Development Work: सिरसा में वाटर सिक्योरिटी प्लान के तहत डार्क जोन के 11 गांवों का चयन, जल्द शुरू होगा कार्य
केंद्र सरकार द्वारा संचालित अटल भूजल योजना का उद्देश्य सरकार की भूजल एवं कृषि संबंधित अन्य सरकारी योजनाओं जैसे जल शक्ति अभियान मेरा पानी-मेरी विरासत जल जीवन मिशन सूक्ष्म सिंचाई योजना मनरेगा एवं प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के बीच समन्वय स्थापित किया।
सिरसा, जागरण संवाददाता। सिरसा में भूमिगत जल में सुधार लाने के लिए डार्क जोन में आने वालों गांवों में जल्द ही कार्य शुरू होगा। सिंचाई विभाग द्वारा अटल भूजल योजना के तहत वाटर सिक्योरिटी प्लान के तहत प्रथम चरण में 11 गांवों के अंदर कार्य शुरू होगा। जिसके तहत गांवों में सार्वजनिक स्थानों के अंदर बोरवेल किए जाएंगे। जिससे बारिश का पानी भूमि में पहुंचकर भूमिगत जलस्तर में सुधार किया जा सके। खंड रानियां व ऐलनाबाद के 89 गांवों को डार्क जोन में शामिल किया गया है। इन सभी गांवों में वाटर सिक्योरिटी प्लान तैयार कर भूजल स्तर को बढाने की दिशा में कार्य किए जाएंगे।
जिला में बनाया गया है वाटर सेल
जिले में ग्राउंड वाटर सेल बनाया गया है जो जमीनी पानी की क्वालिटी व गहराई को लेकर अध्ययन करता है। पानी कितना घटा, कितना बढ़ा की जांच साल में सामान्यत: दो बार की जाती है और इसके लिए पूरे जिले में ग्राउंड वाटर सेल कुओं के पानी की जांच व पानी बढ़ने या घटने की रिपोर्ट तैयार करता है। ग्राउंड वाटर सेल की रिपोर्ट में पानी की क्वालिटी बिगड़ी या सुधरी पर भी विशेष अध्ययन किया जाता है लेकिन राज्य सरकार ने सूक्ष्म सिचाई प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए पूर्व में उठाए गए कदमों के तहत अब ग्राउंड वाटर सेल को भी इसी के अधीन कर दिया है।
योजना का ये है उद्देश्य
केंद्र सरकार द्वारा संचालित अटल भूजल योजना का उद्देश्य सरकार की भूजल एवं कृषि संबंधित अन्य सरकारी योजनाओं जैसे जल शक्ति अभियान, मेरा पानी-मेरी विरासत, जल जीवन मिशन, सूक्ष्म सिंचाई योजना, मनरेगा एवं प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के बीच समन्वय स्थापित कर भूजल स्तर को बढ़ाना व जल संरक्षण करना है। उन्होंने कहा कि भूजल में सुधार लाने के लिए सभी संभावित समाधान जैसे सूक्ष्म सिंचाई, फसल विविधीकरण, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, मल्चिंग आदि तकनीकों को अपनाना बहुत जरूरी है।
सिरसा का रानियां व ऐलनाबाद डार्क जोन में
भूजल के अधिक दोहन के चलते सिरसा का रानियां व ऐलनाबाद खंड डार्क जोन में है और नए ट्यूबवेल कनेक्शन को भी अनुमति नहीं दी जा सकती। पानी का सबसे अधिक दोहन होने के कारण भूजल स्तर अत्यधिक नीचे चला गया है। इसके अलावा ऐलनाबाद व सिरसा में भी भूजल स्तर नीचे जा रहा है। यही स्थिति रही तो यहां भी डार्क जोन हो सकता है।
भूमिगत जल में सुधार लाने के लिए डार्क जोन में आने वालों गांवों में जल्द ही कार्य शुरू होगा। वाटर सिक्योरिटी प्लान के तहत प्रथम चरण में 11 गांवों के अंदर कार्य शुरू होगा।
संजीत सिंह, ग्राउंड वाटर एक्सपर्ट, सिंचाई विभाग, सिरसा