा जाए। डा. पंकज शर्मा ने कहा कि हड़ताल का मुख्य लक्ष्य चिकित्सा सेवाओं को बेहतर बनाना है।

मरीजों को झेलनी पड़ी परेशानी

एक तरफ जहां शुक्रवार काे चिकित्सक मांगों को लेकर दोपहर 12 बजे तक हड़ताल पर रहे वहीं दूसरी तरफ अस्पताल में आए मरीजों को घंटों इंतजार करना पड़ा। अनेक मरीज तो बिना चैकअप के ही लौट गए। जिला जेल से जांच करवाने के लिए पहुंचे मरीजों को भी इलाज करवाने के लिए इंतजार करना पड़ा। जच्चा बच्चा वार्ड, ईएनटी व सामान्य रोगियों की जांच के कक्ष के आगे मरीजों की कतारें लगी रही। दोपहर 12 बजे के बाद चिकित्सक डयूटी पर लौटे, जिसके बाद ओपीडी सेवाएं शुरू हुई। हालांकि हड़ताल के दौरान इमरजेंसी सेवाएं जारी रही। इमरजेंसी में चिकित्सक मरीजों का इलाज करते नजर आए।

ये लोग रहे मौजूद

नागरिक अस्पताल में हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन के जिला प्रधान डा. पंकज शर्मा, उपप्रधान डा. बशिमंद्र सिंह, डा. नवनीत सिंह, महासचिव डा. गुरविंद्र सिंह सहित अन्य पदाधिकारियों डा. बुधराम, डा. राजेश चौधरी, डा. संदीप गुप्ता, डा. दीपक कंबोज, डा. आरके दहिया, डा. श्वेता डूडी, डा. अनीषा व अन्य मौजूद रहे।


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